देहरादून, उत्तराखण्ड़ के चमोली जनपद में ग्लेशियर टूटने सुमना के बाद रिमझिम ग्लेशियर इलाके में विकट, विपरीत परिस्थिति रेस्क्यू आपरेशन जारी है, रेस्क्यू के कार्य में जुटी है SDRF , इस रेस्क्यू अभियान में अब तक 15 शव बरामद कर लिए गए है, जबकि 10 से अधिक घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। यही नही ग्लेशियर टूटने की इस घटना में 400 से अधिक लोगों को अभी तक सुरक्षित निकाला जा चुका है।
इसी माह 23 अप्रैल को सुमना के करीब रिमझिम ग्लेशियर के टूटने से पुल का निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों के दबने और फंसने की घटना हुई, सुमना रिमझिम ग्लेशियर में रेस्क्यू अभियानSDRF की टीमें तत्काल ही घटना स्थल को इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा के नेतृत्व में रिमझिम को रवाना हुई। चमोली में अत्यंत विकट एवम् विषम मौसम के साथ ही अत्यधिक बर्फबारी से रेस्क्यू कठिन चुनौती था। रेस्कयू टीम रात्रि को ही जोशीमठ से 31 किमी आगे सुराईथोटा पहुंचे जहां ग्रीफ का बेस कैंप मौजूद है।
ग्रीफ बेस कैंप से 31 किलोमीटर आगे मलारी से 16 किलोमीटर आगे सुमना पोस्ट है जहाँ ग्लेशियर टूटने की घटना घटित हुई थी। SDRF रेस्क्यू टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा द्वारा सेटेलाइट फोन से बताया कि SDRF की 9 सदस्यीय टीम बर्फबारी से रास्ता अवरुद्ध होने के कारण पैदल भाप कुंड पहुंची है, ग्रीफ के 20 जवानों के साथ पैदल ही घटनास्थल को रवाना हुई।
टीम द्वारा घटना स्थल में पहुंचकर रेस्कयू कार्य आराम्भ किया, घटना स्थल में SDRF जे अतरिक्त आर्मी, BRO, ITBP के जवान मौजूद थे सँयुक्त रेस्कयू ऑपरेशन में जुटे हुए है।
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