कानपुर, उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पुलिस ने बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दंपती समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। मौके से पुलिस को आपत्तिजनक सामान भी मिला है। जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं। आसपास के लोग भी हैरान हैं। दरअसल, चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर रामपुरम में पुलिस ने रविवार शाम किराए के मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ कर संचालक समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया था।
संचालक दंपती और उनका एक रिश्तेदार है। पिछले एक साल से आरोपी रैकेट चला रहे थे। यहां पर आसपास जिलों की युवतियां व युवक आते थे। आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुईं। पूरी सौदेबाजी व्हाट्सएप के जरिये होती थी। गिरोह महिलाओं को आगे कर रैकेट का संचालन कर रहा था। चकेरी इंस्पेक्टर रणजीत राय ने बताया कि रामपुरम में अजय सिंह के घर पर अचलगंज उन्नाव निवासी राघवेंद्र शुक्ला अपनी पत्नी के साथ किराये पर रहता था। वह नौबस्ता केपशुपति नगर निवासी अपने साढ़ू आशुतोष ओझा व उसकी पत्नी के साथ मिलकर सेक्स रैकेट चला रहा था।पुलिस ने इन चारों के अलावा कैंट लालकुर्ती निवासी सत्यम द्विवेदी और चार अन्य युवतियों को गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर ने बताया कि राघवेंद्र व आशुतोष के मोबाइल से पता चला है कि वह 50 से अधिक व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं जिस पर वह ग्राहकों को युवतियों की फोटो भेजते थे। फिर रेट तय होता था। उसकेबाद ग्राहक उसके घर पर आते थे।1500 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक में लड़कियां उपलब्ध कराई जाती थीं। सुरक्षित जगह मुहैया करवाने के नाम पर अलग रकम वसूलते थे। आरोपियों में शामिल फतेहपुर के बकेवर निवासी बलवीर की पत्नी भी ग्राहक लाने का काम करती थी। रैकेट का नेटवर्क प्रदेश के कई अन्य शहरों और दिल्ली में भी फैला हुआ है। कई बड़े सेक्स रैकेट संचालक इनके संपर्क में हैं। 10 हजार में लिया था मकान
इंस्पेक्टर ने बताया कि मकान मालिक अजय सिंह के बारे में खास जानकारी नहीं मिल सकी है। आसपास के लोगों ने बताया है कि उसका कानपुर में ही दूसरा मकान है जहां वह रहता है। पुलिस उस तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने जब छापा मारा तो राघवेंद्र ने अपना मोबाइल तोड़ दिया। पुलिस ने मोबाइल ले तो लिया है लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ। हालांकि अन्य सभी के मोबाइल मिल गए हैं। उसमें अहम जानकारियां हैं।(source: jagatbhumi.com)
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