Friday, March 29, 2024
HomeUncategorizedरोडवेज कर्मचारी यूनियन और प्रबंधन बीच ढाई घंटे चली वार्ता : बनी...

रोडवेज कर्मचारी यूनियन और प्रबंधन बीच ढाई घंटे चली वार्ता : बनी बात और रोडवेज की हड़ताल समाप्त

देहरादून, उत्तराखंड़ में दो दिन से चली आ रही रोडवेज कर्मचारी यूनियन की हड़ताल प्रबंधन के साथ गुरुवार देर शाम करीब ढाई घंटे चली वार्ता के बाद खत्म हो गई। प्रबंधन ने वादा किया है कि आगामी मार्च तक संविदा एवं विशेष श्रेणी कर्मचारियों को पांच महीने के लंबित वेतन (अगस्त से दिसंबर-2020) का भुगतान कर दिया जाएगा।

नियमित कर्मचारियों को मार्च तक (अगस्त से नवंबर-2020) चार महीने के लंबित वेतन का भुगतान करने पर प्रबंधन ने सहमति दी। यूनियन की मांग के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रकरणों में महाप्रबंधक (प्रशासन) की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है, जो पंद्रह दिन में सभी मामलों की जांच कर अपनी रिपोर्ट रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान को सौंपेगी। प्रबंधन से सुलह के बाद कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने हड़ताल वापस लेने का एलान करते हुए देर शाम से ही बसों का संचालन शुरू करा दिया।

 

पांच माह के लंबित वेतन की भुगतान की मांग समेत अन्य मांगों को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने बुधवार तड़के से पूरे प्रदेश में रोडवेज बसों के पहिये थाम दिए थे। हालांकि, यूनियन दून मंडल में गत आठ जनवरी से बेमियादी हड़ताल पर बैठी थी, लेकिन प्रदेशव्यापी हड़ताल बुधवार को शुरू की गई थी। हड़ताल के कारण करीब 70 फीसद बसों के पहिये थमे रहे, जबकि बाकी 30 फीसद का संचालन दूसरे संगठन के चालक-परिचालकों से जैसे-तैसे कराया गया। प्रबंधन ने ग्रामीण डिपो में विवाद के मामले में बर्खास्त कर्मचारी यूनियन के मंत्री संदीप कुमार पर जांच बगैर कार्रवाई करने के मामले में दून के मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर और प्रभारी एजीएम रामलाल पैन्यूली को मंगलवार को ही पद से हटाकर रोडवेज मुख्यालय अटैच कर दिया था।

इसके बाद भी यूनियन संतुष्ट नहीं थी और अन्य मांगों पर भी कार्रवाई चाहती थी। हड़ताल समाप्त कराने के लिए बुधवार शाम भी यूनियन के पदाधिकारियों और रोडवेज प्रबंधन के बीच दो घंटे की सुलह वार्ता हुई थी, लेकिन यह विफल हो गई। जिसके चलते यूनियन द्वारा गुरुवार को भी हड़ताल जारी रखी गई। इस दौरान देहरादून मंडल समेत काठगोदाम एवं टनकपुर मंडल में लंबी दूरी के समस्त मार्गो पर बसों का संचालन प्रभावित रहा।

गुरुवार शाम चार बजे रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान, महाप्रबंधक प्रशासन हरगिरी और महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन समेत मंडलीय प्रबंधक संजय गुप्ता की मौजूदगी में हड़ताली यूनियन के पदाधिकारियों के साथ वार्ता शुरू हुई। इस दौरान यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी, प्रांतीय प्रवक्ता विपिन चौधरी, उप महामंत्री हरेंद्र कुमार, दून मंडलीय अध्यक्ष प्रवीण सैनी व मंत्री केपी सिंह मौजूद रहे। लंबित वेतन पर सकारात्मक हल निकालने के बाद अनुशासनात्मक मामलों में कार्रवाई को लेकर प्रबंधन ने कहा कि वह पहले ही आरएम व एजीएम को मुख्यालय में अटैच कर चुका है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि कोटद्वार डिपो के हुक्का प्रकरण में बर्खास्त कर्मचारियों व ग्रामीण डिपो में हुए विवाद में बर्खास्त कर्मचारी नेता संदीप कुमार के मामलों में महाप्रबंधक प्रशासन हरगिरी को जांच दी गई है। वह पंद्रह दिन में मामलों का पूरा परीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। यूनियन ने जो अन्य अनुशासनात्मक प्रकरण उठाए हैं, उसमें भी महाप्रबंधक प्रशासन जांच करेंगे। गलत एसीपी मामलों में चल रही कार्रवाई के परीक्षण के लिए प्रबंधन पहले ही एक कमेटी बना चुका है। प्रमोशन का मामला बोर्ड बैठक में रखने व समान काम समान वेतन का मामला न्यायालय के आदेशों के क्रम में मानने की बात कही गई। वार्ता के बाद यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने हड़ताल समाप्त करने का एलान किया।

उल्लेखनीय हो कि रोडवेज प्रबंधन ने हड़ताल के कारण आठ जनवरी से 14 जनवरी तक हुए नुकसान की रिपोर्ट सभी मंडलों से मांगी है और दूसरी तरफ प्रबंधन ने यूनियन के साथ समझौता कर लिया कि हड़ताल की वजह से गैर-हाजिर रहे कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। प्रबंधन ने ग्रामीण डिपो में सात जनवरी व दून मंडल में आठ जनवरी से चल रही हड़ताल के कारण बस संचालन प्रभावित होने का ब्योरा मांगा था। सभी डिपो से यह रिपोर्ट आ गई। इस बीच गुरुवार को महाप्रबंधक दीपक जैन ने सभी मंडलों व डिपो को नया आदेश जारी करते हुए 14 जनवरी तक चली हड़ताल का पूरा ब्योरा देने के आदेश दिए। कितने कर्मचारी अनुपस्थित रहे और कितनी बसें संचालित नहीं हुई, यह जानकारी मांगी गई है। वहीं, यूनियन के साथ हुए समझौते में प्रबंधन ने हड़ताल की वजह से गैर-हाजिर रहे समस्त कर्मियों की अनुपस्थिति दर्ज करने के बदले अवकाश दर्ज करने की बात कही। फिर चलने लगे बसों के पहिये, देर शाम करीब साढ़े छह बजे हड़ताल खत्म होने का एलान होते हुए यूनियन ने अपने समस्त चालक-परिचालकों को तुरंत ड्यूटी पर बुला लिया। लंबी दूरी की बसों का संचालन फिर शुरू हो गया। देहरादून समेत काठगोदाम व टनकपुर मंडल में भी रात्रि सेवाओं का संचालन शुरू हो गया |

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments