‘देखते ही देखते तीन मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह खाई में समाई’
चमोली, जनपद के बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर झड़कुला के समीप करीब 200 मीटर तक खतरे की जद में आ गया है। यहां 25 जुलाई को एक 20 कमरों के होटल के नीचे से भूस्खलन हो गया था। आज दोपहर में होटल का एक बढ़ा हिस्सा भरभराकर टूट गया। खतरे को देखते हुए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम की ओर से होटल को पूर्व में ही खाली करवा दिया गया था। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। होटल के टूटने की प्रत्यक्षदर्शियों ने फोटो और वीडियो बनाई।
बता दें कि 25 जुलाई को भारी बारिश के दौरान तपोवन-घर विष्णु गाड जल विद्युत परियोजना की सुरंग के आगे से भारी मात्रा में भूस्खलन हो गया था, जिससे बदरीनाथ हाईवे भी झड़कुला के समीप भूस्खलन की जद में आ गया। यहां एक निजी होटल के नीचे से भूस्खलन होने के कारण इसकी कभी भी ढहने की संभावना बनी हुई थी, जिसे देखते हुए जोशीमठ थाना पुलिस ने होटल को खाली करवा दिया था। शनिवार को अचानक दोपहर में होटल भरभराकर चट्टान की ओर ढह गया।
25 जुलाई को तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के सेलंग स्थित टीवीएम साइट के प्रवेश द्वार के ऊपरी हिस्से में भारी भूस्खलन होने से सुरंग का प्रवेश द्वार क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे कंपनी को करोड़ो का नुकसान हुआ था। इससे सुरंग में आवाजाही के लिए टनल के द्वार पूर्ण रूप से बंद हो गया था। भूस्खलन इतना भीषण था कि एक होटल, एक गौशाला क्षतिग्रस्त होने की कगार पर पहुंच गया था। आज प्रसाशन, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके गयी और वस्तु स्थिति का जायजा लिया | राहत की बात ये रही की जब यह होटल गिरा उस समय कोई कोई भी इस होटल में मौजूद नहीं था। यानी किसी भी तरह के जान माल नहीं हुआ।
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