नई दिल्ली, सांसद अजय भट्ट, स्व० हिमांशु पलड़िया के पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए लगातार प्रयासरत है। ग्राम ढुंगसील वेरीजाला भीमताल निवासी भुवन चन्द्र पलड़िया के पुत्र स्व0 हिमांशु पलड़िया मर्चेन्ट नेवी में TUG Super Top नामक कम्पनी में मलेशिया में कार्यरत थे।
14 अगस्त, 2020 को उसकी आकस्मिक मृत्यु मलेशिया में होने के बाद से ही भट्ट लगातार विदेश मंत्रालय के सम्पर्क में थे । उन्होंने 15 अगस्त को ही विदेश मंत्री को पत्र लिखकर स्व0 हिमांशु का पार्थिव शरीर तुरन्त भारत लाने के लिए पत्र लिखा एवं दूरभाष पर वार्ता भी की। श्री भट्ट ने भीमताल जनपद नैनीताल से स्व0 हिमांशु के बारे में मदद मांगने आये शिष्टमण्डल के सामने ही यह सारी कार्यवाही की। स्व0 हिमांशु के पिता श्री भुवन पलड़िया ने श्री भट्ट को लिखित पत्र भी दिया। स्व० हिमांशु के पिता मांगने आये शिष् श्री भट्ट ने अपने पत्र के साथ-साथ विदेश मंत्रालय को यह भी लिखा कि स्व० हिमांशु पलड़िया के साथ मलेशिया में कोई भी रिश्तेदार एवं मित्र नही है। श्री भट्ट के पत्र के बाद ही विदेश मंत्रालय ने स्व0 हिमांशु के शव को भारत लाने का भरसक प्रयास करने का आश्वासन दिया।
भट्ट तब से लगातार विदेश मंत्रालय के सम्पर्क में है। 21 अगस्त, 2020 को श्री भट्ट ने विदेश मंत्रालय से वार्ता की एवं पुनः पत्र लिखकर, जल्द ही मृतक शरीर को भारत लाने का अनुरोध किया, ताकि उनका विधिवत दाह संस्कार किया जा सके। 21 अगस्त 2020 को विदेश मंत्री डॉ0 एस0 जयशंकर ने श्री भट्ट को लिखित पत्र भेजकर मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की है तथा विदेश मंत्री ने अपने पत्र में श्री भट्ट को अवगत कराया है कि कुआलालम्पुर स्थित भारतीय दूतावास को शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिये गये है। विदेश मंत्री ने सांसद श्री भट्ट को लिखे गये पत्र में कहा है कि भारतीय दूतावास अस्पताल के साथ मृतक के परिजनों के सम्पर्क में भी है. ताकि आवश्यक स्थानीय प्रक्रियाओं (पोस्टमार्टम एवं प्रशासनिक प्रकियाओं) के बाद पार्थिव शरीर भारत लाया जा सकेंविदेश मंत्री के लिखित पत्र के बाद श्री भट्ट ने विदेश मंत्री का आभार प्रकट किया एवं पलड़िया परिवार को आश्वस्त किया कि सरकार तेजी से कार्य कर रही है और जल्दी ही स्व0 हिमांशु का पार्थिव शरीर भारत आयेगा। श्री भट्ट ने कहा कि विदेशों के कानून जटिल होने से ऐसे मामलों में कुछ समय लग ही जाता है।
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