चक्रवात के गुजर जाने के बाद अब उसका असर दिखाई दे रहा है। कहीं-कहीं बारिश शुरू हो चुकी है। इस बीच अनुमान है कि बारिश के साथ ही अब बर्फबारी भी होगी जो कि कंपकंपी और बढ़ाएगी। अक्टूबर और नवंबर के ही रास्ते पर दिसम्बर भी चलेगा। दिसम्बर का आरंभ भी कड़ाके की सर्दी के साथ होने जा रहा है। मौसम के जानकारों ने चेताया है कि आने वाले सप्ताह में बारिश के साथ ही ठंड भी बढ़ सकती है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार से रविवार तक हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। पहाड़ों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड है। बर्फ से लदी पश्चिमी हिमालय से बहने वाली ठंडी हवाओं के कारण पारे में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने पहले कहा था, ताजा पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित होने पर न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा। ताजा अनुमान है कि 01 दिसंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम एवं भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल पर 02 और 03 दिसंबर, 2020 को अलग-थलग स्थानों के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।अगले सप्ताह तक कश्मीर में रुकने की संभावना है, जबकि उत्तर भारत में कई स्थानों पर हल्की बारिश होगी, मौसम विभाग ने कहा है कि अगले हफ्ते तक जम्मू और कश्मीर में रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी रुक जाएगी। श्रीनगर सहित मैदानी इलाकों में कई इलाकों में बारिश हुई।
देश के मैदानी इलाके में सबसे कम तापमान उत्तराखंड के पंतनगर में 5़ 2 डिग्री सेल्सियस डिग्री दर्ज किया गया । रायलसीमा, केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, पूर्वी राजस्थान और तटीय आंध्र प्रदेश में गुरूवार को 08़ 30 बजे से शुक्रवार को 08़ 30 बजे के बीच आंधी तूफान के साथ बारिश हुयी। पूर्वोत्तर मानसून तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में अति सक्रिय रहा ।
अंडमान, निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने और बारिश होने का अनुमान है। उत्तर पूर्व और निकटवर्ती मध्य अरब सागर के साथ, गुजरात तट पर 45-55 किमी प्रति घंटे की तेज से हवा चलने के आसार हैं जिसकी गति 65 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के साथ त्तरी तमिलनाडु-तटीय आंध्र प्रदेश में 40-50 किमी प्रति घंटे की तेज गति से हवा चलने के आसार हैं जिसकी गति 60 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। इसको देखते हुए मछुआरों को सलाह दी गयी है कि अगले 24 घंटे के दौरान इन समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाएं।
अक्टूबर और नवंबर के ही रास्ते पर दिसम्बर भी चलेगा। दिसम्बर का आरंभ भी कड़ाके की सर्दी के साथ होने जा रहा है।#Delhi #WeatherUpdate #WeatherForecasthttps://t.co/qn4PkiKapj
— SkymetHindi (@SkymetHindi) November 27, 2020
तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के अधिकांश स्थानों पर, तमिलनाडु में कई स्थानों पर, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में तथा पश्चिम बंगाल के पर्वतीय क्षेत्र, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर बारिश हुयी या फिर गरज के साथ छींटे पड़े।
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात , कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय उत्तर आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में मौसम शुष्क रहा।
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