लखनऊ: एटीएम कार्ड बदलकर या बैंक अकाउंट बंद होने का डर दिखाकर खाते से रकम उड़ाने का साइबर अपराधियों का हथकंडा पुराना हो गया है. साइबर अपराधियों ने अब टीवी रिचार्ज ऑनलाइन शॉपिंग या फिर गैस बुकिंग जैसे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में भी सेंधमारी शुरू कर दी है. साइबर अपराधी अब लोगों के ट्रांजैक्शन के बीच खाते से रकम उड़ा रहे हैं. क्या है साइबर अपराधियों का नया तरीका और इनसे कैसे बचें, पढ़ें इस खास रिपोर्ट में.
वापस मिल गई रकम
हजरतगंज की कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तर में काम करने वाली भावना टंडन उन खुशनसीबों में से हैं जिनके खाते से साइबर अपराधियों ने गाढ़ी कमाई निकाल ली लेकिन, समय रहते पुलिस को सूचना और साइबर सेल की सक्रियता ने भावना के खाते से उड़ाई गई रकम को वापस भी दिला दिया.
ठगों ने अपनाया नया तरीका
दरअसल, साइबर अपराधियों ने लॉकडाउन के बाद से लोगों को ठगने के लिए नया तरीका अपनाया है. ऑनलाइन शॉपिंग के एप की आड़ में साइबर अपराधी एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट, टीमव्यूअर जैसे वो ऐप्स डाउनलोड करवा रहे हैं जिससे मोबाइल का कंट्रोल ऑटोमेटिक साइबर अपराधियों के पास पहुंच रहा है. जैसे ही मोबाइल का पूरा कंट्रोल साइबर अपराधियों के पास पहुंचता वो आपके बैंक खाते में जमा रकम पल भर में निकाल रहे हैं.
खाते से निकल गए पैसे
भावना टंडन के साथ भी साइबर अपराधियों ने ऐसा ही तरीका अपनाया. भावना ने बीते महीने एसबीआई का क्रेडिट कार्ड लिया. बैंक की तरफ से वेरिफिकेशन भी हो गया लेकिन एक दिन अचानक भावना के फोन पर दोबारा से केवाईसी की कॉल आई. भावना ने फोन पर जैसे ही बताया कि उसका तो केवाईसी हो गया तो साइबर अपराधियों ने तुरंत उसका नाम जन्मतिथि कार्ड नंबर बताकर भरोसा दिया और फिर 7999 के पहले ट्रांजैक्शन पर इनाम का लालच दे दिया. साइबर अपराधियों ने भावना से एसबीआई का एप हटाने को कह दिया. भावना ने जैसे ही एसबीआई का एप डिलीट किया उसके खाते से पैसा निकलने लगा और इस तरह दो बार में 49999 रुपए खाते से निकल गए.
काम कर रही है लखनऊ साइबर सेल टीम
ऐसे मामलों पर बीते कई महीनों से काम कर रही लखनऊ साइबर सेल ने सिर्फ 2 महीने में 20 लाख की रकम लोगों की वापस कराई है. अक्टूबर महीने में 10 लाख 19,664 रुपए और अब तक नवंबर में 800000 की रकम वापस कराई है.
लॉकडाउन के बाद बढ़े मामले
लखनऊ साइबर सेल को अमूमन 1 महीने में 15 से 20 शिकायत ऐसे ही ऑनलाइन ठगी की मिल रही हैं. लॉकडाउन के दौरान इन शिकायतों का सिलसिला ज्यादा ही बढ़ा है. पहले जो अपराधी एटीएम कार्ड ब्लॉक होने, बैंक खाता बंद होने के नाम पर लोगों को फोन कर ठग रहे थे अब उन अपराधियों ने टीवी रिचार्ज, क्रेडिट कार्ड एक्टिव कराने, कभी कोई सॉफ्टवेयर डिलीट करवाते हैं तो कोई एप मोबाइल में डाउनलोड हैं और ऐसे ही ठगी हो रही है.
समय रहते करें शिकायत
बीते 3 महीनों में इस नए ट्रेंड से ठगी की 54 शिकायतें सिर्फ लखनऊ साइबर सेल को मिली हैं, जिसमें समय रहते शिकार हुए व्यक्ति ने साइबर सेल को संपर्क किया तो उनका भावना टंडन की तरह पैसा वापस भी आ गया. ऐसे 37 मामलों में साइबर सेल पैसा वापस करा चुकी है. लेकिन, तमाम मामलों में ग्राहक के देर से संपर्क करने के कारण रकम वापसी नहीं हो पाती है.
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