देवप्रयाग/ श्रीनगर – उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व काबीना मंत्री दिवाकर भट्ट जी द्वारा अपने चुनाव क्षेत्र देवप्रयाग ,भ्रमण कार्यक्रम के तीसरे दिन देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग व तीर्थ पुरोहितों के हक हकूक धारी व्यवस्था को पूर्व की भांति रखने की मांग का समर्थन किया गया है , साथ ही केंद्रीय अध्यक्ष द्वारा राज्य में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को मध्य नजर रखते हुए आम जनता से स्वयं की रक्षा स्वयं करने हेतु सुझाव दिया गया। उत्तराखंड के पहाड़ी जनपद जो सदियों से शांत वादियों व मद्य निषेध आंदोलन के जन्म स्थल रहे हैं, केंद्रीय अध्यक्ष द्वारा भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा इस संक्रमित महामारी अवधि में धन एकत्रित करने हेतु मदिरा को आवश्यक पदार्थों की श्रेणी में रखना हास्यास्पद करार दिया गया है ,
साथ ही आरोप लगाया गया कि धना भाव के कारण जहां राजकीय कर्मचारियों को अवधि से पूर्व ही सेवानिवृत्ति हेतु बाध्य किया जा रहा है वहीं उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों के रिकवरी आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी हो रही है ,जो आम जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
दूसरे राज्यों से व जनपदों से घर लौटे व रोजगार के इच्छुक भाइयों से क्षेत्र में ही रहकर स्वरोजगार प्रारंभ हेतु सुझाव दिया गया ,व इस हेतु सहयोग का भी आश्वासन उनके द्वारा दिया गया । भ्रमण कार्यक्रम में पूर्व ब्लाक प्रमुख विजेंद्र सिंह निजवाला, राजेंद्र रतूड़ी , रवि बलूनी , सतेंद्र भट्ट , श्री बीरबल, क्षेत्र के प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा केंद्रीय अध्यक्ष जी को समस्याओं से अवगत कराया गया । समस्याओं के समाधान हेतु अध्यक्ष जी द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया ।
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