मुनस्यारी, । कुमांऊ आयुक्त के जाने के बाद जब जिप सदस्य जगत मर्तोलिया गांव में आपदा प्रभावितो से बातचीत कर रहे थे, कि आपदा प्रभावितों ने बताया कि प्रशासन के राशन किट तेल व मसाला एक्यपायर तिथि का दिया गया है. जिप सदस्य ने देखा तो वे हक्का- बक्का रह गए. यह मामला कमीश्नर के सामने खुला होता तो शायद जिम्मेदार अफसर बच नहीं पाते.
आपदाग्रस्त धापा गांव में 18 जुलाई से लगातार आ रही आपदा के कारण 136 परिवार प्रभावित हुए है.जिसमें से 52 परिवारो ने सरकारी भवनो में शरण ली है. इन परिवारो को प्रशासन ने जो राशन किट दिया था, उसमें जो तेल व मसाला था, उसके उपयोग की तिथि समाप्त हो गई थी. तेल में पैकिंग की तिथि अप्रैल 2019 लिखा है. जिसका उपयोग इस तिथि से मात्र छः माह तेल के बोतल में लिखा है. मसालो में पैकिंग की तिथि 8 जनवारी , 13 दिसम्बर 2018, 11 जनवरी 2019 लिखा गया है.इस तिथि से एक साल तक इसका उपयोग किया जा सकता है, यह भी पांकेट के बाहर लिखा गया है. उसके बाद भी आपदा प्रभावितो में यह एक्सपायर खाद्य सामग्री का बाटा जाना गंभीर विषय है. आपदा प्रभावितो ने यह भी कहा कि हमें जिन कम्पनियों के खाद्य सामग्री दिया गया है, उनको वे पहली बार देख रहे है. क्षेत्र में जिन ब्रांड के तेल व मसाले पहले से उपयोग में लिया जाता रहा है उन्हे वह क्यों नहीं दिया गया.
इन मसालो व तेल को देखकर जिप सदस्य भी नाराज हो गए. मर्तोलिया ने कहा कि यह गंभीर मामला है, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये. अगर प्रशासन ने लीपापोती किया तो वे चुप नहीं बैंठेगे.
जिप सदस्य ने इन एक्सपायर खाद्य सामग्री का उपयोग नहीं करने को भी कहा गया है.
Recent Comments