Monday, November 25, 2024
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रुद्रपुर : जवाहर नगर मुख्य सड़क गड्ढे होने से कई राहगीर चोटिल, कांग्रेस नेता पनेरू के नेतृत्व में आक्रोशित ग्रामीणों ने दिया धरना

(विजय आहूजा) रुद्रपुर, ग्राम जवाहर नगर के मुख्य सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से कई राहगीर चोटिल हो चुके हैं जिसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों के साथ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री हरीश पनेरू के नेतृत्व में पानी से भरे गड्ढे में बैठकर धरना दिया एवं स्थानीय लोक निर्माण विभाग के ख़िलाफ़ जमकर आक्रोश प्रकट किया गया। इस अवसर पर पनेरू ने कहा कि पिछले दिसंबर माह में उनके द्वारा तत्कालीन अधिशासी अभियंता के साथ उक्त सड़क को ठीक करने की माँग को लेकर एक समझौता हुआ था जिसमें सड़क को ठीक करने के लिए मार्च तक का समय माँगा गया था,

लेकिन तब से लेकर आज तक उक्त सड़क को ठीक करना की बजाए सड़क पर और बड़े गड्ढे हो गए हैं जिसको लेकर स्थानीय लोक निर्माण विभाग की अनदेखी से परेशान होकर ग्रामीण आक्रोशित हैं तथा आए दिन गड्ढों में गिरकर राहगीर चोटिल हो रहे हैं जिस कारण आज धरना देने को मजबूर होना पड़ रहा है। धरनास्थल पर पनेरु ने दूरभाष पर अधिशासी अभियंता श्री मनोज दास को ग्रामीणों के आक्रोश से अवगत कराया जिस पर अधिशासी अभियंता द्वारा दूरभाष पर ही उक्त सड़क के गड्ढे तत्काल भरने आश्वासन दिया तथा पूरी सड़क के पुनः निर्माण के लिए रुपए 95 लाख का एस्टिमट साशन को संधारबित करने का हवाला दिया तथा धरना समाप्त करने का अनुरोध किया जिस पर ग्रामीणों द्वारा बात को मान लिया गया। पनेरू ने कहा की अगर उक्त सड़क का 95 लाख का ऐस्टिमट स्वीकृत करने तथा धन जारी करने में लापरवाही की गयी तो वे ग्रामीणों के साथ पी॰डबल्यू॰डी॰ कार्यालय में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

पनेरू ने कहा की जवाहर नगर की मुख्य सड़क सहित शांतिपुरी की मुख्य सड़क सहित अनेक छोटी सड़कें काफ़ी ख़राब हालत में हैं। भाजपा सरकार में सड़कों की हालत बहुत ख़राब है। स्थानीय विधायक द्वारा कभी एस्टिमट के नाम पर, कभी स्वीकृति के नाम पर, कभी चिट्ठी लिखने के नाम पर जनता को गुमराह कर विकास करने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है लेकिन धरातल पर कोई काम नही हो रहा है।

इस अवसर पर ज़िला पंचायत सदस्य दीपा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य पंकज कोरंगा, मोहन सिंह बिष्ट, मोहन पाण्डेय, प्रेम आर्य, धनसिंह कोरंगा, पुरन वर्मा, बी०एल० वर्मा, राकेश उपाध्याय, रमेश देवराड़ी, दिनेश कुनियाल, यशोध नगारकोटि, वसंत वर्मा, गौरीशंकर आदि मौजूद थे।

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