Wednesday, May 14, 2025
Home Blog Page 1536

उत्तराखंड पुलिस : सब इंस्पेक्टर पद की संशोधित नियमावली को लेकर कैबिनेट मीटिंग पर टिकी नजर

0

देहरादून, उत्तराखंड़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर के रिक्त पदों को भरने के मामले में अब नजरें कैबिनेट पर टिकी हुई है। कैबिनेट ने शासन द्वारा बनाई गई संशोधित नियमावली को मंजूरी देने से पहले इस पर एक बार फिर चर्चा करने का निर्णय लिया है। इसमें बैकलाग पदों को नई नियमावली अथवा पदोन्नति व रैंकर्स के जरिये भरे जाने पर फैसला लिया जाना है। माना जा रहा है कि कैबिनेट की अगली बैठक में संशोधित नियमावली पर मुहर लग जाएगी।

शासन ने वर्ष 2018 में पुलिस इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर सेवा नियमावली 2018 तैयार की थी। इसमें सब इंस्पेक्टर के पदों को तीन हिस्सों में बांटा गया। व्यवस्था की गई कि सब इंस्पेक्टर के 34 फीसद पद सीधी भर्ती, 33 फीसद पद रैंकर्स और 33 फीसद पद वरिष्ठता के आधार पर भरे जाएंगे। नियमावली में सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री पदक हासिल करने वालों के लिए बोनस अंक का प्रविधान किया गया।

इससे पहले सब इंस्पेक्टर के 50 फीसद पद सीधी भर्ती और 50 फीसद पद विभागीय लिखित परीक्षा, यानी रैंकर्स के जरिये भरे जाते थे। नई नियमावली को 2018 के बाद से लागू माना गया। इस पर कार्मिक विभाग ने गृह विभाग से जानना चाहा कि 2018 के पूर्व रिक्त पदों को पुरानी व्यवस्था से ही भरा जाएगा या नई व्यवस्था से, क्योंकि नियमावली में वर्ष 2018 से पूर्व की कोई व्यवस्था नहीं दी गई है।

इस पर शासन ने नई नियमावली में संशोधन करते हुए पुराने बैकलाग के पदों को भी इसी आधार पर भरने का निर्णय लिया। यह मामला कैबिनेट के समक्ष लाया गया। इस पर दो मंत्रियों ने बैकलाग के पदों को भरने के लिए नई व्यवस्था का विरोध किया। उन्होंने पुराने पदों को वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति और रैंकर्स के जरिये भरने की पैरवी की। मामले में एकराय न बनते देख इसे फिर से मंत्रिमंडल के सामने रखने का निर्णय लिया गया। ऐसे में अब सभी पुलिस कर्मियों की नजर कैबिनेट की अगली बैठक पर टिकी हुई हैं।

यहां सिर्फ 7 रुपये Invest करने से मिलेगी हर महीने 5000 रुपये पेंशन! रिटायरमेंट, टैक्स और डेथ बेनिफिट भी हैं साथ

0

नई दिल्ली. यदि आपकी उम्र 40 साल अंदर की है तो आज हम आपको एक ऐसी योजना के बारे में बताने जा रहे है जहां आप हर रोज 7 रुपये जमा करके प्रति माह 5000 रुपये पेंशन पा सकते हैं. बात हो रही है अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana- APY) की . वैसे जब इसे वर्ष 2015 में शुरू किया तो यह सिर्फ असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए की गई थी , लेकिन अब इस योजना में 18 से 40 वर्ष की कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर पेंशन का लाभ उठा सकते हैं , जिनके पास बैंक या पोस्ट ऑफिस में अकाउंट है. इस योजना में 60 साल के बाद जमाकर्ताओं को पेंशन मिलना शुरू होती है. अटल स्कीम में पेंशन की रकम आपके द्वारा किए गए निवेश और आपकी उम्र पर निर्भर करती है. इस योजना के तहत कम से कम 1,000 रुपये , 2000 रुपये , 3000 रुपये , 4000 रुपये और अधिक से अधिक से 5,000 रुपये मासिक पेंशन मिल सकती है. इस पेंशन योजना के लिए अगर आप रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं तो आपके पास सेविंग्स अकाउंट , आधार नंबर और एक मोबाइल नंबर होना चाहिए.

रिटायरमेंट बेनिफिट

आप जितनी जल्दी अटल पेंशन योजना से जुड़ेंगे उतना अधिक फायदा मिलेगा। अगर कोई व्यक्ति 18 साल की उम्र में अटल पेंशन योजना से जुड़ता है तो उसे 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 5000 रुपये मासिक पेंशन के लिए प्रति माह 210 रुपये जमा करने होंगे. यानी इस योजना में हर रोज 7 रुपये जमा करके आप प्रति माह 5000 रुपये पेंशन पा सकते हैं. इस योजना में हर महीने 1000 रुपये की मासिक पेंशन के लिए प्रति माह केवल 42 रुरये जमा करने होंगे. वहीं 2000 रुपये पेंशन के लिए 84 रुपये , 3000 रुपये के लिए 126 रुपये और 4000 रुपये मासिक पेंशन के लिए हर महीने 168 रुपये जमा करने होंगे.

ं –

टैक्स बेनिफिट

अटल पेंशन योजना में निवेश करने वाले लोगों को इनकम टैक्स एक्ट 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है. इसमें से सब्सक्रीइबर्स के टैक्सेबल इनकम को घटा दिया जाता है. इसके अलावा स्पेशल मामलों में 50,000 रुपये तक का अतिरिक्त टैक्स बेनिफिट मिलता है. इस तरह इस योजना में 2 लाख रुपये तक का डिडक्शन मिलता है.

APY के डेथ बेनिफिट्स

इस योजना के सब्सक्राइबर की अगर मृत्यु हो जाती है तो उसकी पत्नी डिफॉल्ट रूप से नॉमिनी बन जाती है और पत्नी को योजना के सारे फायदे मिलते हैं. पत्नी को भी सब्सक्राइबर जितना ही पेंशन मिलता है. पत्नी के जीवित नहीं होने की स्थिति में सब्सक्राइबर ने जिसे नॉमिनी बनाया है , उसे इसके लिए तय कॉरपस का फायदा मिलता है. यानी नॉमिनी को एक निश्चित पेंशन मिलता है.

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी वैक्सीन की दो करोड़ से ज्यादा डोज : केंद्र

0

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी कोरोना वैक्सीन की दो करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध हैं। इन्हें अगले तीन दिन के भीतर तीन लाख और डोज मिल जाएंगी। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 20 करोड़ 76 लाख 10 हजार 230 डोज बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध कराया है।

सोमवार सुबह आठ बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इनमें से 16 मई तक 18 करोड़ 71 लाख 13 हजार 705 डोज का इस्तेमाल किया जा चुका है, जिसमें बर्बाद हुई डोज भी शामिल हैं। इस तरह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी दो करोड़ चार लाख 96 हजार 525 डोज उपलब्ध हैं। तीन दिन के भीतर इन्हें 2,94,660 डोज और मिल जाएंगी।

कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों को वैक्सीन के अलावा और भी कई तरह की मदद दी जा रही है। केंद्र ने आगे भी राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध कराते रहने का भरोसा दिलाया है।

इस बीच रेलवे ने कहा है कि अब तक रेलवे के करीब 4.32 लाख कर्मचारियों को कोविड-19 की वैक्‍सीन लगा दी गई है। बाकी कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए राज्यों पर जोर डाला जा रहा है। मालूम हो कि हाल ही में सरकार ने राज्यों को पत्र लिखकर कहा था कि वे अपने कोटे के नि:शुल्क टीकों का इस्‍तेमाल केवल सरकार द्वारा तय किए अग्रिम मोर्चे के कर्मचारियों अथवा 45 साल से ज्‍यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए करें।

पीएम मोदी ने ब्लैक फंगस को लेकर डॉक्टरों से की चर्चा, बोले- जागरूकता बहुत जरूरी

0

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक बार फिर से कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टरों से बातचीत की। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टरों के अनुभव और सीख जानी। इस दौरान देश के विभिन्न इलाकों के डॉक्टर मौजूद रहे। डॉक्टरों ने महामारी के इलाज के दौरान पीएम मोदी को कई मुश्किलों और अनुभवों के बारे में जानकारी दी।

पीएम मोदी ने डॉक्टरों के साथ हुई बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान कोविड-19 टीकाकरण की रणनीति को लेकर देश में कैसा माहौल है इसको लेकर बातचीत की। वहीं संवाद के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 मरीजों का इलाज पूरी तरह से एच ओ पी के आधार पर होना चाहिए। वहीं टेलीमेडिसिन सेवा देश के सभी तहसील और जिलों तक पहुंचनी चाहिए।

वहीं पीएम ने बैठक के दौरान आगे कहा कि चाहे जांच करना हो या दवाओं की आपूर्ति करना हो काम तेजी से होने चाहिए। डॉक्टरों को ब्लैक फंगस के बारे में जागरूकता फैलाने में अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि आप लोगों को ब्लैक फंगस बीमारी के बारे में लोगों को जानकारी दें।

आगे कहा कि करीब 90 प्रतिशत स्वास्थ्य पेशेवर पहले ही पहली खुराक ले चुके हैं और कोविड टीके से अधिकतर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो गयी है। बता दें कि वहीं दूसरी तरफ देश में कोरोना के नए मामलों में कमी देखने को मिल रही है। जबकि मौत का आंकड़ा अभी भी ऊपर नीचे हो रहा है।

कोरोना अपडेट : उत्तराखंड़ में आज मिले 3719 नये कोरोना संक्रमित, 136 की हुई मौत

0

देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना से आज भी कोई राहत की खबर नहीं है। कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आज बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 3719 नए मामले सामने आए हैं।  जबकि कोविड से 136 लोगों की आज मौत हुई है

पौड़ी जिला संक्रमण में पहले स्थान पर, जबकि नैनीताल जिले की संक्रमण दर 32.7 प्रतिशत

प्रदेश के चार मैदानी जिलों में नैनीताल को छोड़कर देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले की कोरोना संक्रमण दर 20 प्रतिशत से कम हुई है। जबकि नैनीताल जिले की संक्रमण दर 32.7 प्रतिशत है। बीते तीन दिनों के कोरोना आंकड़ों के आधार पर पांच पर्वतीय जिले पौड़ी, पिथौरागढ़, टिहरी, अल्मोड़ा व रुद्रप्रयाग जिले की संक्रमण दर 20 प्रतिशत ज्यादा है। जिसमें पौड़ी जिला संक्रमण में पहले स्थान पर है।
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि गांवों में संक्रमण को रोकने के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग को सैंपल जांच, स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बीते तीन दिनों में नैनीताल को छोड़ कर बाकी मैदानी जिलों में संक्रमण दर कम हुई है। जबकि पांच पर्वतीय जिलों में संक्रमण दर सबसे ज्यादा है।

जिलावार कोरोना संक्रमण दर
जिला संक्रमण दर प्रतिशत में
पौड़ी 34.9
पिथौरागढ़ 24.3
टिहरी 22.9
अल्मोड़ा 21.8
रुद्रप्रयाग 20.8
चमोली 19.4
उत्तरकाशी 17.8
चंपावत 17.0
बागेश्वर 15.0
नैनीताल 32.7
ऊधमसिंह नगर 16.8
देहरादून 15.7
हरिद्वार 11.7

 

 

 

बड़ी खबर : कोविड कर्फ्यू ,18 मई से प्रातः 6 बजे से 25 मई प्रातः 6 बजे तक दूसरा चरण लागू

0

देहरादून, कोरोना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में कोविड कर्फ़्यू के सम्बंध में महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने दी। इस सम्बंध में पिछले कोविड कर्फ़्यू के दौरान व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर किया गया।

आगामी 18 मई से प्रातः 6 बजे से 25 मई प्रातः 6 बजे तब कोविड कर्फ्यू का दूसरा चरण लागू होगा।
शादी समारोह में अधिकतम 20 लोगों अनुमति होगी और 72 घन्टे पूर्व RTPCR टेस्ट अनिवार्य होगा।
मरीज के तीमारदारों को आने जाने के लिये डॉक्टर की पर्ची ही कोविड कर्फ्यू मान्य होगा।

अंत्येष्ठि में शामिल लोगों को अनुमन्य 20 लोगो को कर्फ्यू पास अनिवार्य रूप से दिया जाएगा।
हेल्थ इमरजेंसी और परिजन मृत्य के मामले में e pass आवेदन पर दिया जाएगा।
बैक के अनुरोध पर बैंक अवधि 10 बजे से 2 बजे दिन कार्यविधि की गई।
यही व्यवस्था राज्य कर्मचारी वित्त संस्थान पर भी लागू होगी।

हरिद्वार अस्थि विसर्जन 4 व्यक्ति की अनुमन्यता है वाहन के 50% की क्षमता अनुमन्य होगी।

सरकारी राशन की दुकान के साथ बेकरी को भी प्रातः 7 बजे से 10 बजे तक खोलने की अनुमति होगी। 21 मई को परचून ,राशन दुकाने 7 से 10 बजे दिन में खुलेगी। यूपी की सीमा से उत्तराखंड में आने जाने के लिए पास की अनिवार्यता तो नही होगी परन्तु पोर्टल पर आवेदन करना होगा। उद्योगों के लिये मजजूरों की सुरक्षा और आवागमन के लिये अनिवार्यता के स्थान पर यथा सम्भव कर दिया गया है।

जनपद प्रभारी मंत्री व गन्ना विकास राज्य मंत्री ने डॉ नरेश चौधरी काे किया सम्मानित

0

हरिद्वार मई 16 ( कुलभूषण)   ऋशिकुल आयुर्वेद कालेज के प्रोफेसर  व इण्डियन रेडक्रास के सचिव डा नरेष चैघरी को कोविड 19 के चलते उनके द्वारा किये गये कार्यो के लिए कोरोना वारियर के रूप में हरिद्वार जनपद के प्रभारी कैबनेट मंत्री सतपाल महाराज व प्रदेष के गन्ना विकासव चीनी राज्य मंत्री स्वामी यतीष्वरानंद ने संयुक्त रूपसे सम्मनित किया

कोविड19 महामारी ने जैसे ही जनपद हरिद्वार में दस्तक दीए उसी दिन से पूर्व की आपदाओं में किये गये उल्लेखनीय कार्यों के अनुभवो को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न दायित्व यथा मेडिकल सुविधाओं एवं आवश्यक व्यवस्थाओं के प्रबन्धन हेतु प्रभारी प्रशिक्षण प्रभारी प्रवासियों को गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने के लिये सुगम व्यवस्थाओं हेतु बनाये गये

हेल्प डेस्कों के प्रभारी नाना नानी दादादादी सुरक्षित अभियान के नोडल अधिकारी  कोरोना रोगी भर्ती के नोडल अधिकारी आदि विभिन्न दायित्व जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा डा0 नरेश चौधरी को दिये गये। इन सभी दायित्वों का निर्वहन डा नरेश चौधरी द्वारा पूर्व निष्ठा एवं कर्मठता पूर्वक किया जा रहा है।  वैक्सीनेशन का कार्य जनपद हरिद्वार में प्रारम्भ होने के प्रथम दिन से ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में स्थापित 12 वैक्सीनेशन सेन्टर का नोडल अधिकारी का दायित्व भी डा  नरेश चौधरी को दिया गया

उक्त वैक्सीन सेन्टरों पर हेल्थ वर्करसए फ्रंट लाईन वर्करसए कुम्भ मेला फ्रन्ट लाईन वर्करसए पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलए साधु संतोंए स्वयं सेवकोंए वरिष्ट नागरिक एवं 45 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों को वैक्सीन लगायी जा रही हैए जिसमें डा  नरेश चौधरी अपनी रेड क्रास टीम के साथ बढ चढकर वैक्सीनेशन का कार्य उत्कृष्ट रूप से करा रहें है।  पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने डा0 नरेश चैधरी को सम्मानित करते हुए कहा कि कोविड.19 जैसी वैश्विक भीषण महामारी में समर्पण भावना से उत्कृष्ठ कार्य करने के लिये सम्मानित किया जाना गौरव की बात हैए उक्त प्रकार के सम्मान से अन्य अधिकारियों एवं स्वयं सेवकों को भी प्रेरणा मिलती है कि यदि आपदाओं में दृढ संकल्प से अगर कोई कार्य किया जाये तो बडी से बडी आपदा महामारी को नियंत्रित करते हुए

बचा जा सकता है। पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि डा  नरेश चैधरी को एक साथ उत्तराखण्ड शासन के दो मंत्रियों द्वारा सम्मानित किया गया है जिससे अब डा  नरेश चौधरी दोगुनी ऊर्जा से भविष्य में भी जनसमाज की सेवा करेंगे और अन्य अधिकारियों एवं स्वयं सेवकों के लिये प्रेरणा स्त्रोत होंगे।

गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री यतीश्वरानंद ने कहा कि डा0 नरेश चौधरी के सेवा कार्यों को मैंने वर्षों से देखा है और वे अपने उल्लेखनीय सेवा कार्यों से जनपद हरिद्वार का तो नाम रोशन करते हीं हैं और इसके साथ ही डा नरेश चौधरी द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों से हमारे उत्तराखण्ड प्रदेश का भी नाम रोशन होता है।डा  नरेश चौधरी को पूर्व में भी उत्कृष्ठ उल्लेखनीय कार्यों के लिए  राष्ट्रपति  राज्यपाल उत्तराखण्ड शासन के मुख्यमंत्रियों  कैबिनेट मंत्रियों एवं उच्च अधिकारियों द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो  डा सुनील कुमार जोशी ने विशेष रूप से डा नरेश चौधरी को बधाई देते हुये कहा कि डा नरेश चौधरी के उत्कृष्ट कार्यों के लिये प्राप्त सम्मान से उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय का भी गौरव बढा है।

इकबालपुर शुगर मिल तत्काल करें किसानों को गन्ना भुगतान  : यतीश्वरानन्द

0

हरिद्वार मई 16 (कुलभूषण) गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द गन्ना भुगतान में देरी को लेकर इकबालपुर शुगर मिल पर किसानों के बकाया गन्ना भुगतान की लगातार मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुए आज इकबालपुर शुगर मिल का औचक निरीक्षण किया।

इकबालपुर शुगर मिल पहुंचते ही गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने किसानों के सामने ही मिल प्रबंधन पहले इस सत्र का बकाया भुगतान  की जानकारी ली। उन्होंने इस पेराई सत्र में गन्ने की पेराई चीनी का उत्पादन और बिक्री के अनुपात में किसानों के भुगतान की जानकारी ली। गन्ना मंत्री ने बकाया भुगतान के अनुसार भंडारण में चीनी की जानकारी ली तो किसानों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन लगातार चीनी बेच रहा है। जिस पर मंत्री ने मिल के सभी भंडारण का निरीक्षण किया। उन्होंने सख्त लहजे में मिल प्रबंधन को स्पष्ट कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों के बकाया भुगतान में लेटलतीफी बर्दाश्त नही होगी।

मन्त्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने मिल प्रबंधन से कहा कि यदि तत्काल भुगतान न हुआ तो आरसी कटेगी और मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
पिछले वर्षो 2017.18 के बकाया पर उच्च न्यायालय में चल रहे वाद में भी मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों का पक्ष मजबूती से रखा जाए। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों का भुगतान भी करना ही पड़ेगा।
उन्होने   कहा कि यदि पिछला व इस सत्र का भुगतान समय पर नही किया गया तो वह अन्य चीनी मिलों के तौल केंद्र क्षेत्र में लगवा देंगे।

मंत्री की सख्ती को देखते हुए इकबालपुर मिल प्रबंधन ने इस सत्र का जल्द भुगतान  करने का भरोसा दिया।
गन्ना मंत्री ने इकबालपुर शुगर मिल के सभी चीनी भंडारण का निरीक्षण किया और उपलब्ध चीनी की जानकारी ली।
इस अवसर पर सहायक गन्ना विकास अधिकारी शैलेन्द्र सिंह झबरेड़ा नगरपालिका चेयरमैन मानवेन्द्र सिंह गौरव गोयल अमन त्यागी मांगेराम चेयरमैन चौधरी रामपाल आदि मौजूद रहे।

कोरोना संकट : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की मुहिम, गांवों में बांटेंगे 50 हज़ार मेडिकल किट, टिहरी हुई शुरुआत

0

टिहरी, कोरोना के बढ़ते संक्रमण से परेशान और इस महामारी से जूझ रहते लोगों के लिए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने अपने सहयोगी साथियों के साथ मिलकर एक मेडिकल किट तैयार की है। आज नई टिहरी से इन किटों का वितरण शुरू किया गया है।
सबसे पहले फ्रंट में काम करने वाले प्रबुद्ध पत्रकारों ,पुलिस कर्मियों को ये किट दी गई है। लगभग 50 हजार किट्स बाँटने का ग्रामीण क्षेत्र में लक्ष्य है ।

किशोर की मानें तो ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति है।कर्फ़्यू के कारण साधारण खाँसी-जुकाम की दवाईयाँ भी उपलब्ध नहीं हो रही हैं। इसलिये इस मुहिम की शुरुआत आज नई टिहरी और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र से की गयी। आज लगभग 500 किट्स का वितरण किया गया।

इस पूरी मुहिम में सचिन उपाध्याय, मयंक ध्यानी, दीपक यादव, अमित उपाध्याय, अनिल डोभाल, कार्तिकेय खंडूड़ी,अजय हरित , सुनील यादव , अनीश अग्रवाल , पुनीत खरोला , डॉ फारुख , डॉ एस सी सक्सेना, डॉ चिन्मया पांडे , डॉ महेंद्र राणा, विपिन चौधरी, हर्षि देवी ने दवाईयाँ प्रदान करने में सहयोग दिया है।
वही शान्ति प्रसाद भट्ट, राकेश राणा, देवेंद्र नोडियाल, राजेन्द्र डोभाल, नरेंद्र रमोला, सूरज राणा, विक्रम पँवार, श दर्शनी रावत, सुमना रमोला, आशा रावत,कुलदीप पँवार,मुसर्रफ अली, मुर्तजा बेग, लखवीर चौहान, आनन्द सिह बेलवाल, जयबीर सिह रावत ,नरेंद्र राणा, ,जगदंबा प्रसाद रतूड़ी,पदम सिह कुमाई, कुँवर सिह राणा, उत्तम नेगी, विक्रमसिह बिष्ट, नरेश बलोधी,,द्रव्यान सिंह सजवाण,विक्रम तोपवाल,राजेश्वर बडोनी,मुकेश लखेड़ा,सहित एक पूरी टीम इस मुहिम में जुटकर किट वितरण कर रही है।
कल से गाँव-गाँव जाकर आवश्यकतानुसार किट्स प्रदान की जायेंगी। इस मुहीम में डॉक्टर आनन्द रतूड़ी चिकित्सीय सलाह देंगे, उनका नम्बर-9412383473 तथा किशोर उपाध्याय से 9412075478 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

नगर के जाने माने वैद्य परिवार के पुत्र ने बडा नगर का गौरव

0

हरिद्वार के शाश्वत ने वेंडरबिल्ड यूनिवर्सिटी से हासिल की एम एस की डिग्री

हरिद्वार मई 16 (कुलभूषण)  कनखल के रहने वाले शाश्वत राजपूत ने हरिद्वार का नाम रोशन किया है। शाश्वत ने अमेरिका की वेंडरबिल्डट यूनिवर्सिटी से एम एस की डिग्री हासिल की है। शाश्वत राजपूत कनखल के जाने माने वैद्य   दीपक कुमार के बड़े बेटे हैं जो अमेरिका में रहकर एम एस की पढ़ाई कर रहे थे शाश्वत की इस उपलब्धि पर उनके परिवार में  खुशी का माहौल है  लोग  उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।

शाश्वत राजपूत ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी से एम एस की डिग्री प्राप्त कर कनखलए हरिद्वार सहित उत्तराखंड और भारत का नाम का नाम  रोशन किया है।
दीपक वैद्य   के दादा लल्लू वैद्य  हरिद्वार के सुप्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक थे और उन्होंने आदर्श फार्मेसी की स्थापना की थी दीपक वैद्य   के पिता विजय वैद्य आयुर्वेद चिकित्सक रहे हैं दीपक वैद्य का परिवार हरिद्वार के सबसे पुराने आयुर्वेद चिकित्सकों का परिवार का माना जाता है जिसने आयुर्वेद की चिकित्सीय परंपरा को आगे बढ़ाया  रहे है
दीपक वैद्य के बेटे शाश्वत ने अमेरिका से डिग्री लेकर देश प्रदेश का नाम रोशन किया है