रुद्रप्रयाग-विकास खंड ऊखीमठ के गांव उषाडा व दैडा में भू-धंसाव व अतिवृष्टि के कारण हुई क्षति के चलते राहत कार्य जारी हैं। इसी माह 10 व 11 अगस्त को हुई अत्यधिक बारिश के चलते इन गांवों में भू-धंसाव तथा 14 अगस्त को हुई अतिवृष्टि के कारण काफी क्षति हुई। इस सम्बंध में जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देश पर नायब तहसीलदार ऊखीमठ की अध्यक्षता में गठित ( राजस्व उपनिरीक्षक उषाडा व दैडा ) समिति ने 15 अगस्त को सर्वेक्षण किया।
टीम की गांव में निरीक्षण आख्या के बाद क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट भेजी गई। अतिवृष्टि व भू धसाव के कारण हुई क्षति में 79 प्रभावित परिवार को ग्राम उषाडा, स्यामली तोक एवं पाटा तोक जंगलात चौकी के भवनों पर स्थानांतरित किया गया। साथ ही प्रभावित परिवारों को स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि क्षतिग्रस्त भवनों पर कोई परिवार निवास न करें। गाँव मे क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की वैकल्पिक व्यवस्था कर विभाग द्वारा इसे सुचारू कर दिया गया है। विद्युत विभाग द्वारा विद्युत व्यवस्था तथा पूर्ति विभाग के द्वारा आगामी सितंबर माह तक के लिए इन गांवों में खाद्यान्न की व्यवस्था उपलब्ध करा दी गई है। कृषि विभाग के अनुसार उषाडा गांव में 18 हेक्टेयर सिंचित तथा 8 हेक्टेयर असिंचित बंजर तथा दैडा गांव में 10 हेक्टेयर सिंचित व 2 हेक्टेयर बंजर भूमि प्रभावित हुई है जिसके लिए विभाग द्वारा मुआवजा वितरण की कार्रवाई गतिमान है। आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा इन गांवों में अभी तक 4 टेंट के साथ ही 86 राहत किट उपलब्ध कराए गए हैं।
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