Sunday, May 5, 2024
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साल का आखिरी महीना, आम आदमी से जुड़ी सेवाओं में होने जा रहा अहम् बदलाव, जानिये क्या हैं बदलाव

Rules changing from 1 December 2020: साल का आखिरी महीना शुरू होने जा रहा है। दिसंबर का नाम सुनते ही सबके मन में न्यू ईयर का जश्न आता है, लेकिन यहां हम बात करेंगे दिसंबर की पहली तारीख की, जिस दिन से आम आदमी से जुड़ी सेवाओं में अहम बदलाव होने जा रहे हैं। खासतौर पर लाइव इंश्योरेंस (जीवन बीमा) और बैंक ट्रांजेक्शन (बैंक संबंधी लेन देन) की व्यवस्ता में हो रहे बदलावों के बारे में सभी को जानकारी होना जरूरी है। जीवन बीमा को लेकर हो रहे बदलावों के बारे में कहा जा रहा है कि यदि आप नई पॉलिसी खरीदने का मन बना रहे हैं तो 1 दिसंबर तक रुक जाएं। तब प्रीमियम थोड़ी ज्यादा लगेगी, लेकिन सुविधाएं भी बढ़ जाएंगी। इसी तरह, ऑनलान ट्रांजेक्शन को लेकर खबर है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) को लेकर 24x7x365 उपलब्ध करने का ऐलान 1 दिसंबर 2020 से लागू होना जा रहा है।
जीवन बीमा क्षेत्र में लागू होंगे ये परिवर्तन: इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) के लागू किए गए नए नियम 1 दिसंबर से लागू होने जा रहे हैं। नई व्यवस्था के मुताबिक, पेंशन प्लान में बदलाव किया गया है। इसमें ग्राहक क फायदे की चीजें जोड़ी गई हैं। वहीं पॉलिसी पकने पर रकम हासिल करने या पॉलिसि पकने से पहले ही राशि निकालने के नियमों को आसान बनाया गया है। नई व्यवस्था में मैच्योरिटी पर निकासी की सीमा 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत कर दी गई है, लेकिन ध्यान रहे, यह नियम नई पॉलिसी पर ही लागू होगा। एक अन्य अहम बदलाव के तहत पॉलिसी खरीदने वाला ही तय करेगा कि वह गारंटीड रिटर्न चाहता है या नहीं।

क्या होगा यदि बीच में नहीं भर पाए बीमा पॉलिसी की किस्त: कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि एक समय के बाद वे अपन बीमा पॉलिसी की किस्त नहीं भर पाते हैं और उनकी पॉलिसी खत्म होती है, जमा किया हुआ पैसा भी डूब जाता है। अब यह व्यवस्था के मुताबिक, अब पांच सालों के बाद बीमाधारक प्रीमियम की राशि को 50 फीसदी तक घटा सकता है। यानी वह आधी किस्त के साथ ही पॉलिसी जारी रख सकता है। इसी तरह यूलिप प्लान पर बेहतर रिटर्न देने की कोशिश की गई है।

NEFT के बाद अब RTGS भी 24x7x365: आरबीआई ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि NEFT के बाद अब RTGS भी सातों दिन चौबीस घंटे उपलब्ध होगा। यह व्यवस्था 1 दिसंबर से लागू होने जा रही है। यानी किसी भी समय RTGS के रुपए ट्रांसफर किए जा सकेंगे। अभी महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर हफ्ते के सभी कामकाजी दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक यह सुविधा उपलब्ध है। बता दें, पिछले साल सातों दिन 24 घंटा NEFT की सुविधा प्रदान की गई थी। RTGS का फूल फॉर्म है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट। इसके जरिए तुरंत फंड ट्रांसफर किया जा सकता है। RTGS के जरिए 2 लाख रुपए से कम अमाउंट ट्रांसफर नहीं हो सकता है। इसे ऑनलाइन और बैंक ब्रांच दोनों माध्यमों से इस्तेमाल किया जा सकता है।

1 दिसंबर से चलेंगी नई ट्रेनें, यात्रियों को मिलेगी सुविधा: कोरोना काल के बाद रेलवे अपनी सेवाओं को सामान्य करने में जुटा है। स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अब 1 दिसंबर से भी कुछ ट्रेनों का परिचालन शुरू होने जा रहा है। इनमें शामिल हैं झेलम एक्सप्रेस और पंजाब मेल। दोनों ट्रेनों को सामान्य श्रेणी के तहत चलाया जा रहा है। 01077/78 पुणे-जम्मूतवी पुणे झेलम स्पेशल और 02137/38 मुम्बई फिरोजपुर पंजाब मेल स्पेशल प्रतिदिन चलेगी।

1 दिसंबर से रसोई गैस की कीमतों में होगा बदलाव: हर महीने की पहली तारीख को सरकार रसोई गैस यानी LPG सिलेंडरों के दामों की समीक्षा करती है। यानी 1 दिसंबर को भी देशभर में रसोई गैस के दाम बदलेंगे। पिछले महीनों से इन दामों में कोई बदलाव नहीं आया है। दिसंबर में भी ऐसी उम्मीद की जा सकती है, लेकिन पेट्रोल और डीजल के दामों का बढ़ना शुरू हो गया है। ऐसे में रसोई गैस उपभोक्ताओं के मन में भी आशंका उठने लगी है। देखना होगा कि इसी दिन पेट्रोल और डीजल के दामों पर क्या फैसला होता है?

1 दिसंबर से लागू हो सकती है कोरोना लॉकडाउन की नई गाइडवाइन: देश में कोरोना के केस एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि केंद्र सरकार जल्द नई गाइडलाइन जारी कर सकती है और 1 दिसंबर से इसे लागू कर सकती है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि अर्थव्यवस्था को जारी रखते हुए कोरोना महामारी को कैसे रोका जाए। अभी मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में नाइट कर्फ्यू लगाए गए हैं। सवाल यह भी है कि स्कूल कॉलेज कब खुलेंगे?

यहां 1 दिसंबर से खुलेंगे मेडिकल, पैरामेडिकल कॉलेज: कर्नाटक से खबर है कि राज्य में 1 दिसंबर से राजीव गांधी स्वास्थ्य विज्ञान से संबद्ध मेडिकल और पैरामेडिकल कॉलेज नियमित कक्षाएं शुरू कर देंगे। कोरोना महामारी के कारण मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद से कॉलेज बंद थे। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने यह ऐलान किया है।

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