घंटों तक इन्तजार के बाद बैरंग लौटते हैं उपभोक्ता
(हरीश पाण्डे )दन्या/अल्मोडा, बैंक में कोविड महामारी से बचाव के लिए बनाये गए सर्तकता नियम दो गज दूरी मास्क है जरूरी का पालन नहीं कर पाना यह लोगों की मजबूरी हो सकती है। किन्तु इस महामारी के बचाव में सरकारी तंत्र कितना मजाकिया रूख अख्तियार किए हुआ है,आओ रूबरू कराएं सरकारी व्यवस्थाओ से।एक ओर पुलिस मास्क और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए समय समय पर अभियान चलाकर संयोजन शुल्क पर लाखों रुपए सरकारी कोष में जमा कर रही है,दुसरी तरफ जनता को इस महामारी के बचाव से सरकारी तंत्र विवस हो चुका है।
बताते चलें कि बेरोजगारी की इस मार में शत-प्रतिशत लोग अपनी रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए बैंकों में ही निर्भर है किन्तु बैंकों में ऐसी स्थिति हो चुकी है कि लोग सुबह से शाम तक कतार में ही खड़े नजर आ रहे जिस कारण नियमों का पालन नहीं हो पाना लोगों की विवशता हो गई है। दन्या क्षेत्र की भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में दीप पर्व की नजदीकियां आते ही पिछले एक सप्ताह से दर्जनों लोगों की लम्बी कतारें लगना आम बात हो चुकी है यही नहीं काफी समय से अपनी पारी के इन्तजार में थक चुके लोग बैंक परिसर में ही बैठने को मजबूर हो जाते है।
जिस गम्भीर समस्या पर ना प्रशासन का ध्यान गया और ना किसी जनप्रतिनिधि का।इस शाखा में एटीएम मशीन में कभी करेंसी नहीं होती तो कभी मशीन ही बिमार पड़ी नजर आती है। दन्या क्षेत्र से लगभग 37 किलोमीटर दूर सरयू घाटी के हजारों खाताधारक इस शाखा से अपना लेन-देन करते हैं। किन्तु इतने बड़े क्षेत्र की अर्थ व्यवस्था को व्यवस्थित करने वाले बैंक शाखा में मात्र तीन चार कर्मचारी ही मौजूद हैं। बैंक की इस बिगडी व्यवस्था से क्षेत्र की समस्त जनता परेशान हैं जिसकी शिकायत समय समय पर स्थानीय लोगों द्वारा बैंक के उच्च अधिकारियों से की गई है किन्तु इस समस्या पर कोई सज्ञान नहीं लिया गया।
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