देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने की भेंट। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में वरिष्ठ नागरिकों के सुझावों एवं अनुभवों पर ध्यान दिया जायेगा। राज्य सरकार की जनहितकारी नीतियों को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने की वरिष्ठ नागरिकों से मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की, मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को समाज सेवा के दायित्वों के निर्वहन हेतु देहरादून में कार्यालय भवन हेतु स्थान उपलब्ध कराने के प्रयास किये जायेंगे, इस सम्बंध में कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी देहरादून को मुख्यमंत्री ने निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के वरिष्ठ नागरिक हमारे सम्मानित व्यक्ति हैं। बुजुर्गों के सम्मान एवं सुविधाओं का राज्य सरकार पूरा ध्यान रख रही है। इस सम्बन्ध में उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अनेक निर्णय लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक सोसाइटी के सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों एवं समस्याओं के समाधान हेतु त्वरित निर्णय लिया जायेगा। उनके अनुभवों का लाभ समाज को मिले इस दिशा में भी कदम उठाये जायेंगे।
सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से सामाजिक गतिविधियों के संचालन हेतु कार्यालय हेतु देहरादून में उचित स्थान पर स्थान उपलब्ध कराने, राज्य में माता पिता भरण पोषण योजना लागू किये जाने, तहसील स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के समाधान हेतु व्यवस्था बनाये जाने, विधानसभा व सचिवालय में प्रवेश हेतु पास आदि की व्यवस्था हेतु अनुरोध किया। उन्होंने पूर्व में वरिष्ठ नागरिकों के हित में राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के लिये मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अतुल जोशी, प्रदेश महासचिव के.के. ओबेराय, डॉ. एस.एस. नेगी, आई आर कोठियाल, डॉ. पी.डी जुयाल, केवल ओबेरॉय, एस गौतम, वी.पी. शर्मा, एस.पी. गुप्ता आदि उपस्थित थे।
आल इंडिया सीनियर सिटीजन वैलफेयर सोसाइटी के प्रान्तीय अध्यक्ष (उत्तराखण्ड़) मनोनीत हुये जगदीश बाबला
देहरादून, आल इंडिया सीनियर सिटीजन वैलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष मधुसूदन अग्रवाल द्वारा पर्यावरणविद जगदीश बाबला को उत्तराखण्ड़ पश्चिम प्रांत का प्रान्तीय अध्यक्ष मनोनीत किया, श्री बाबला के मनोनीत होने पर विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों एवं बुध्दिजीवियों ने हर्ष वयक्त किया, जिनमें संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी, कर्नल बी एम थापा, विनोद नौटियाल, शांति प्रसाद नौटियाल एसएनएसडीई , चोधरी ओमवीर सिंह पेनसन संगठन, दिनेश भंडारी रेसिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन, आचार्य मनोज ध्यानी डेमोक्रेटिक रिफॉर्म , जगमोहन सिंह नेगी आन्दोलनकारियों मंच, प्रदीप कुकरेती, आशा टमटा सोशल जस्टिस, सुशील त्यागी संयुक्त नागरिक संगठन, डाक्टर शर्मा, जगमोहन मेहंदीरता, आशीष नौटियाल यूथ आर्गेनाइजेशन, एडवोकेट ओ. पी. सकलानी, संगीतज्ञ उत्पल सामन्त, वरिष्ठा कवि आई. बी. कोचगवे, भाविप से रोहित कोचगवे, निशा अग्रवाल, निलेश अग्रवाल, कमल के लाल, राजीव सक्सेना, पत्रकार राजेश ध्यानी, निरूपमा सूद, संगीतज्ञ इंगित पुजारी, साहित्यकार सिद्धिलाल, अंजू पाण्डे एवं स्वास्तिक सेवा समिति की सचिव सुनीता पाण्डे कलाकार ज्ञानेंद्र कुमार, डॉ. डी. एन. भटकोटी, प्रो. रेडर लक्ष्मी कांत त्रिपाठी “विमल”, कवि नरेन्द्र चंचल,भाविप के संजय गर्ग प्रधानाचार्य प्रेरणा, एडवोकेट वर्तिका त्रिपाठी, प्रो. ए. पी. सक्सेना, कवि महेन्द्र प्रकाशी भारत, डा. मनोज अग्रवाल, मनोज मलिक, संगीतज्ञ निशां मार्कंडेय, राहुल मार्कण्डेय, स्वामी अतुलानंद, शम्भु प्रसाद गांगुली आदि जगदीश बाबला देहरादून ने सभी आदरणीय बन्धुवों का अपनी-अपनी शुभकामनाओं एवं दुवाओं के लिये आभार वयक्त करते हुए कहा कि अच्छे लोगों के दिल में स्थान पाना ही उनकी विशेष उपलब्धि है।
अधिकारी दफ्तरों से बाहर निकलेंगे तो दिखेंगी समस्याएं : बल्यूटिया
“मंत्रियों और विधायकों को खुश करने में जुटे रहते हैं सरकारी मुलाजिम”
(अतुल अग्रवाल)
हलद्वानी, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जनता के प्रति उदासीनता का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार की उदासीनता के कारण प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी अपंग होते जा रही है। अफसर दफ्तरों में बैठकर जनता दरबार लगाने में मशगूल हैं। यह अधिकारी जब अपने दफ्तरों से फील्ड में निकलेंगे तभी उन्हें समस्याएं भी दिखेंगी।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि कुमाऊ का प्रवेश द्वार हल्द्वानी हो या जिला नैनीताल, या फिर पूरे प्रदेश के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह जन समस्याएं जस की तस पड़ी हुई हैं। प्रदेश में धामी-2 भाजपा सरकार को 4 महीने हो गए हैं। अभी तक कहीं भी किसी मंत्री का खुला जनता दरबार देखने को नहीं मिला। जबकि अधिकारी अपने दफ्तरों में जनता दरबार लगाने में मशगूल हैं। जनता कभी तहसील दिवस तो कभी डीएम जनता दरबार और कमिश्नर जनता दरबार मैं चक्कर काटती रहती है। जिस कारण जनता की समस्याएं कागजों में ही लिपट कर रह जा रहीं हैं। यदि यही अफसर टीम के साथ क्षेत्र में निकले तो उन्हें समस्याओं का अंबार ही अंबार नजर आएगा।हल्द्वानी जैसे मुख्य शहर जहां सभी अफसर निवास करते हैं वहां एक नाला नासूर बना हुआ है।
बल्यूटिया ने कहा कि सीमांत क्षेत्र के अंतिम छोर में बैठे व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का दावा सरकार करती है। परंतु यहां सरकार सिर्फ अपनों को खुश करने में मस्त है। सरकार को चाहिए कि वह दफ्तरों में बैठे अफसरों को फील्ड में उतारे और जनसमस्याओं को मौके पर ही निस्तारित करे। अफसर अपने दफ्तरों में कागजी घोड़े दौड़ाने के बजाय अपने मातहतों से काम करवाएं। अधिकारियों को अपनी कार्यशैली में परिवर्तन लाना चाहिए। अधिकारी जन समस्याएं सुनने के लिए जनता के पास जाएं, ना कि जनता को अपने पास बुलाए। यहां अफसरशाही सिर्फ मंत्रियों और विधायकों को खुश करने में जुटी हुई है। जबकि जनता की समस्याएं जस की तस पड़ी हुई हैं |
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति का 7वां जिला सम्मेलन हुआ संपन्न
अल्मोड़ा, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, अल्मोड़ा का सातवां जिला सम्मेलन प्रेणना सदन तल्ला खोलटा में संपन्न हुआ। सम्मेलन का आरंभ झंडा रोहण के साथ जनता के सवालों पर संघर्ष कर रहे साथियों को श्रद्धांजलि के साथ किया गया।
सत्र का खुला सत्र की शुरुआत इस दौरान दिवंगत साथियों, शहीद जवानों, कोरोना के दौरान बिछड़ गए साथियों को श्रद्धांजलि से उनकी याद में दो मिनट का मोन रखकर की गई।
सत्र को उत्तराखंड किसान सभा के दिनेश पांडे, सीटू के आर. पी. जोशी जनवादी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष यूसुफ तिवारी ने अपने संगठन की सुभकामनाओं के वक्तव्य से की। खुले सत्र की अध्यक्षता मुन्नी प्रसाद तथा रजनी पंत ने की।
खुले सत्र के बाद संगठनिक सत्र को राज्य अध्यक्ष व केंद्रीय कमेटी सदस्य सुनीता पाण्डे के उदघाटन भाषण से हुई। जिसके पश्चात
जिला सचिव द्वारा वर्ष 2019 से अब तक संगठन द्वारा किए गए कार्यों पर राजनीतिक व सांगठनिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जिस पर संगठन के सभी साथियों ने अपने विचार व्यक्त किए। रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए साथियों ने बताया कि आज देश बड़ी गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है। जहां एक ओर बेरोजगारी अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच चुकी है और रोजगार के अवसर खत्म होते जा रहे हैं। शिक्षा स्वास्थ आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है मोदी सरकार चंद बड़े कॉरपोरेट घरानों को भारी छूट देकर जनता के पैसे को मनमाने तरीके से खर्च कर रही है। ऐसे में यह नीतियां अमानवीय तथा जनता के साथ धोखा है।
सरकार मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सांप्रदायिक सोच को बढ़ावा देकर समाज में फूट डालने का कृत्य बड़ी बेशर्मी के साथ कर रही है। समय समय पर सरकार का दलित, मजदूर,किसान, व महिलाओं के खिलाफ चेहरा उजागर होता रहा है।
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