यमकेश्वर, नीलकंठ महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव भक्त नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा, क्योंकि गरुड़ चट्टी से लेकर नीलकंठ महादेव तक लंबा जाम लग गया जाम खोलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी । बताया जा रहा है कि जाम लगभग 7 घंटे तक रहा पुलिस प्रशासन ने काफी मशक्कत के के बाद जाम खोला।
बता दें कि गरुड़ चट्टी से लेकर नीलकंठ तक सड़क से सकरी होने के कारण गाड़ियां पास नहीं हो पाती हैं इस वजह से लंबा जाम लग जाता है स्थानीय लोग बहुत समय पहले से नीलकंठ बायपास मार्ग की मांग कर रहे हैं लेकिन मार्ग अभी तक अधूरा है बता दें कि नीलकंठ बायपास मार्ग गरुड़ चट्टी से पटना होते हुए भादसी नीलकंठ बनना था भादसी से पटना की ओर लगभग आधा निर्माण हो चुका है लेकिन वाद होने के कारण अवशेष मार्ग बचा है यदि उक्त मार्ग का निर्माण हो जाता है तो यात्रियों को काफी सुविधा मिल जाएगी साथ ही स्थानीय व्यक्तियों को आवाजाही में काफी सुविधा मिलेगी ।
बम बम भोले के जयकारों से गुंजायमान हुई देवभूमि, अराध्य देव शिव को जलाभिषेक को लगी लंबी कतारें
“मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) तथा राज्य की प्रथम महिला गुरमीत कौर ने भी जलाभिषेक कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि तथा खुशहाली हेतु प्रार्थना की”
देहरादून, महाशिवरॎत्रि के पावन पर्व पर बम-बम भोले के जयकारों से उत्तराखण्ड़ का हर कोना सुबह से ही गुंजायमान होने लगा। लोग अपने आराध्य देव शिव को जलाभिषेक करने के लिये सुबह से ही मंदिरों में अपनी बारी का इंतजार करते दिखे | भगवान शिव के ससुराल हरिद्वार सहित, पूरे गढ़वाल और कुमाऊं में भोले के जलाभिषेक का दौर दिनभर जारी रहा । देहरादून के प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर में तो देर रात 12 बजे से ही भक्तों की लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) तथा राज्य की प्रथम महिला गुरमीत कौर ने भी जलाभिषेक कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि तथा खुशहाली हेतु प्रार्थना की। दून के टपकेश्वर महादेव में हफ्ते भर चलने वाला मेला आज से शुरू हो गया, बूढ़े बच्चे, जवान सभी ने मेले का आनन्द उठाया, मेले में झूले, मौत का कुआं के साथ साथ कई आकर्षक दुकानें भी लगी हैं |
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने विधानसभा क्षेत्र चकरपुर, खटीमा में स्थित बनखंडी महादेव मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस शुभ अवसर पर उन्होंने प्रभु शिव से समस्त देशवासियों हेतु सुख-समृद्धि, मंगल एवं कल्याण की कामना की।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) तथा राज्य की प्रथम महिला गुरमीत कौर ने भी जलाभिषेक कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि तथा खुशहाली हेतु प्रार्थना की। महाशिवरात्रि के मौके पर धर्मनगरी हरिद्वार में भगवान शिव की ससुराल कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए शिव भक्तों की भीड़ लगी रही। मंदिर के प्रबंधक विश्वेश्वर पुरी बाबा ने बताया कि आज के दिन भगवान शिव और माता सती का विवाह हुआ था |
देहरादून में श्रद्धालु भोलेनाथ को जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक कर उन्हें बेलपत्र, भांग, दूध, धतूरा, आदि का भोग लगा रहे हैं। शिवालयों में जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों की लंबी कतारें लगीं हैं। मंदिरों में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ को देखते हुए पुलिस और सेवादार व्यवस्था बनाने में जुटे हैं। टपकेश्वर महादेव मंदिर गढ़ी कैंट, जंगम शिवालय पलटन बाजार, पंचमुखी हनुमान मंदिर आराघर चौक, प्राचीन शिव मंदिर धर्मपुर, शिव मंदिर जाखन, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सहारनपुर चौक, नर्वदेश्वर मंदिर डानलवाला, आदर्श मंदिर पटेलनगर, सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर समेत विभिन्न मंदिर समितियों की ओर से विशेष तैयारी की गई। पंडितों द्वारा शिवालयों में महामृत्युंजय मंत्र के पाठ किए जा रहे हैं |
देहरादून जिले के विभिन्न मंदिरों में आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इसी के साथ डोईवाला के ही ग्रामीण क्षेत्र कुड़कवाला, बुल्लावाला, भानियावाला, नागल बुलंदावाला, दूधली, थानो, भोगपुर, रानीपोखरी, इठारना आदि विभिन्न गांव में भी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ रही और उन्होंने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।
लच्छीवाला में आयोजित मेले में भी ग्रामीणों ने झूलों का लुफ्त उठाया। मेले में खूब भांग भी घोटी गई। महाशिवरात्रि पर्व पर मंगलवार अलसुबह से ही लच्छीवाला स्थित लक्षेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गईं। यहां भक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर सुख समृद्धि की कामना की। साथ ही लच्छीवाला में आयोजित मेले का लुफ्त उठाते हुए बच्चों ने झूला झूल कर अपना मनोरंजन भी किया। तो वहीं कुछ युवा भांग से निर्मित ठंडाई का भी आनंद लेते दिखे।
जौनसार बावर के पांडव कालीन शिव मंदिर लाखामंडल में धौरा गांव के पास पांच दिन पहले पर्यटन विकास कार्य के चलते खुदाई के दौरान जमीन के अंदर से मिले अद्भुत शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। इसके अलावा सिद्धपीठ महासू देवता मंदिर हनोल के अलावा क्षेत्र के अन्य मंदिरों में देव दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा |
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर उत्तरकाशी में विश्वनाथ मंदिर, कालेश्वर मंदिर, गोपेश्वर मंदिर और धौंतरी क्षेत्र के तामेश्वर मंदिर में तड़के से ही जलाभिषेक को श्रद्धालुओं की लाइन लगी हुई है। मंदिरों के आसपास जय भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। उमंदिर में भी भीड़ उमड़ी। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने उचित इंतजाम किए गए हैं। बड़े हर्ष उल्लास के साथ यहां पर महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है, चमोली जिले के गोपेश्वर में गोपीनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। दोपहर तक मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रही।
नीलकंठ महादेव मंदिर ॠषिकेश में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह दिखाई दे रहा है। नीलकंठ महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी हुई है। यहां श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर मत्था टेका। यहां मंगलवार दोपहर तक श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर चुकी थी। उत्तराखण्ड़ के पौड़ी, टिहरी, चमोली, बागेश्वर, अल्मोड़ा सहित प्रदेश के सभी जगह लोग शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाने के लंबी लाइनों में लगे रहे | सुबह से ही मंदिरों में हर हर महादेव के जयकारे लगने शुरू हो गये थे |
पौड़ी के क्यूंकालेश्वर मंदिर में भी जलाभिषेक के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी रही। कोविड काल के बाद यह पहला मौका है, जिसमें इस बार प्रशासन ने मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए कोई रोक नहीं लगाई है। रुड़की के श्रीजीवन मुक्त प्रेम मंदिर में शिवरात्रि पर भक्तों ने जलाभिषेक किया। मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दे रही है।
कुमाऊं मंडल के शिव मंदिरों में भी शिव भक्तों की उत्साह देखने को मिला। बागेश्वर के बागनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी। शिव के जयकारों से बागेश्वर नहीं गूंज उठी।
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