पंतनगर, 108वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं उद्योग प्रदर्शनी का वर्चुअल मोड पर 13 से 16 अक्टूबर तक पंतनगर विश्व विद्यालय में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन पंतनगर स्थिति कृषि एवं सूचना तकनीकी केन्द्र के सभागार में आज मंगलवार को विश्वविद्यालय के कुलपति, डा. तेज प्रताप द्वारा बटन दबाकर किया गया।
उद्घाटन समारोह में डा. तेज प्रताप ने बताया कि जिस प्रकार हिन्दु समाज में 108 अंक शुभ एवं महत्वपूर्ण है उसी प्रकार पंतनगर विश्वविद्यालय का 108वां किसान मेला अपने आप में अनुठा है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 ने हमें कुछ नया करने का एक अवसर दिया और हम 108वें किसान मेले का आयोजन ऑनलाइन कर रहे हैं साथ ही ऑनलाइन आयोजित मेले की अच्छाईयां एवं कमियों को भी जान सकेगे। उन्होंने कहा कि किसान मेले में किसान बीज क्रय के लिए आते हैं और कृषि प्रदर्शनी से कुछ नया करने की प्रेरणा लेते है, जिससे नई तकनीकों को अपने खेतों एवं कृषि व्यवसायों में समावेश करते है।
यह सारी जानकारियां मेले के दौरान आॅनलाइन दी जा रही है। डा. प्रताप ने बताया कि पंतनगर के बीजों का वितरण ऑनलाइन किया जा रहा है अगर यह तरीका अच्छा रहा तो ऑनलाइन बीजों की बिक्री आने वाले समय पर लगातार जारी रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि तकनीको एवं शोधो की प्रदर्शनी वीडियो एवं पीपीटी के माध्यम से की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर ऑनलाइन माध्यम सफल एवं सुविधा जनक रहा तब भविष्य में वर्चुअल किसान मेले की अवधि एक सप्ताह या उससे अधिक भी की जा सकती है। डा. प्रताप ने मेले के आयोजन में प्रत्यत्नशील वैज्ञानिक, अधिकारी एवं कर्मचारियों के प्रयास की प्रशंसा की ।
उद्घाटन सत्र के प्रारम्भ में निदेेश प्रसार शिक्षा, डा. अनिल कुमार शर्मा ने सभी आगन्तुकों का स्वागत किया एवं वर्चुअल मेले के दौरान दी जा रही सुविधाओं और कार्यक्रम की जानकारी दी और बताया कि किसान पंतनगर बीजों की बिक्री ऑलाइन माध्यम से वेबसाइट www.pantkisanservice.com पर पंजीकरण कर 31 अक्टूबर 2020 तक प्राप्त कर सकेंगे। कार्यक्रम के अंत में संयुक्त निदेशक प्रसार, डा. अनुराधा दत्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के सभी राज्य के कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उत्तर प्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्र लगभग 20,000 से अधिक किसान ऑनलाइन जुडे हुए थे। इस किसान मेले का सीधा प्रसारण देखने के लिए इच्छुक कृषक संचार केन्द्र के वीडियो अनुभाग द्वारा संचालित https://youtu.be ) के माध्यम से प्रातः 10ः00 बजे से 3ः00 बजे तक सीधा प्रसारण देख सकते है और कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम के अन्तर्गत वैज्ञानिकों से अपनी कृषि संबंधित समस्याओं का समाधान भी प्राप्त कर सकते है।
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