Tuesday, November 26, 2024
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पर्यावरण संगोष्ठी में वैज्ञानिकों ने साझा किये अनुभव

हरिद्वार 1 अप्रैल (कुलभूषण)    गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय के जंतु एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय पक्षी विज्ञान संगोष्ठी के समापन के अवसर पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर देवी प्रसाद त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे पतंजलि विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफ़ेसर महावीर अग्रवाल तथा जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर डॉक्टर महेश भट्ट ने इस सत्र में विशिष्ट अतिथि के रुप में शिरकत कीद्य इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में चार मौखिक तथा एक पोस्टर सत्र का आयोजन किया गया जिसमें पक्षी वेदों ने पक्षी जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालाद्य पारा विश्वविद्यालय ब्राजील की अंतर राष्ट्रीय पक्षीविद प्रोफेसर मारिया ने पक्षी संवाद पर अपना आमंत्रित व्याख्यान दियाद्य पक्षी क्यों गाते हैं कैसे गाते हैं तथा गायन का उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है जैसे बिंदुओं को विस्तृत रूप से प्रतिभागियों के समक्ष रखा।
संगोष्ठी के समापन पर प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री कुलपति गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय ने अध्यक्षता करते हुये कहा की प्रोफेसर दिनेश भट्ट संगोष्ठी के संयोजक होने के साथ.साथ यूकोस्ट उत्तराखंड सरकार द्वारा उनको मेजर शोध परियोजना स्वीकृत की हैए जिसके लिए धनराशि उत्तराखंड सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।

इस अवसर पर टोक्यो विश्वविद्यालय जापान प्रोफेसर ओकानो याए मिजोरम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अमित त्रिवेदीए उप्साला विश्वविद्यालय स्वीडन के प्रोफेसर हेलस्ट्रोमए बीएनएचएस मुंबई के रजत भार्गवए जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के प्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक डॉ मुकेश ठाकुरए मैक्स प्लैंक संस्थान जर्मनी के निदेशक प्रोफेसर मेन फ्रेंडए इटली के जाने.माने पक्षी विद डॉक्टर लिवीओए संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के जाने.माने पक्षी विद प्रोफेसर ट्रेवल प्राइसए दक्षिणी डेनमार्क विश्व विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ओले लार्सनए ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय कनाडा की अंतर राष्ट्रीय पक्षी विद प्रोफेसर मार्टिन ने अपने शोध पत्र ऑनलाइन के माध्यम से प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष व विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो दिनेश भट्ट के सेवानिवृत्त होने पर उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो देवी प्रसाद त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि प्रो दिनेश भट्ट के संयोजन में आयोजित इस संगोष्ठी में जहां देशविदेश के पक्षी वैज्ञानिकों ने अपने अनुभव सांझा कर युवा पक्षी वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन किया है वहीं प्रो दिनेश भट्ट पक्षी विज्ञान के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशेष पहचान रखते है। विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त होने के चलते उनका सामाजिक दायरा और अधिक व्यापक हो गया हैए जिसके चलते उनके अनुभवों का लाभ समाज को अब और अधिक मिलेगा। पतंजलि विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो महावीर अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रो दिनेश भट्ट ने लम्बे सेवाकाल में विभिन्न दायित्वों का कुशलतापूर्वक संपादन किया है। पक्षी विज्ञान के क्षेत्र में उनकी ख्याति देश ही नहीं अपितु विश्व पटल पर एक पहचान रखती है। आने वाले समय में उनकी इस पहचान से पक्षी विज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहे युवा वैज्ञानिकों को एक नई दिशा मिलेगी।

इस अवसर पर डा विनय सेठी ने प्रो भट्ट के बारे में लघुवृत्त चित्र के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। वहीं अपने अनुभव सांझा करते हुए प्रो दिनेश भट् ने शिक्षा व शोध के क्षेत्र में किए गए अपने कार्यो का श्रेय अपने शोधार्थियों को देते हुए कहा कि शिक्षक की सफलता का श्रेय उसके शिष्यों की योग्यता व सफलता से ही मापा जा सकता है।
इस अवसर पर प्रो भट्ट को गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय एवं उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा शाल व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रो भारत भूषण वेदालंकार प्रो डी एस मलिक प्रो आरकेएस डागर प्रो सुरेन्द्रत्यागी प्रो ब्रह्मदेव प्रो एलपी पुरोहित प्रो नमिता जोशी प्रो सत्यदेव निगमालंकार शशिकान्त शर्मा नवीन कुमार अमित धीमान वीरेन्द्र पटवाल डा पंकज कौशिक प्रमोद कुमारए डा0 सचिन पाठक   प्रो0 सत्येन्द्र राजपूत डा श्वेतांक आर्य  हेमन्त सिंह नेगी सहित विभिन्न शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा राकेश भूटियानी ने किया व कार्यक्रम के अन्त में डा गगन माटा ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।

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