ऋषिकेश, उत्तराखंड के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश की टीम गरुड़ ने टेली मेडिसन प्रोजेक्ट तैयार किया है। जिसका शुभारंभ सोमवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया। एम्स ऋषिकेश में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि टीम गरुड़, टेलीमेडिसिन उत्तराखंड राज्य के किसी भी संस्थान में पढ़ाई कर रहे हैं अथवा कार्य कर रहे हैं। ऐसे सभी मेडिकल और पैरामेडिकल से जुड़े छात्र जो उत्तराखंड के दुर्गम व पहाड़ी इलाकों के गांव ब्लॉक व तहसील स्तर तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से परामर्श देकर अपना योगदान देना चाहते हैं। ऐसे सभी छात्र छात्राओं को एम्स ऋषिकेश एवं प्रदेश के अन्य संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सकों की ओर से ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद सभी छात्रों को तहसील व जिला स्तर पर टेलीमेडिसिन के माध्यम जोड़ दिया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्त्ता जो हमारे साथ इस कार्य में जुड़ना चाहते हैं वह गूगल फॉर्म के माध्यम से और सीधा हमारी टीम से जुड़ सकते हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संकटकाल में एम्स ऋषिकेश की टीम बेहतर और सराहनीय कार्य कर रही है। उत्तराखंड के विभिन्न ग्राम पंचायत और तहसील को टेलीमेडिसिन के जरिये जोड़ने का यह प्रयास निश्चित रूप से दुरस्त क्षेत्र में रह रहे नागरिकों को लाभ पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट के दौर में सब ने एकजुटता के साथ खड़ा होना है। सरकार के स्तर पर सभी प्रयास किए जा रहे हैं। आइडीपीएल में डीआरडीओ की टीम 500 बेड सुविधा वाले अस्पताल का निर्माण कर रही है। एम्स के सहयोग से चिकित्सालय का लाभ शीघ्र मरीजों को मिलने लगेगा। इस कार्य में जन सहयोग भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड कर्फ्यू का पालन करके प्रदेश की जनता कोरोना को हरा सकती है |
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं, डीन अस्पताल प्रशासन प्रोफेसर यूबी मिश्रा, डीन एकेडमिक ऑफिसर मनोज कुमार गुप्ता, नोडल अधिकारी कोविड डॉ. मधुर उनियाल, एम्स के कोविड इंचार्ज डॉ.प्रसन पांडा आदि मौजूद रहे।
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