Monday, February 24, 2025
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नया संशोधित भू कानून जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला : धस्माना

-दो जिले व एक सौ बारह नगर निकाय क्षेत्र भू कानून से बाहर

देहरादून (केएस बिष्ट), उत्तराखंड की धामी सरकार द्वारा बजट सत्र में नए संशोधित भू कानून को पास करवाए जाने को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसे केवल जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला कानून बताते हुए एन डी तिवारी सरकार वाले भू कानून को जस का तस लागू करवाने की मांग की है आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि नए संशोधित भू कानून में धामी सरकार ने दो महत्वपूर्ण जिले हरिद्वार और उधम सिंह नगर व राज्य के एक सौ बारह नगर निकाय क्षेत्रों में को बाहर रक्खा जिससे साफ हो गया कि भाजपा सरकार राज्य के मूल निवासियों की भावनाओं और उनकी सांस्कृतिक धरोहर उनके जल जंगल व जमीन के संरक्षण के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य गठन के बाद पहली निर्वाचित कांग्रेस सरकार जो कि एन डी तिवारी जी के नेतृत्व में बनी थी उसने राज्य के पर्वतीय स्वरूप व राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और जल जंगल जमीन को धन पशुओं से बचाने के लिए राज्य को बेहतरीन भू कानून दिया था किंतु उस कानून को २०१७ के बाद भाजपा सरकार गठन के बाद त्रिवेंद्र तीरथ व धामी सरकारो ने संशोधनों के माध्यम से निष्प्रभावी कर दिया और २०१८ से आज तक राज्य की बहुमूल्य जमीनें राज्य से बाहर के लोगों ने धनबल के बल पर खरीद लीं जिसके कारण आज राज्य भर में जनता में भरी आक्रोश व्याप्त है और राज्य का युवा वर्ग महिलाएं और अब तो आम जन राज्य के लिए एक सख्त भू कानून की मांग को लेकर आंदोलनरत है।
धस्माना ने कहा कि धामी सरकार ने जनता के आक्रोश को शांत करने के लिए सख्त भू कानून का शिगूफा छोड़ा और अब बजट सत्र में एक संशोधित भू कानून विधानसभा में ला कर पारित करवा लिया जो एक लंगड़े लूले कानून के रूप में बेमतलब पास करवा दिया गया जो कि राज्य के दो अति महत्वपूर्ण जिलों हरिद्वार और उधम सिंह नगर व राज्य के नगर निकाय क्षेत्रों में प्रभावी ही नहीं होगा। धस्माना ने कहा कि धामी सरकार की मंशा अगर राज्य को एक सशक्त भू कानून देने की होती तो वे वर्ष २०१७ से लेकर २०२५ तक तिवारी सरकार के भू कानून में किए गए सभी संशोधनों को रद्द कर पूरे राज्य के लिए एक भू कानून बनाती और २०१८ से २०२५ तक पुराने कानून का उल्लंघन कर बाहरी लोगों द्वारा खरीदी हुई सारी भूमियों की जांच करवा कर उस भूमि को राज्य सरकार में निहित करवाती।
धस्माना ने बजट सत्र में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा की गई अभद्रता प्रकरण में श्री धस्माना ने कहा कि जानबूझकर प्रदेश में पहाड़ी बनाम मैदानी का विभाजन किया जा रहा है और इसके लिए पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी व उनकी सरकार जिम्मेदार है। श्री धस्माना ने कहा कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधानसभा में गाली प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी अब तक खामोश है और उसने ना ही मंत्री से इस प्रकरण पर कोई सफाई मांगी है और ना ही उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही की है। श्री धस्माना ने कहा कि इससे ज्यादा अफसोसनाक विधानसभा अध्यक्ष का व्यवहार है जिन्होंने ना तो गाली दे रहे मंत्री को रोका और ना ही उनसे माफी मांगने को कहा बल्कि उल्टा कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला को इस मुद्दे पर बोलने नहीं दिया और उनको बुरे तरीके से डांटने का कार्य किया।
धस्माना ने कहा कि मंत्री के इस ऊंट पतंग बयान से व विधानसभा अध्यक्ष के रवैया व सत्ताधारी दल की खामोशी से यह साबित हो रहा है कि भाजपा ने जानबूझ कर राज्य की जनता को पहाड़ी बनाम मैदानी में विभाजित करने का षडयंत्र रचा है। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस इस पूरे प्रकरण में मांग करती है कि भाजपा अपने मंत्री को अपने इस कुकृत्य के लिए माफी मांगने के निर्देश दे अन्यथा मुख्यमंत्री से मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के आदेश दें।

 

 

अपमानजनक टिप्पणी करने पर प्रेमचंद अग्रवाल का फूंका पुतला

देहरादून, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान पहाड़ व पहाड़ के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करते हुए देहरादून लैंसडौन चौक पर मूल निवास भू कानून समन्वय समिति व पहाड़ी स्वाभिमान सेना के सदस्यों द्वारा प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया गया! मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा गया कि ये पहाड़ की अस्मिता पर चोट है और हमारे इस स्वाभिमान पर चोट को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि क्या यही दिन देखने के लिए पहाड़ के लोगों ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए शहादत दी थी ? यही लोग अपने वोटबैंक के लिए पहाड़ और मैदान के लोगों को आपस में बांटते हैं।
उन विधायकों से भी पूछना चाहता हूँ जो विधानसभा के अंदर बैठे थे, जब पहाड़ के लोगों को गाली दी जा रही थी, तब उनका जमींर कहाँ मर गया था ?
इस मौके पर पहाड़ी स्वाभिमान सेना से राकेश नेगी, प्रमोद काला, पंकज उनियाल, अनिल डोभाल, मनिंदर बिष्ट, लक्ष्मी प्रसाद रतूड़ी, हिमांशु रावत, बॉबी रांगड,टीएस नेगी, विपिन नेगी, आशुतोष कोठारी, आशीष नौटियाल आदि मौजूद थे।

 

अपमानजनक टिप्पणी करने पर प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका

देहरादून। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान पहाड़ व पहाड़ के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करते हुए देहरादून लैंसडौन चौक पर मूल निवास भू कानून समन्वय समिति व पहाड़ी स्वाभिमान सेना के सदस्यों द्वारा प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया गया! मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा गया कि ये पहाड़ की अस्मिता पर चोट है और हमारे इस स्वाभिमान पर चोट को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि क्या यही दिन देखने के लिए पहाड़ के लोगों ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए शहादत दी थी ? यही लोग अपने वोटबैंक के लिए पहाड़ और मैदान के लोगों को आपस में बांटते हैं।

उन विधायकों से भी पूछना चाहता हूँ जो विधानसभा के अंदर बैठे थे, जब पहाड़ के लोगों को गाली दी जा रही थी, तब उनका जमींर कहाँ मर गया था ?

इस मौके पर पहाड़ी स्वाभिमान सेना से राकेश नेगी, प्रमोद काला, पंकज उनियाल, अनिल डोभाल, मनिंदर बिष्ट, लक्ष्मी प्रसाद रतूड़ी, हिमांशु रावत, बॉबी रांगड,टीएस नेगी, विपिन नेगी, आशुतोष कोठारी, आशीष नौटियाल आदि मौजूद थे।

 

यूथ रेडक्रॉस ने जीआईसी, नालापानी में दिया छात्र छात्राओं आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण

“रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा का भी किया गया सम्मान”

देहरादून, राजकीय इण्टर कॉलेज नालापानी में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विगत दिनों आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर में यूथ रेडक्रास कमेटी के अनिल वर्मा मास्टर ट्रेनर द्वारा छात्र – छात्राओं को आपदा प्रबंधन, अग्निशमन तथा प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया गया । इसके साथ ही नशामुक्ति, एड्स कंट्रोल, एनीमिया, रक्तदान, थैलीसीमिया, डेंगू कंट्रोल एवं सड़क सुरक्षा आदि‌‌ विभिन्न विषयों पर जागरूकता अभियान चलाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे पी तिवारी, एनएसएस अधिकारी एल एस बुटोला तथा राज्य शिक्षा, अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् सदस्य एस एस नेगी ने यूथ रेडक्रास के रक्तदारा शिरोमणि अनिल वर्मा को छात्र – छात्राओं को उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रदान करने एवं रिकॉर्ड 155 बार रक्तदान करके समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान हेतु पुष्प गुच्छ भेंटकर, शाल ओढकर तथा “शिक्षा विभाग उत्तराखंड सम्मान पत्र” प्रदान करके विभूषित किया l
यूथ रेडक्रास के मास्टर ट्रेनर आपदा प्रबंधन अनिल वर्मा ने बताया कि छात्र- छात्राओं को उनके द्वारा आपदा प्रशिक्षण के अंतर्गत भूकंप, भूस्खलन, बाढ़ आदि आपदा के उपरांत सर्च एंड रेस्क्यू में घायलों अथवा रोगियों को मलबे से सुरक्षित निकालकर उपचार हेतु ले जाने के इमरजेंसी मेथड्स ऑफ रेस्क्यू , फ्री हैंड एवं रोप रेस्क्यू , अग्निशमन के तहत् आग बुझाने के लिए रासायनिक अग्निशामक यांत्रिक उपकरणों का प्रयोग करने तथा प्राथमिक चिकित्सा के तहत् हार्ट अटैक के दौरान मृतप्राय मरीज को पुनर्जीवित करने के सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रीससिटेशन) आदि का विधिवत् सघन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण के उपरांत एन०एस०एस० के मण्डलीय समन्वयक गढ़वाल मंडल पुष्कर सिंह नेगी, जिला नोडल अधिकारी सुशील सैनी, एससीईआरटी कम्प्यूटर शिक्षा प्रशिक्षक अशोक कठैत, वरिष्ठ प्रवक्ता विपुल मिश्र तथा राजेन्द्र सिंह परमार ने अपने सम्बोधन में रेडक्रास द्वारा प्रदान किये गये प्रशिक्षण को बहुत उपयोगी बताते हुए आपदाओं के प्रति अति संवेदनशील उत्तराखंड के प्रत्येक नागरिक के लिए बेहद जरूरी बताया।

 

 

निरंकारी भक्तों ने तमसा नदी टपकेश्वर मंदिर में चलाया सफाई अभियान

देहरादून, बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की प्रेरणादायक शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए निरंकारी भक्तों, प्रभु प्रेमियों ने उत्साह के साथ टपकेश्वर महादेव परिसर एवं तमसा नदी की सफाई करके कई कुंतल कचरा एकत्रित कर नगर निगम के हवाले किया। सभी सेवादारो मे अच्छा खासा उत्साह देखा गया, प्रातः 7:00 बजे से 11:00 बजे तक चले इस सफाई अभियान में अनेकों गणमान्य एवं समाजसेवियों एनजीओ के सदस्यों ने भी शिरकत दी ।
मुख्य रूप से टपकेश्वर महादेव मंदिर के दिगंबर भरत गिरी महाराज एवं गोरखाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम थापा व अनिल मोटे ने भी निरंकारी मिशन की भूरि भूरि प्रशंसा की।
मसूरी ज़ोन के ज़ोनल इंचार्ज हरभजन सिंह एवं स्थानीय संयोजक नरेश विरमानी ने सभी का आभार प्रकट कर निरंकारी मिशन की अन्य गतिविधियों से अवगत कराया।
परम श्रद्धेय सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं सत्कार योग्य निरंकारी राजापिता रमित जी के पावन आशीवादों से देशभर मे 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1600 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया ।
हरभजन सिंह ने यह भी जानकारी दी की मसूरी ज़ोन के पांच जिलें देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी एवं उत्तरकाशी के 28 स्थानों पर प्रोजेक्ट अमृत के तहत सफाई अभियान चलाया गया । सेवादल के संचालक मनजीत सिंह के नेतृत्व में सभी ने सेवाओं को सुंदर रूप दिया ।

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