हरिद्वार, तीर्थ नगरी हरिद्वार में इस साल आयोजित हुये कुंभ मेला 2021 में कोरोना जांच के नाम पर हुए घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने आज पहली गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार आरोपी नलवा लैब के लिये काम करता था, पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी आशीष नलवा ने लैब को टेस्टिंग के लिए मेन पावर और अन्य सामान उपलब्ध कराए थे। आरोपी आशीष कोरोना जांच के डाटा फीडिंग का काम भी देखता था।
कुम्भ मेले के दौरान कोरोना जांच करने का काम मेला प्रशासन ने मैक्स कॉरपोरेट सर्विस को दिया गया था। उस कंपनी ने आगे अन्य दो कंपनी नलवा लैब और दिल्ली के डॉ लाल चंदानी लैब को दे दिया था। दोनों ही कंपनियों ने एक लाख से ज्यादा कोरोना की जांच की थी। उसके बाद शिकायत होने पर शासन ने जिलाधिकारी हरिद्वार को जांच करने के आदेश दिए थे, सीएमओ हरिद्वार ने शहर कोतवाली में तीनों कंपनियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था, मुकदमा दर्ज होने के बाद एसएसपी हरिद्वार ने पूरे मामले की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की थी। एसआईटी ने जांच के बाद आज पहली गिरफ्तारी की है।
वहीं एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि, आरोपी आशीष ने मैक्स और मालवा लैब के बीच मीडियेटर की भूमिका निभाई थी। कुंभ मेले के दौरान आशीष ने ही श्रद्धालुओं का फर्जी डाटा मुहैया कराया था। पुलिस ने बड़ी छानबीन के बाद आशीष को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि, आशीष के दिए हुए डेटा के अनुसार नालवा लैब ने मेला प्रशासन को 4 करोड़ रुपए के बिल सबमिट किए थे। इसकी एवज में 15 लाख का भुगतान भी हो चुका है। एसएसपी ने संकेत दिया कि, इस मामले में एसआईटी बड़ी बारीकी से जांच कर रही है और आगे भी इसमें कई गिरफ्तारियां हो सकती है।
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