Wednesday, May 14, 2025
Home Blog Page 1358

बीजेपी सरकार बाहरी लोगों को जमीन बेच कर प्रदेश को बेचने का काम कर रही : राकेश टिकेत

0

देहरादून, भारतीय किसान नेता राकेश टिकेत ने उत्तराखंड में मजबूत भू-कानून का समर्थन किया है। श्री टिकेत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार बाहरी लोगों को जमीन बेच कर प्रदेश को बेचने का काम कर रही है।

स्थानीय प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में किसान नेता ने मजबूत भू-कानून का समर्थन किया और कहा कि हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखण्ड़ में भू कानून बनाया जाना नितांत आवश्यक है, उन्होंने इस दौरान टिकैत ने केंद्र सरकार से नए कृषि कानून वापस लेने की मांग भी की। कहा कि कानून वापस नहीं लिए जाने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि उत्तराखंड सरकार भी अगर किसानों की मांगों पर करवाई नहीं करती है तो आंदोलन के लिए तैयार रहे। विलेज टूरिज्म पॉलिसी लागू करने की मांग की। वहीं ट्रांसपोर्ट पॉलिसी लागू करते हुए ट्रांसपोर्ट व्यवसाय करने वालों पर सब्सिडी देने की मांग की।

उन्होंने कहा कि मैदानी इलाकों के लोगों को पहाड़ों में सेवा देने पर कई लाभ दिए जाते हैं। इसी तरह हिल पॉलिसी के तहत पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को ज्यादा सुविधाएं दी जानी चाहिए। ताकि पलायन पर रोक लगाई जा सके।

किन्नौर हादसे में लापता बस खाई में दिखी, 25 लोगों के फंसे होने की आशंका

0

जिस बस के लापता होने की सूचना मिली थी वह अब दिखाई दे रही है। इस बस में 25 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है। रेस्क्यू में 2 घंटे से अधिक का वक्त लग सकता है। रेस्क्यू में आईटीबीपी के 300 जवान लगे हैं। हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 14 लोगों को बचाया गया है।

किन्नौर में पहाड़ दरकने से निकले बोल्डर और मलबे की चपेट में आया एक वाहन

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िले के भावानगर उपमंडल में एक पहाड़ के दरकने से बड़ा हादसा हुआ है.

हादसा NH-05 ज्यूरी रोड पर निगोसारी और चौरा के बीच में हुआ, जहाँ अचानक एक बड़ा पहाड़ दरक गया.

इस खिसके पहाड़ के नीचे एक हिमाचल रोडवेज़ की बस, ट्रक और कई छोटे वाहन दबे हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अब तक 10 लोगों के मौत की पुष्टि हो गई है. राहत कार्य में लगे भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. आईटीबीपी के मुताबिक घायल 14 लोगों को मलबे से निकाला गया है.

जिन घायलों को मलबे से निकाला गया है उनमें बस के ड्राइवर और कंडक्टर भी मौजूद हैं.

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस हादसे की जानकारी देते हुए कहा कि, “मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी.”

हिमाचल रोडवेज़ की बस मुंरग से हरिद्वार जा रही थी. मौक़े पर ज़िला प्रशासन की टीम पहुँच चुकी है मौक़े पर से मिली जानकारी के मुताबिक़ घटना के वक्त कुछ लोग वाहनों में सवार थे.

राज्य की इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की ओर से बताया गया है कि इस हादसे में अभी कई और लोगों के दबे होने की आशंका है.

मलबे में दबी कार

वहीं मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि मलबे में 50-60 लोग दबे हो सकते हैं. हादसे के कुछ देर बाद उन्होंने बताया कि मलबे में फंसे बस के ड्राइवर और कंडक्टर समेत चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है.

स्थानीय प्रशासन के मुताबिक़ यह घटना लगभग दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच की है.

प्रशासन का कहना है कि दुर्घटना की जैसे ही सूचना मिली, मौके के लिए बस राहत एवं बचाव कार्य की एक टीम रवाना कर दी गई.

भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और अन्य राहतकर्मी बचाव अभियान में शामिल हैं

उनके मुताबिक लैंडस्लाइड में कई लोगों के दबे होने की आशंका है.

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि हादसे के बाद भी मौके पर पत्थर लगातार गिर रहे थे जिससे राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने में भी प्रशासन एवं पुलिस को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से किन्नौर हादसे की जानकारी ली है.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पीएम मोदी ने राहत और बचाव कार्य में सभी संभव सहायता देने का आश्वासन दिया.

हाल में हुई घटनाएं

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीते दिनों लैंडस्लाइड की कई घटनाएं हुई हैं.

बीते हफ़्ते हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में भूस्खलन के कारण नाहन-श्रीरेणुकाजी-हरिपुरधार मार्ग बंद हो गया था.

यहां बारिश के बाद भूस्खलन की वजह से पहाड़ में दरार पड़ गई और पहाड़ टूटकर गिरने लगा. इसकी वजह से रास्ता भी टूट गया और सैकड़ों की संख्या में लोग रास्ते में ही फंस गए.

इससे पहले 30 जुलाई को सिरमौर के कामराऊ तहसील में भूस्खलन का वीडियो सामने आया था.

,

 

आपदा प्रबंधन मंत्री ने वितरित की नौगांव के भूस्खलन प्रभावितों को मुआवजा राशि

0

पौड़ी,आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने पैतृक गांव नौगांव पहुंचकर आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम जानी। इसके साथ ही डा. रावत ने भूस्खलन प्रभावित लोगों को एक लाख 78 हजार की मुआवजा राशि वितरित की। उन्होंने ग्रामीणों को हर संभव मदद करने की बात कही।

विगत तीन दिन पूर्व पौड़ी जनपद के चाकीसैंण तहसील के नौगांव-चलुणी में भूस्खलन से हुए नुकसान का आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डा. धन सिंह रावत ने जायजा लिया। इस दौरान डा. रावत ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि सरकार की ओर से उनकी हर संभव मदद की जायेगी। डॉ. रावत ने आपदा मानकों के अनुरूप 15 आपदा प्रभावितों को रू0 एक लाख 78 हजार मुआवजे की धनराशि के चैक वितरित किये। डा. रावत ने भूस्खलन से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट के लिए प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिये। वहीं आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डा. रावत के आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने पर स्थानीय लोगों एवं आपदा प्रभावितों ने उनका आभार जताया।

इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम, तहसीलदार, ब्लॉक के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, भाजपा के मंडल पदाधिकारी एवं भाजपा कार्यकर्ता सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

दून विश्वविद्यालय की भर्तियों पर यूकेडी ने उठाए सवाल, कार्यवाही ना होने पर हाई कोर्ट जाने की दी चेतावनी

0

देहरादून, उत्तराखंड क्रांति दल ने दून विश्वविद्यालय मे चल रही भर्ती प्रक्रिया पर धांधली के आरोप लगाते हुए कुछ सवाल खड़े किए हैं। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने राज्यपाल मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिख कर पूछा है कि विश्वविद्यालय द्वारा नॉन टीचिंग की भर्ती शुरू की गई है, जबकि इस हेतु क्या विश्वविद्यालय की कोई सेवा नियमावली अनुमोदित नही है। यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कुलपति और कुलसचिव के खिलाफ जांच की मांग करते हुए कहा है कि दोषियों पर कार्यवाही नहीं हुई तो यूकेडी हाईकोर्ट की शरण में जाएगा।

यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में जनसंपर्क अधिकारी के लिए निकाली गई विज्ञप्ति पूर्ण रूप से फर्जी है। न आयु सीमा का जिक्र है न अनुभव का जिक्र। जबकि राज्य सरकार के दूसरे विवि श्री देव सुमन मे भी पीआरओ का विज्ञापन निकला था। दोनो की तुलना से पता चलता है एक राज्य के दो सरकारी विवि कैसे अलग अलग योग्यता जारी कर रहे हैं ।

यूकेडी ने सवाल उठाए कि दून विवि के पीआरओ पद की स्क्रीनिंग में किस मंत्री के पीए का चयन करने की तैयारी है ये विवि बताये।

सेमवाल ने पूछा है कि यदि सेवा नियमावली अनुमोदित नहीं है और शासन के आदेशों के अनुसार पदों की योग्यता एवम वेतन निर्धारित किया गया है तो विज्ञप्ति के एक महीने बाद कुछ पदों की शैक्षिक योग्यता में बदलाव क्यों किया गया । जबकि इसके लिए कोई शुद्धि पत्र भी जारी नहीं किया गया।

यूकेडी ने पूछा है कि विश्वविद्यालय में उपनल से कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनका मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में विश्वविद्यालय द्वारा भर्ती खोलने के पीछे क्या कारण हैं ।

उन्होंने अंदेशा जताया है कि नियमित नियुक्ति होने के पश्चात वर्तमान में उपनल से कार्यरत कर्मचारी बाहर कर बेरोजगार कर दिए जाएंगे। क्या यहीं प्रदेश सरकार की रोजगार नीति है?

यूकेडी नेता सेमवाल ने पूछा है कि भर्ती प्रक्रिया निजी संस्था के हवाले करनी कितना सही है, जबकि विश्वविद्यालय खुद भर्ती प्रकिया सम्पन करा सकता है। प्रदेश में भी सरकारी भर्ती एजेंसी यूकेएसएससी , यूबीटीआर, तकनीकी विश्वविद्यालय हैं, फिर निजी संस्था को वरीयता क्यों दी गयी। क्या विश्वविद्यालय को यह लगता है कि यह भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से सम्पन होगी जबकि आज हर सरकारी विभाग राजनीतिक दबाव के आगे बेवश नजर आता है।
सेमवाल ने मांग की है कि इस भर्ती को तत्काल निरस्त कर विवि पर जांच बैठाई जाय और सम्बंधित कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाये |

विश्वविद्यालय में पिछले कई वर्षों से कर्मचारी संविदा पर तैनात हैं। नियमित भर्ती होने पर ये लगभग सभी बाहर कर दिए जाएंगे। चूंकि ये लोग शुरू से कार्यरत हैं और विश्वविद्यालय के कार्य को करने में कुशल हैं। ऐसे में क्या नए आने वाले कर्मचारी तत्काल विश्वविद्यालय को संभाल पाएंगे ? और क्या विश्वविद्यालय द्वारा पुराने कर्मचारियों के बारे में कुछ सोचा गया है या उन्हें सीधे बाहर कर दिया जाएगा। यदि सुप्रीम कोर्ट का फैसला उनके हक में आता है तो भर्ती होने के बाद विश्वविद्यालय क्या करेगा।

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यूकेडी नेता अवतार सिंह बिष्ट, धर्मवीर सिंह गुसाईं, वीरेंद्र सिंह रावत, राजेश्वरी रावत, सीमा रावत, शकुंतला रावत आदि शामिल थे।

खास खबर : पुलिस उपाधीक्षक, खंड विकास अधिकारी सहित 224 पदों पर निकली भर्ती, ऑनलाइन आवेदन शुरू, 30 अगस्त है अंतिम तिथि

0

देहरादून, बेरोजगारों के लिये अच्छी खबर यह है कि उत्तराखंड़ लोक सेवा आयोग ने 224 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की है। इसके तहत कुल 31 अलग-अलग विभागीय पदों पर जिसमें पुलिस उपाधीक्षक, वित्त अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, सहायक निबंधक, प्रचार अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहायक निदेशक उद्योग इत्यादि के पदों पर भर्ती होगी, इच्छुक उम्मीदवार इन पदों पर 30 अगस्त तक​ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त रखी गई है।

अलग अलग पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता भी अलग अलग है ज्यादातर पदों के लिए स्नातक उपाधि की मांग की गई है, इसलिए ऐसे उम्मीदवार जिन्होंने ग्रेजुएट किया है, वे जरूर विज्ञप्ति को देखें। कई पदों के लिए पोस्ट ग्रेजुएट उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा पुलिस उपाधीक्षक जैसे पदों के लिए शारीरिक मापदंड भी निर्धारित है। उम्मीदवार उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.ukpsc.gov.in/ पर जाकर नवीनतम नोटिस को पढ़ सकते हैं। आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से किए जा सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करते समय उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए अभ्यर्थी [email protected] पर ईमेल कर सकते हैं।

जखोली, रुद्रप्रयाग में प्रस्तावित सैनिक स्कूल के  अवस्थापना सुविधाओं के लिए केन्द्र से मिले वित्तीय सहायता

0

*टनकपुर-बागेश्वर ब्राडगेज रेल लाईन की संस्तुति के लिये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अनुरोध किया*

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से सामरिक महत्व को देखते हुए टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन ब्राडगेज (बीजी) की स्वीकृति के लिये रक्षा मंत्रालय के स्तर से भी संस्तुति करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने जखोली, रुद्रप्रयाग में स्वीकृत सैनिक स्कूल की अवस्थापना सुविधाओं के लिए एमओयू में संशोधन करते हुए केन्द्रीय सहायता का भी अनुरोध किया।

*सामरिक महत्व के दृष्टिगत टनकपुर-बागेश्वर ब्राडगेज लाईन जरूरी*

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के क्षेत्रीय सामाजिक सांस्कृतिक तथा पर्यटन के विकास और सामरिक दृष्टिकोण से  रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा टनकपुर और बागेश्वर के बीच नैरोगेज रेलवे लाईन हेतु सर्वे का आदेश निर्गत किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैरोगेज रेलवे लाईन से न तो सामरिक महत्व के मसले हल होंगे और न ही यहां की यातायात व अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होगी। यह लाईन ब्राडगेज में होनी चाहिये। चीन और नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित होने के कारण यह रेल लाईन सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही यह नये व्यापार केन्द्रों को भी जोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से उनके स्तर से भी टनकपुर-बागेश्वर ब्राडगेज लाईन की स्वीकृति के लिये संस्तुति किये जाने का अनुरोध किया।

*जखोली, रुद्रप्रयाग में स्वीकृत सैनिक स्कूल की अवस्थापना सुविधाओं के लिए केन्द्रीय सहायता का अनुरोध*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को अवगत कराया कि उत्तराखण्ड राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल जखोली, जनपद रुद्रप्रयाग में खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी थी। इसके लिए रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तराखण्ड राज्य के मध्य एमओयू किया गया था।  सैनिक स्कूल की स्थापना हेतु उत्तराखण्ड राज्य द्वारा अवस्थापना संबंधी सुविधायें उपलब्ध करायी जानी थी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए एमओयू में संशोधन करते हुए अवस्थापना विकास हेतु वित्तीय सहायता भारत सरकार द्वारा प्रदान किये जाने का आग्रह किया।

त्योहार से पहले कुकिंग ऑयल के दाम में बढ़ोतरी, सरसों का तेल 200 रुपए के करीब, रिफाइंड Oil में भी वृद्धि

0

त्योहारों के नजदीक आते की सरसों और रिफाइंड ऑयल के दाम में वृद्धि देखने को मिल रही है। वनस्पति घी की कीमत में भी उछाल जारी है। तेलों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के कारण रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। खाद्य तेलों के थोक भाव में डेढ़ से 200 रुपए प्रति 15 किलो की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। बीते महीनों से सरसों तेल 145 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा था, जो अब बढ़कर 170-175 रुपए पहुंच गया। वहीं रिफाइंड ऑयल 150 रुपए लीटर से बढ़कर 160 से 165 रुपए में मिल रहा है।

थोक बाजार में रिफाइंड और सरसों तेल प्रति लीटर 10 से 15 रुपए बढ़ गए हैं। अगर ऐसे ही खाद्य तेलों में वृद्धि जारी रही तो खुद्रा मार्केट में सरसों और रिफाइंड तेल 200 रुपए से अधिक प्रति लीटर पहुंच सकता है। वहीं पेट्रोल और डीजल की कीमत पहले से ही आसमान छू रही है। ऐसे में खाद्य तेलों का महंगा होना पर्व को फीका कर देगा।

थोक बाजार में खाद्य तेल का रेट

– वनस्पति घी का दाम – 145-150 रुपए प्रति लीटर

– सरसों तेल का दाम – 2660- 2670 रुपए प्रति 15 किलो का टिन

– रिफाइंड तेल का दाम – 2300 प्रति 15 किलो का टिन

– पामोलीन तेल का दाम – 2050 रुपए प्रति 15 किलो का टिन

– डालडा तेल का दाम – 1750 रुपए प्रति 15 किलो का टिन

प्रदेश में भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है :  प्रीतम सिंह

0

विकासनगर। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने कालसी में आयोजित समारोह में कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। भाजपा ने कोविड काल में भी जनता के जीवन की रक्षा के बजाय कुंभ मेले के दौरान बड़े पैमाने पर घोटाला कराया। इससे साफ पता चलता है भाजपा जनता के प्रति असंवेदनशील रवैया अख्तियार करते हुए किसी भी तरह से अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने का काम करती है। ये आरोप जनता को संबोधित करते हुए लगाए।

नेता प्रतिपक्ष मंगलवार को तहसील रोड स्थित अशोक सामुदायिक केंद्र में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर शहीद फुनकू दास की जयंती समारोह में शिरकत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से ही आजादी की बलिवेदी पर चढऩे वालों और देश की रक्षा में लगे जवानों के परिवारों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। शहीदों के परिवारों का सम्मान करना देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से देश का सामाजिक माहौल बदला है। आरोप लगाया कि देश में जातिवाद के नाम पर आपस में वैमनस्य फैलाया गया है। कहा कि भाजपा हमेशा से ही जाति और धर्म आधारित राजनीति करती आई है।

जबकि कांग्रेस ने समाज के अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रखकर विकास योजनाओं का संचालन किया। आम आदमी पार्टी की सक्रियता पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अक्सर ऐसी सक्रियता बढ़ जाती है। दिल्ली मॉडल उत्तराखंड में लागू नहीं हो सकता है। पहाड़ी राज्य की भौगोलिक, सामाजिक, सांस्कृतिक जानकारी होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का समावेशी विकास सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने शहीद फुनकू दास स्मारक के विकास के लिए विधायक निधि से तीन लाख की धनराशि देने की घोषणा की। जयंती समारोह में स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।

इस दौरान कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, फुनकू दास शहीद स्मारक समिति के अध्यक्ष पूरण सिंह, भजनदास वर्मा, दौलत कुंवर, भीम दत्त वर्मा, धजवीर सिंह, सरदार सिंह तोमर, अजय नेगी, उमा दत्त जोशी, श्याम दत्त वर्मा आदि मौजूद रहे।

उज्ज्वला योजना 2.0 में 1 करोड़ परिवारों को मिलेगा मुफ्त LPG कनेक्‍शन, जानें कैसे उठाएं फायदा

0

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उत्तर प्रदेश के महोबा में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले (BPL) लाभार्थियों के बीच रसोई गैस कनेक्शन बांटकर उज्ज्वला योजना का दूसरा चरण (Ujjwala Yojana 2.0) शुरू कर दिया है. इस दौरान पीएम मोदी ने दूसरे राज्‍यों में काम करने वाले मजदूरों को बड़ी राहत देते हुए ऐलान किया कि उन्हें बिना एड्रेस प्रूफ के भी गैस कनेक्शन मिल जाएगा. उज्‍ज्‍वला योजना 2.0 के तहत सरकार 1 करोड़ परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्‍शन (Free LPG Connection) उपलब्‍ध कराएगी. पहले चरण में 8 करोड़ महिलाओं को योजना से फायदा मिला था.

एड्रेस का सेल्‍फ डेक्‍लेरेशन देकर मिलेगा कनेक्‍शन
उज्‍ज्‍वला योजना 2.0 के तहत दूसरे राज्‍यों में काम करने वाले उन लाखों परिवारों को फायदा मिलेगा, जिनके पास कनेक्‍शन लेने के लिए एड्रेस प्रूफ नहीं होता है. अब प्रवासी श्रमिकों (Migrant Workers) को एड्रेस के प्रमाण के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी. उन्‍हें अपने पते का एक सेल्फ डेक्लेरशन (Self Declaration) देना होगा और उन्‍हें गैस कनेक्शन मिल जाएगा.

पहले चरण से बचे परिवारों को मिलेगा फायदा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी. उस समय पांच करोड़ बीपीएल परिवारों की महिला सदस्यों को एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था. वर्ष 2018 में इस योजना के दायरे में दलित, आदिवासी, चाय बागान, अति पिछड़ा वर्ग समेत कई श्रेणियों की महिलाओं को शामिल किया गया था. इसके मद्देनजर आठ करोड़ महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन देने का नया लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इस लक्ष्य को 2019 में पूरा कर लिया गया था. बजट 2022 में उज्जवला योजना के तहत अतिरिक्त 1 करोड़ एलपीजी कनेक्शन देने की घोषणा की गई थी. इस चरण में लाभार्थियों को पहली रिफिल मुफ्त उपलब्ध कराने के साथ ही चूल्हा भी मुफ्त दिया जाएगा.

दूसरे चरण में लाभार्थियों को क्या होगा फायदा
>> उज्ज्वला योजना 2.0 के तहत लाभार्थियों को डिपॉजिट फ्री एलपीजी कनेक्शन मिलेगा. साथ ही पहली रिफिल और चूल्‍हा मुफ्त मिलेगा.
>> नामांकन प्रक्रिया के लिए बहुत कम कागजी कार्रवाई की जरूरत होगी.
>> प्रवासियों को राशन कार्ड या निवास प्रमाणपत्र जमा करने की जरूरत नहीं होगी.
>> निवास प्रमाण के लिए सेल्‍फ डेक्‍लेरेशन ही काफी होगा.

ऐसे करें उज्ज्वला योजना 2.0 के लिए आवेदन
>> अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट https://www.pmuy.gov.in/ पर जाएं.
>> ऑनलाइन आवेदन का ऑप्शन चुनकर गैस कनेक्‍शन के लिए कंपनी को चुनें.
>> इसके बाद जरूरी जानकारी भरकर सबमिट कर दें.
>> ऑफलाइन आवेदन के लिए वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड करें.
>> फिर फॉर्म को भरकर नजदीकी गैस डीलर के पास जमा कर दें.
>> एड्रेस प्रुफ के लिए अपने पते का सेल्फ डेक्लरेशन देने पर गैस कनेक्शन मिल जाएगा.

LIC में Nominee नहीं होने से हो सकता है भारी नुकसान, जानें कैसे बदल सकते हैं अपना नॉमिनी

0

नई दिल्ली: Life Insurance Policy Nominee Benefits: अगर आप भी एलआईसी की पॉलिसी ले रहे हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है. पॉलिसी खरीदते समय अपने परिवार के किसी सदस्य को नॉमिनी (Life Insurance Policy Nominee) जरूर बनाना चाहिए. अगर आपने पॉलिसी लेते समय किसी को नॉमिनी नहीं बनाया है और पॉलिसीधारक की अचानक मृत्यु होने पर आपको रकम से वंचित रहा पड़ सकता है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि परिजनों को पॉलिसी का क्लेम पाने में दिक्कत नहीं होगी और अनावश्यक विवाद से भी बचा जा सकेगा.

नॉमिनी चुनते समय ध्यान रखें

पॉलिसी लेते समय ही नॉमिनी का नाम तय कर लें. लेकिन ध्यान रहे पॉलिसी के लिए सही नॉमिनी का चुनाव करना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है. अगर आप अपने परिवार में कमाने वाले इकलौते सदस्य हैं तो नॉमिनी के लिए परिवार के उस व्यक्ति का चुनाव कीजिए जो आपकी अनुपस्थिति में आर्थिक जिम्मेदारी उठाने के काबिल हो. अधिकतर यह जिम्मेदारी जीवनसाथी ही उठाता है तो आप उन्हें नॉमिनी बना सकते हैं. ऐसे में आपकी अमानत घर के सदस्यों को काम जरुर आएगी.

नॉमिनी एक से ज्यादा भी

कई बार ऐसा देखा गया है कि कुछ लोग अपने पैसे को दो लोगों में बांटना चाहते हैं. जैसे पत्नी और बच्चा या फिर पत्नी और भाई या मां. ऐसे में आप एक से ज्यादा पॉलिसी खरीदकर अलग-अगल पॉलिसी के लिए अलग नॉमिनी बना सकते हैं. या फिर पॉलिसी खरीदते समय ही एक से ज्यादा लोगों का शेयर तय कर सकते हैं उन्हें नॉमिनी बना सकते हैं. इसके लिए इंश्योरर से पॉलिसी खदीदते समय लिखित अंडरटैकिंग ली जा सकती है.

समय के साथ बदल सकते हैं नॉमिनी

पॉलिसी होल्डर समय के साथ अपना निमिनी (How To Change Nominee) बदल भी सकता है. जैसे किसी नॉमिनी की मौत हो जाए या फिर उसे रोजगार मिल जाए और किसी और सदस्य को पैसे की जरूरत ज्यादा हो ऐसे में नॉमिनी बदला जा सकता है. इसके अलावा शादी या फिर तलाक की स्थिति में भी नॉमिनी बदल सकते हैं. इसके लिए आप इश्योंरेंस कंपनी के वेवसाइट से नॉमिनी फॉर्म डाउनलोट करें या फिर ऑफिस से यह फॉर्म कलेक्ट लें. फॉर्म में नॉमिनी की डिटेल भरें और पॉलिसी के डोक्यूमेंट की कॉपी और नॉमिनी के साथ अपने रिलेशन के डॉक्यूमेंट लागाकर सब्मिट करें. और हां अगर एक से ज्यादा नॉमिनी हैं तो हर की हिस्सेदारी भी तय कर दें.