देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जोशीमठ आपदा और पटवारी भर्ती लीक मामले में मुलाकात कर सुझाव देते हुए ज्ञापन सौंपा।
दसोनी ने मुख्यमंत्री धामी से आग्रह किया कि दोनों ही मामलों को बहुत ही गंभीरता और संजीदगी से निर्णय लेने की जरूरत है। लगातार युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है उनके सपनों पर कुछ मुट्ठी भर लोग पानी फेरने का काम कर रहे हैं जिसकी वजह से धीरे-धीरे उनका धैर्य खत्म होता जा रहा है। दसौनी ने मुख्यमंत्री से कहा कि जोशीमठ के लोग आज आपकी तरफ बहुत आशा भरी नजरों से देख रहे। पूरा राज्य आप के अगले कदम को टकटकी भरी निगाहों से देख रहा है। ऐसे में भर्ती परीक्षा में लगातार हो रही धांधली और भ्रष्टाचार से अब प्रदेश का युवा आजिज आ चुका है ,उसका विश्वास सरकार की व्यवस्था से उठता जा रहा है उसे बनाए रखने के लिए पेपर लीक मामले में संलिप्त लोगों पर कठोर से कठोरतम कार्यवाही करनी होगी और जोशीमठ मामले में स्थानीय जनता को अधिक से अधिक राहत देनी होगी तभी आप उत्तराखंड राज्य की जनता का विश्वास जीत पाएंगे।
पेपर लीक का मामला : विभाग के अधिकारी ने ही लगाई सेंध, 25 लाख रुपये लिये थे एडवांस
देहरादून, उत्तराखंड़ में फिर पेपर लीक मामले ने एक बार सरकार को फिर कटघरे में खड़ा कर दिया, प्रदेश में लोक सेवा आयोग ने जिस अधिकारी को पेपर की पूरी जिम्मेदारी दी थी उसी अधिकारी ने साख पर बट्टा लगा कर सेंधमारी कर दी | विभाग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने मोबाइल से पेपर के फोटो खींचकर इसे लीक कर दिया। इसके लिए उसने 25 लाख रुपये एडवांस लिए थे। पूरा सौदा कितने में हुआ था, एसटीएफ इसकी जांच कर रही है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पटवारी-लेखपाल की भर्ती परीक्षा के लिए पेपर के जितने सेट तैयार किए थे, उनका प्रभारी अतिगोपन विभाग में तैनात अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को बनाया गया था। एसटीएफ के मुताबिक, प्रश्नपत्रों के सभी सेट उसी की अभिरक्षा में रख गए थे। आठ जनवरी को परीक्षा थी। इससे पहले पांच जनवरी को ही उसने पेपर की फोटो खींचकर अपनी पत्नी रितु को उपलब्ध करा दिया था। रितु ने राजपाल और राजकुमार से एडवांस में 25 लाख रुपये लेकर उन्हें पेपर दे दिया।
एसटीएफ के मुताबिक अभी तक की जांच में सामने आया है कि संजीव और रितु ने 35 लाख में पेपर का सौदा किया था। इसके बाद अन्य आरोपियों राजपाल, संजीव कुमार और रामकुमार ने चार लाख से 12 लाख कर में अभ्यर्थियों को पेपर बांटे, एसटीएफ के एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने अभ्यर्थियों से कुल कितनी धनराशि प्राप्त की है, इसकी अभी जांच की जा रही है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अतिगोपन अनुभाग-3 में अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की भतीजी हरिद्वार के एक कॉलेज से पॉलीटेक्निक कर रही थी। इसी कॉलेज का लेक्चरर राजपाल उसे ट्यूशन पढ़ाता था। इसी दौरान संजीव और राजपाल में बातचीत शुरू हुई और बाद में दोस्ती हो गई। दोनों करीब पांच साल से दोस्त थे और एक-दूसरे के घर अक्सर आते-जाते थे।
प्रदेश के एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने आम जनता से अपील की है कि यदि इस परीक्षा की अनियमितता के संबंध में कोई जानकारी है तो खुद आकर या 9412029536 कॉल कर सूचना दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि जानकारी देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी |
पटवारी लिखित परीक्षा का पेपर लीक : युवाओं में फूटा गुस्सा, आयोग के बाहर जमकर किया हंगामा
हरिद्वार, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई पटवारी लिखित परीक्षा में पर्चा लीक होने का मामला सामने आने के बाद अब युवाओं में गुस्सा है। पटवारी परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला शुक्रवार को तूल पकड़ गया। पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही हरिद्वार और ऋषिकेश के बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के बाहर जमा हो गए। राजधानी देहरादून में पटवारी पेपर लीक प्रकरण के विरोध में लैंसडाउन चौक के समक्ष आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया।
गांधी पार्क के मुख्य द्वार पर महानगर युवा कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया गया। हल्द्वानी बुद्धा पार्क में भी कांग्रेसियों ने राज्य सरकार का पुतला फूंका।कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विधायक ज्वालापुर रवि बहादुर के नेतृत्व में बैरियर तोड़ते हुए लोक सेवा आयोग के अंदर घुसकर हंगामा किया। पुलिस की ओर से लगाई बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए यूथ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।आक्रोशित यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की गेट पर चढ़ गए। धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भंग करने की मांग के साथ ही पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने आगामी परीक्षाएं भी रद्द करने की मांग की।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि जब तक जांच पूरी नहीं होती तब तक किसी भी तरह की परीक्षा आयोजित नहीं कराई जाए। हंगामे पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया।
लोक सेवा आयोग भवन के बाहर प्रदर्शन करने वालों में विधानसभा में उपनेता भुवन कापड़ी, यूथ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष सुमित भुल्लर, ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर, हरिद्वार ग्रामीण कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी महापौर के पति और पूर्व सभासद अशोक शर्मा पूर्व दर्जा धारी संजय पालीवाल समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद अब युवाओं, छात्रों में सरकार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को डीएसबी कॉलेज के छात्रों ने परीक्षा निरस्त होने और पेपर लीक होने को लेकर राज्य सरकार का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया। छात्रों ने डीएसबी कॉलेज गेट पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को रोजगार देने के नाम पर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
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