पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), 9 अगस्त।
“बैलि रात भर नि सि, मुखथै बीर मौत दिखिनी, अब का जाँनू कै ठौर नैछ”। यह बात महिलाओं ने आज हुई बैठक में अपने आंखो में आंसू छलकाते हुए कही. शनिवार के रातभर गरघनियां व बलौटा तोक के 58 परिवार जगते रहे. कल रात हुई मूसलाधार बारिश ने फिर 18 व 19 जुलाय की खौपनाक रात की याद से आपदा पीडितो को सहमा दिया. आज इन दो गांवो में हुई बैठक में प्रभावितो ने कहा कि हम भी 12 अगस्त को यहां आने वाले कुमांऊ कमीश्नर का घेराव कर पुर्नवास व बी.आर.ओ.की मनमानी का मामला जोरदार ढंग से उठायेंगे.
आज बलौटा व गरघनियां तोक की सयुंक्त बैठक ग्राम प्रधान ललिता मर्तोलिया की अध्यक्षता में हुई.बैठक में आपदा प्रभावित बोली कि कल रात भर हम सो नहीं पाये. जाग कर बस भगवान से जिंदगी बचा देने की अपील कर रहे थे. बैठक में प्रभावित महिलाएं कहने लगी कि हमें कोई सुरक्षित ठिकाने में पहुंचा दे, नहीं तो कभी भी अनहोनी हो सकती है. दोनो गांवो के प्रभावितो ने कहा कि गांव के ऊपर बजानी,हंसपानी,दलानी नामक चट्टान लगातार टूट रहे है. इन चट्टानो को कमजोर करने तथा पत्थर व मलवा सड़क से नीचे फैंकने के लिए बी.आर.ओ.दोषी है, बार बार कहने के बाद भी बी.आर.ओ.ने कभी भी इन खतरो को ध्यान में रखकर काम नहीं किया. बी.आर.ओ.का कार्य हमेशा आपदा को बढ़ाने वाला ही रहा है.
बैठक में रांथी के तर्ज पर कुमांयू आयुक्त का घेराव करने की घोषणा की गयी. बैठक में इन चट्टानो के साथ ही दोनो गांवो का भू गर्भीय सर्वे कर विस्थापन करने की मांग पर जोर दिया गया.
गांव के बीच से बह रहे गधेरे को सूरक्षा के घेरे में लाकर गांव के आबादी क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए कार्ययोजना बनाने की मांग भी की गयी.
प्रभावित परिवारो ने बताया कि हमारे पशु घर के भीतर कैद होकर रह गए है. रात में आपदा आने पर जान बचाने के लिए घर से सुरक्षित ठिकाने पर जाने का पैदल रास्ता तक नहीं है. प्रभावित बोले कि हम जांये तो जांये कहां.
आपदा प्रभावितो ने कहा कि दस साल से हम आपदा का दंश झेल रहे है, अब तो चुप नहीं बैठेंगे.इस बार आर पार का संघर्ष किया जायेगा.
जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि हम अभी तक सरकार व प्रशासन से विनती कर रहे है तो इसे हमारी कमजोरी न समझा जाय.कहा कि सरकार की पुर्नवास नीति में ही खोट है, इसलिए सरकार को जनता के धेर्य की परीक्षा न लेकर युद्ध स्तर पर काम कर प्रभावितो को राहत देने के लिए आगे आना चाहिए.
बैठक में केदार सिंह मर्तोलिया, प्रेम सिंह मर्तोलिया, लवराज रावत, हीरा देवी, मुन्नी देवी, कमला, जमुना, हीरामति, प्रेमा देवी आदि मोजूद रहे.
अगस्त क्रांति : आजादी के दीवानों को याद करते नया मुनस्यारी बनाने का लिया संकल्प
पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), 9 अगस्त।
अगस्त क्रांति पर आज यहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मारक पर दीप प्रज्वलित कर आजादी के इन सपूतो को श्रंदाजलि दी गई. इस मौके पर आजादी के दीवानो को याद करते हुए नया मुनस्यारी बनाने का संकल्प भी लिया गया.
कुमांऊ में सल्ट के बाद सर्वाधिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जोहार घाटी में हुए.क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी त्रिलोक सिंह पांगती आजादी के आंदोलन में शहीद हो गए थे. जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल पर पहली बार अगस्त क्रांति के मौके पर थाना बैण्ड स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मारक पर दीप प्रज्वलित कर आजादी के नायको को श्रंदासुमन अर्पित किया गया.
क्षेत्र के आजादी के नायको को याद करने के लिए स्मारक को दीपको से जगमगा दिया गया था.
जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि कोरोना के कारण शहीदो की याद में होने वाले इस अगस्त क्रांति के कार्यक्रम को मात्र यादगार के रचप में किया गया है. आने वाले समय में शहीदो के याद में होने वाले इस कार्यक्रम को भव्य बनाया जायेगा.इस अवसर पर उषापति द्धिवेदी, हेमा पांगती,बिमला द्धिवेदी,नंदा धर्मसत्तू,मथुरा मर्तोलिया, चन्द्रा मर्तोलिया,भागीरथी जंगपांगी,गंगोत्री रिलकोटिया,नीमा देवी, नीतू बृजवाल आदि मौजूद रहे.
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