पौड़ी (यमकेश्वर), जनपद में अतिवृष्टि होने से बिते मंगलवार देर रात यमकेश्वर विकासखंड के अंतर्गत कांडी गांव में चार गौशालाएं ढह गई। जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान स्वयं आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर व क्षेत्र में हुए नुकशान का भी जायजा ले रहे हैं।
विकासखंड यमकेश्वर के कांड़ी गांव में बारिश होने से गौशाला ढह गई, जिसमें गाय, बकरी व मुर्गियों की मलबे में दबकर मृत्यु को गई। जिलाधिकारी ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर सम्भव मदद दिये जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि गौशाला के अंदर मलबे से दबकर हुई गाय, बकरी व मुर्गियों की मृत्यु का मुआवजा पीड़ित परिवारों को समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन आपदा प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर नजर बनाए हुए हैं।
वहीं जिलाधिकारी ने यमकेश्वर के अंतर्गत दमराड़ा गांव स्थित झूलते विद्युत तारों व मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिये कि तत्काल झूलते तारों को ठीक करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने सड़क मार्ग में पानी की निकासी न होने पर लोनिवि के अधिकारी को जल्द पानी की निकासी के लिए नाली बनाने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी यमकेश्वर आकाश जोशी, नायब तहसीलदार किशोर रौतेला, राजस्व उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह, अमित तोमर सहित अन्य उपस्थित थे।
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