Friday, March 29, 2024
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SBI Card : वित्तीय परिणाम बता रहे हैं कि देश की आर्थिक स्थिति बदहाल

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान कर्ज लेने वालों की हालत खराब हुई है। भारतीय स्टेट बैंक की क्रेडिट कार्ड विंग एसबीआई कार्ड ने बताया है कि 30 सितंबर 2020 तक उसका एनपीए बढ़कर 4.3 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है। जबकि 2019 में 30 सितंबर को खत्म तिमाही में यह 2.3 फीसदी था। इसके अलावा एसबीआई कार्ड ने बताया है कि उसका एनपीए का बोझ 7.5 फीसदी तक पहुंच सकता था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कोविड संबंधित कुछ लोन को बैड लोन घोषित करने पर रोक का आदेश दिया हुआ है। इसके चलते अभी एनपीए नहीं बढ़ा है।

लोगों को आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा

हालांकि एसबीआई कार्ड के कहा है कि कर्ज का यह बोझ मैनेजेबल है। लेकिन इससे पता चलता है कि लोगों को इस दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। यही कारण है कि डिफॉल्ट में तेजी देखी जा रही है। एसबीआई कार्ड्स के 84 पर्सेंट कस्टमर वेतनभोगी लोग हैं। इनमें से 38 फीसदी सरकारी कंपनियों में नौकरी करते हैं। वहीं 24 फीसदी बड़े कॉर्पोरेट हाउस में नौकरी करते हैं। एसबीआई कार्ड ने बताया है कि उसके करीब 9 फीसदी ग्राहकों ने रिजर्व बैंक के रिजॉल्यूशन प्लान को स्वीकार किया है।

ये हैं कंपनी के वित्तीय परिणाम

जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए कंपनी ने अपने वित्तीय परिणाम जारी किए हैं। इसमें तिमाही में नेट प्रॉफिट में 46 फीसदी की गिरावट आई है। दूसरी तिमाही में एसबीआई कार्ड को 206 करोड़ का फायदा हुआ, जबकि पिछले साल इस तिमाही में 381 करोड़ का फायदा हुआ था। इसके अलावा एसबीआई कार्ड के डिफॉल्ट से बचने के लिए सेट असाइड फंड में भी काफी तेजी आई है। इस साल यह बढ़कर 14.2 फीसदी हो गया जो पिछले साल 5.6 फीसदी था। इसके अलावा खर्च में भी 10 फीसदी की गिरावट आई है, और यह 29,590 करोड़ रह गया है।

जानिए आज क्या रहा इसके शेयर का हाल

एसबीआई कार्ड की दूसरी तिमाही के नतीजे में मुनाफे में बड़ा घाटा दर्शाया गया है। इस वजह से शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल रहा। आज सुबह शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार के दौरान एसबीआई कार्ड के शेयर में 7 फीसदी से ज्‍यादा की गिरावट दर्ज की गई थी। अंत में यह बीएसई में 807.05 रुपये के स्तर पर और एनएसई में 807.25 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। source: goodreturns.in

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