Saturday, October 26, 2024
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उत्तरकाशी में तनाव के बाद शांति, बाजार बंद, धारा 163 लागू, चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात

-धर्म गुरुओं की अपील पर घरों में पढ़ी गई नमाज
-समूची घाटी के बाजार बंद, यात्री परेशान

उत्तरकाशी, एक धार्मिक स्थल को हटाने की मांग को बीते कर लेकर हिंदू संगठनों द्वारा निकाली गई रैली के दौरान हुए बवाल और पथराव के बीच अब तनावपूर्ण शांति का माहौल है। पुलिस पर हुए पथराव और लाठी चार्ज की घटना के बाद पूरे जनपद में धारा 163 लगा दी गई है तथा चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है। वही लाठीचार्ज के विरोध में आज पूरी यमुना घाटी के बाजार बंद है जिसका असर गंगा घाटी के बाजार पर भी देखा जा रहा है। तनाव के कारण आज जुमे की नमाज भी अता नहीं हुई तथा लोगों ने घरों में ही नमाज अता की। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए इस संघर्ष में आठ पुलिस कर्मियों सहित 28 लोग घायल हो गए थे। एसपी उत्तरकाशी का कहना है कि क्षेत्र में अब शांति है तथा किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए धारा 163 लगा दी गई है। क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात है तथा किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।कल हुए लाठी चार्ज के विरोध में व्यापार मंडल के आह्वान पर पूरी यमुना घाटी और गंगा घाटी के बाजार बंद हैं तथा किसी की भी दुकान नहीं खुली है। बाजार बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। पुलिस आज कहीं भी लोगों को इकट्ठा नहीं होने दे रही है। उधर मुस्लिम धर्म गुरुओं द्वारा लोगों से अपील की गई है कि वह शांति व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस की मदद करें तथा जुमे की नमाज के लिए मस्जिद न आकर घरों में ही नमाज अता करें। आज मस्जिद में जुमे की नमाज भी नहीं पढ़ी गई।
वहीं संघर्ष में घायल स्वामी दर्शन भारती द्वारा भी पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी गई थी कि अगर आज नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाती है तो फिर प्रदेश के युवा आरपार की लड़ाई लड़ेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।जिलाधिकारी और एसपी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। देर सायं तक कोई टकराव या अप्रिय घटना की खबर नहीं है यात्रा मार्गो से लेकर बाजारों तक सन्नाटा पसरा है तथा पुलिस बल ही दिखाई दे रहा है। पुलिस बल असामाजिक तत्वों पर नजर रखे है, फिलहाल महौल शांतिपूर्ण है l

 

उत्तरकाशी की घटना पर नैनबाग में निकाली आक्रोश रैली : फूंका सरकार और जिला प्रशासन का पुतला उत्तरकाशी की घटना पर नैनबाग में निकाली आक्रोश रैली, फूंका सरकार और जिला  प्रशासन का पुतला – Dhanaulti Express

नैनबाग (शिवांश कुंवर), उत्तरकाशी में मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू संगठनों ने नैनबाग में आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान नैनबाग व्यापार मंडल ने बाजार बंद रखकर आक्रोश रैली निकाल कर उत्तरकाशी जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोश रैली पर हुए लाठीचार्ज और पथराव की निंदा कर सरकार और जिला प्रशासन का पुतला फूंका। व्यापार मंडल ने मामले पर कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर तहसीलदार नैनबाग को पत्र प्रेषित किया।
व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश तोमर ने कहा कि हिन्दू संगठन की रैली के दौरान लाठीचार्ज और पथराव किया गया, जिसमें कई लोग चोटिल हो गए। यमुना और गंगा घाटी जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की घोर निंदा करते है। उक्त प्रकरण पर अगर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो व्यापार मण्डल नैनबाग नेशनल हाईवे पर चक्का जाम करने पर बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर दीवान सिंह रावत, उपेंद्र नेगी, वीरेंद्र रमोला, मोहन लाल निराला, अर्जुन कुंवर, महावीर चौहान, रामप्रसाद थपलियाल, विनीत कैंतुरा, विपिन रमोला, नीरज चौहान, अमित पंवार, गुलशन कवि, दीपक चौहान, नागेंद्र चौहान, राहुल राणा सहित कई लोग शामिल रहे।

 

 

छात्रसंघ चुनाव युवाओं का लोकतांत्रिक अधिकार

देहरादून, मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के सह संयोजक लुशुन टोडरिया ने कहा कि भाजपा सरकार मूल निवास और भू कानून आंदोलन से घबराई हुई है। जिस तरह से युवा मूल निवास और भू कानून आंदोलन को लेकर एकजुट हो रहे हैं, उससे घबराकर भाजपा सरकार युवाओं की आवाज़ को दबाना चाहती है। भाजपा सरकार नहीं चाहती है प्रदेश के युवा कॉलेज, विश्वविद्यालयों में अपने अधिकारों, छात्रहितों के मुद्दे, मूल निवास और भू कानून पर चर्चा करें और इन मुद्दों को लेकर कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में पढ़े-लिखे युवाओं के बीच बहस हो।
लुशुन टोडरिया ने कहा कि सरकार ने अब युवाओं कि आवाज़ दबाने के लिए प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव ना करवाने का फैसला किया है। इस फैलसे का विरोध होना चाहिए।
हमारा मानना है कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है और छात्रसंघ चुनाव युवाओं को अपने प्रतिनिधि चुनने और सार्थक बहस के लिए मंच प्रदान करता है।
सरकार के इस मनमाने अलोकतांत्रिक फैसले के खिलाफ सभी छात्रों और युवाओं को एकजुट होना होगा। इसी को लेकर मूल निवास – भू कानून समन्वय संघर्ष समिति जल्द एक युवा अधिवेशन आयोजित करने जा रही है। हम विभिन्न संगठनों से जुड़े सभी युवाओं, छात्रों, छात्र नेताओं का आह्वान करते हैं कि प्रदेश सरकार के इस फैसले के खिलाफ एकजुट हों और युवा विरोधी निर्णय के खिलाफ़ मुखरता से आवाज़ बुलंद करें।

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