नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली (Delhi) के संगम विहार में शुक्रवार को एक शख्स की हत्या के आरोप में कचरा कारोबारी पिंटू सिंह को गिरफ्तार किया गया. मृतक फतेह अली ने अपनी 17 साल की एक रिश्तेदार के साथ कचरा कारोबारी की शादी होने का विरोध किया था. पुलिस ने शुक्रवार को ये जानकारी दी. कचरा कारोबारी ने नाबालिग के पिता रफीकुल खान के साथ मिलकर फतेह अली की चाकू और गोली मारकर पिछले साल जून में हत्या कर दी थी.
आपको बता दें कि आरोपी पिंटू सिंह वारदात के बाद फरार हो गया था और अब तक पुलिस की गिरफ्त में आने से बचा हुआ था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी पिंटू सिंह को हरियाणा के फरीदाबाद में गोची गांव से गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया.
कचरा कारोबारी पिंटू सिंह ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद वो पश्चिम बंगाल में अपने पैतृक घर नादिया चला गया था, जहां उसकी पत्नी और दो बच्चे रहते हैं. वो एक महीने पहले ही यहां लौटा और फरीदाबाद में रहने लगा.
पुलिस के अनुसार आरोपी पिंटू सिंह का कारोबार अच्छा चल रहा था और उसने अन्य कचरा कारोबारियों को पैसे उधार दे रखे थे. नाबालिग का पिता रफीकुल पिंटू सिंह का किराएदार था और उसने 1.5 लाख रुपये पिंटू से उधार लिए थे. आरोपी पिंटू सिंह रफीकुल की 17 साल की बेटी को देखकर मोहित था और उससे शादी करना चाहता था.
आरोपी पिंटू सिंह ने रफीकुल के सामने प्रस्ताव रखा कि अगर वो अपनी बेटी के साथ उसकी शादी होने में आपत्ति न करे तो उसे उधार लौटाने की जरूरत नहीं है और वो कुछ संपत्ति भी उसकी बेटी के नाम कर देगा. हालांकि रफीकुल सहमत हो गया लेकिन उसके रिश्तेदार फतेह अली ने इस प्रस्ताव का विरोध किया.
फतेह अली ने भी पिंटू सिंह से दो लाख रुपये ले रखे थे. पिंटू सिंह ने फतेह अली को मनाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माना, जिसके बाद पिंटू सिंह और रफीकुल ने मिलकर उसकी हत्या कर दी.
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