मुनस्यारी, ।
सीमांत के गांवो में बच्चो के भीतर संस्कार पैदा करने के लिए एक अनूठी मुहिम शुरू की जा रही है, इसके लिए हर गांव में एक संस्कार केन्द्र खोला जाएगा.इसकी तैयारियां शुरू कर दी गयी है. आज सुरिंग गांव से इस अभियान को शुरु किया गया.
जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में हर गांव में संस्कार केन्द्र स्थापित कर बच्चों को हर प्रकार के नशे से बचाते हुए संस्कारवान बनाने के लिए वादा किया था. कोरोना के कारण यह पहल शुरु नहीं हो पायी थी, आज सुरिंग गांव से इस अभियान का शुरुवात किया गया. केविड 19 के अनुसार नियमो के तहत् बैठक किया गया.
बच्चों को बैठक से जोड़ने के लिए बैठक को चाँकलेट मीटिंग का नाम दिया गया था.
बैठक में रिर्जव बैंक के रिटायर्ड अधिकारी केदार सिंह मर्तोलिया ने बच्चों के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी. कहा कि आभिभावक बच्चों की निगरानी करने के साथ उनके अच्छे मित्र के रुप में भूमिका निभाएं.
बैठक में तय किया गया है कि गांव में संस्कार सेन्टर चलाकर बच्चों के बीच एक नयी मुहिम को धरातल पर लाया जायेगा. ग्राम प्रधान ललिता मर्तोलिया ने कहा कि हम बच्चों को आगे एक अच्छा नागरिक बनाना चाहते है, इसके लिए सभी को प्रयास करना पड़ेगा.
जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि 25 गांवो में संस्कार केन्द्र खोला जाएगा.इन सेन्टरों को जन सहभागिता के आधार पर चलाया जाएगा. सेन्टर में बच्चो के मनोरंजन व संस्कार दोनों के लिए पुख्ता प्रबंध किया जायेगा.
बैठक में बच्चों ने भी अपने अनुभव सांझा किया. आभिभावको से तथा गांव समाज से क्या उम्मीद रखते है, इस पर खुलकर अपनी बात रखी.
बैठक में महिला मंगल दल की अध्यक्ष बिन्द्रा मर्तोलिया, पूर्व प्रधान तुलसी मर्तोलिया, शिवानी मर्तोलिया, यमुना, हीरा देवी, शांति देवी आदि मौजूद रहे.
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