Wednesday, May 14, 2025
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शिव आराधना से होती है मनोवांछित फल की प्राप्ति : स्वामी दुर्गेशानन्द

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हरिद्वार, (कुलभूषण)। हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री मानव कल्याण आश्रम में महाशिवरात्रि की पावन के अवसर पर रूद्राभिषेक व अन्न क्षेत्र का आयोजन किया गया। श्री मानव कल्याण आश्रम के महंत स्वामी दुर्गेशानन्द सरस्वती के संयोजन में विद्वान आचार्य नारायण खनाल ने पूर्ण विधि-विधान से रूद्राभिषेक करवाया।
इस अवसर पर महंत स्वामी दुर्गेशानन्द सरस्वती ने कहा कि शिव आराधना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अपने भक्तों के प्रति भगवान शिव अत्यन्त उदारता का भाव रखते हैं। सच्चे मन से की गयी शिव आराधना विशेष फलदायी होती है।
संस्था के मैनेजिंग ट्रस्टी अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि श्री मानव कल्याण आश्रम में स्थापित भगवान अर्द्ध नारीश्वर की प्रतिमा व शिवलिंग का पूजन महाशिवरात्रि के पर्व पर विशेष महत्व रखता है। संस्था के महंत स्वामी दुर्गेशानन्द सरस्वती के संयोजन में धार्मिक व सामाजिक कार्यों में संस्था की अग्रणीय भूमिका रहती है।
रूद्राभिषेक के पश्चात अन्न क्षेत्र का वितरण किया गया।
इस अवसर पर संस्था की ट्रस्टी रेणुका बेन एल. ठक्कर, विद्यावती मीना, सुरेन्द्र मिश्रा, ब्रह्मदत्त, महेन्द्र, संजय वर्मा, गोपी सैनी समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।

 

महाशिवरात्रि पर नन्हे तीर्थ पुरोहितों के रुद्री पाठ से गूंजा ज्वालापुर क्षेत्र

हरिद्वार, (कुलभूषण)। महाशिवरात्रि के पर्व पर ज्वालापुर क्षेत्र के कई नन्हे तीर्थ पुरोहित बालकों ने आचार्य करुणेश मिश्रा के आचार्यत्व में सस्वर रुद्री पाठ कर रुद्राभिषेक किया। पिछले कई माह से आचार्य करुणेश मिश्रा द्वारा तीर्थ पुरोहित समाज के कम उम्र के बालकों को वेद अध्ययन का अभ्यास नियमित कराया जा रहा है। जिसमें अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले हैं बच्चे भी शामिल हैं। जिनको रुद्री पाठ, दुर्गा सप्तशती, स्वस्तिवाचन, नवग्रह शांति पाठ, व सुंदरकांड इत्यादि का सस्वर अभ्यास कराया जा रहा है। आज महाशिवरात्रि के पर्व पर आचार्य करुणेश मिश्रा जी के आवास पर सभी वेदाध्यायी बालक एकत्रित हुए और सस्वर रुद्री का पाठ करते हुए रुद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर ज्वालापुर के कई नागरिकों ने सपरिवार भाग लिया एवं इन बालकों की बहुत प्रशंसा की। आपको बता दें लगातार पाश्चात्य संस्कृति में बढ़ते हुए तीर्थ पुरोहित समाज के बालक भी अपने मूल कार्य से विमुख हो रहे हैं।

संस्कृत एवं वेद अध्ययन के प्रति इन ब्राह्मण बालकों में बिल्कुल भी रुचि नहीं है यहां तक की अपने पारंपरिक कार्यो को छोड़कर नौकरी एवं व्यापारिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। इस पीड़ा को समझते हुए प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य करुणेश मिश्र ने यह बीड़ा उठाया और अंग्रेजी विद्यालयों में भी पढ़ने वाले संपन्न परिवार छोटे बालकों को एकत्रित किय। उनको वेद अध्ययन के लिए प्रेरित किया। आज 50 से भी ज्यादा बालक आचार्य करुणेश मिश्र के सानिध्य में वेद अध्ययन कर रहे हैं। और फर्राटेदार अंग्रेजी भी बोलना जानते हैं। छोटे बालकों की इस प्रतिभा से तीर्थ पुरोहित समाज में एक नई जागृति आई है। बड़ी उम्र के भी जो लड़के वेद अध्ययन व संध्या उपासना करने से हिचकते थे। वह भी अब छोटे बालकों के साथ ही वेद अध्ययन के कार्य में लग गए हैं। रोजाना शाम को पीट बाजार की पुरोहित धर्मशाला में यह तीर्थ पुरोहित बालक वेद अध्ययन करते हैं। जिनके स्वरों से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है अन्य जातियों के लोग भी इस प्रयास की भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं।
आज महाशिवरात्रि के पर्व पर इन बालकों द्वारा संपूर्ण रुद्राभिषेक कार्यक्रम किया गया और इनकी वेद ॠचाओं का स्वर इतना था की बाजार एवं पड़ोस की लोगों ने भी इनकी इस प्रतिभा को आकर देखा और इस प्रयास को और बड़ा करने का निवेदन आचार्य करुणेश मिश्रा से किया।
इस अवसर पर आचार्य करुणेश मिश्र ने कहा कि भगवान शिव वेद अध्ययन के सबसे प्रमुख सारभूत हैं उनकी आराधना में योग भी आता है, ध्यान भी आता है, उपासना भी आती है, कर्म भी आता है, बंधन भी आता है और मुक्ति भी आती है। रुद्राष्टाध्यायी संपूर्ण वेद अध्ययन का सार है जिसको यह पढ़ना आ गया वह अन्य सभी प्रकार के वेद-पुराण का अध्ययन सरलता से कर सकता है। हमारा लक्ष्य है की ब्राह्मण परिवारों के प्रत्येक बालक का यज्ञोपवित संस्कार समय से हो तथा गणेश-गौरी पूजन एवं संध्या उपासना अवश्य आनी चाहिए। इस अवसर पर अखिलेश शर्मा, उज्जवल पंडित भावेश सीखौला, प्रभांस मिश्रा, ऐश्वर्या शर्मा, पार्थ शर्मा, एकलव्य पंडित, आध्यात्म पंडित, शिवांश शर्मा सराय वाले, अनिमेष मैत्रय, सौर्य गौतम आदि मौजूद रहे।

 

गायत्री परिवार के प्रमुखद्वय ने किया शिवाभिषेक

हरिद्वार 1 मार्च (कुलभूषण) देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव का गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉण् प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी ने महाभिषेक कर विश्व शांति की कामना की। गायत्री परिवार के हजारों श्रद्धालुओं के प्रतिनिधि के रूप में प्रमुखद्वय ने पुरुष सूक्तए रुद्राष्टकम् व अन्य वैदिक कर्मकांड के साथ पूजन सम्पन्न किया।
अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉण् पण्ड्या ने कहा कि यदि हम जीवन में शुभ कार्य करें तब ही हम कल्याणकारी शिव के प्रिय बन सकेंगे। भले कार्य में लगे रहना ही शिव पूजा है। हमें शिव की तरह उदार होना चाहिए और विवेक स्वरूप तीसरा नेत्र खुला हुआ होना चाहिए। डॉण् पण्ड्या ने कहा कि इस अवसर पर सामूहिक पर्वायोजन के माध्यम से फैली हुई भ्रांतियों का निवारण करते हुए शिव की गरिमा के अनुरूप उसके स्वरूप पर जन आस्थाएँ स्थापित की जानी चाहिएए ताकि सामूहिक एवं व्यक्तिगत रूप से पुण्य अर्जन और समाज कल्याण की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। विवि की संरक्षिका शैलदीदी ने कहा कि स्वयं कम से कम साधनों से काम चलाते हुए दूसरों को बहुमूल्य उपहार का दान देना एवं ऐसे कृत्यों से मन को प्रफुल्लित रखे रहना शिव के प्रधान गुण हैं।
पुरुष सूक्त व महाकालाष्टक के साथ रुद्राभिषेक का कर्मकाण्ड उदयकिशोर मिश्र ने किया। संगीत विभाग के भाइयों ने सुमधुर शिव आराधना से सम्पूर्ण परिसर को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रज्ञेश्वर महादेव में विशेष पूजाए रुद्राभिषेकए शिवाभिषेक का क्रम आज दिन भर चलता रहा। उधर शांतिकुंज स्थित शिवालय में भी शिवाभिषेक के दौरान अनेक श्रद्धालुओं ने पूजन किया।
इस अवसर पर देवसंस्कृति विवि के समस्त स्टाफ विद्यार्थियों शांतिकुंज के अंतेःवासी कार्यकर्त्ता एवं भारत के विभिन्न स्थानों से आये शिव भक्त मौजूद रहे।

 

महाशिवरात्रि पर नन्हे तीर्थ पुरोहितों के रुद्री पाठ

हरिद्वार 1 मार्च (कुलभूषण) महाशिवरात्रि के पर्व पर ज्वालापुर क्षेत्र के कई नन्हे तीर्थ पुरोहित बालकों ने आचार्य करुणेश मिश्रा के आचार्यत्व में सस्वर रुद्री पाठ कर रुद्राभिषेक किया। पिछले कई माह से आचार्य करुणेश मिश्रा द्वारा तीर्थ पुरोहित समाज के कम उम्र के बालकों को वेद अध्ययन का अभ्यास नियमित कराया जा रहा है। जिसमें अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले हैं बच्चे भी शामिल हैं। जिनको रुद्री पाठ दुर्गा सप्तशती स्वस्तिवाचन नवग्रह शांति पाठ व सुंदरकांड इत्यादि का सस्वर अभ्यास कराया जा रहा है। महाशिवरात्रि के पर्व पर आचार्य करुणेश मिश्रा के आवास पर सभी वेदाध्यायी बालक एकत्रित हुए और सस्वर रुद्री का पाठ करते हुए रुद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर ज्वालापुर के कई नागरिकों ने सपरिवार भाग लिया ।
इस अवसर पर आचार्य करुणेश मिश्र ने कहा कि भगवान शिव वेद अध्ययन के सबसे प्रमुख सारभूत हैं उनकी आराधना में योग भी आता हैए ध्यान भी आता हैए उपासना भी आती हैए कर्म भी आता हैए बंधन भी आता है और मुक्ति भी आती है। रुद्राष्टाध्यायी संपूर्ण वेद अध्ययन का सार है जिसको यह पढ़ना आ गया वह अन्य सभी प्रकार के वेद.पुराण का अध्ययन सरलता से कर सकता है। हमारा लक्ष्य है की ब्राह्मण परिवारों के प्रत्येक बालक का यज्ञोपवित संस्कार समय से हो तथा गणेश.गौरी पूजन एवं संध्या उपासना अवश्य आनी चाहिए। इस अवसर पर अखिलेश शर्मा उज्जवल पंडित भावेश सीखौला ऐश्वर्या शर्मा पार्थ शर्मा एकलव्य पंडित आध्यात्म पंडित शिवांश शर्मा सराय वाले आदि मौजूद रहे।

रूस और यूक्रेन का युद्ध हुआ और भीषण, क्लस्टर और वैक्यूम बमों का हो रहा इस्तेमाल

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कीव(यूक्रेन), रूस की तरफ से यूक्रेन पर दबाव बढ़ाने के लिए लगातार बमबारी की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूसी सेना की तरफ से यूक्रेन में कल्सटर बम और वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया जा रहा है। युद्ध के छठे दिन रूस ने यूक्रेन के ख‍िलाफ प्रतिबंधित थर्मोबैरिक हथियार का इस्तेमाल किया है। ये दावा यूक्रेन के अमेरिका में राजदूत की तरफ से किया गया है। ओखतिर्का के मेयर ने कहा कि रूस ने सोमवार को वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया जो कि जेनेवा कंवेंशन के तहत प्रतिबंधित है।

तबाही का दूसरा नाम है वैक्यूम बम

साल 2007 में इस बम को बनाया गया था। इसमें बारूद का इस्तेमाल नहीं होता है। इसमें उच्च दाब वाले विस्फोट भरे होते हैं। ये बम वातावरण से ऑक्सीजन सोख लेता है। इससे अल्ट्रासोनिक शॉकवेब निकलती है। ये बम 300 मीटर के दायरे में नुकसान पहुंचा सकता है। ये बम 44 टीएनटी की ताकत वाला धमाका कर सकता है। जिनेवा एक्ट के तहत इस बम पर पाबंदी लगाई गई है, इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इसे फॉदर ऑफ ऑल बम भी कहा जाता है।

रूस की ऊपर वेस्टर्न मिलिट्री एक्सपर्ट ने गंभीर आरोप लगाए हैं। खारकीव में रूस ने कल्सटर बम का इस्तेमाल किया है। बता दें कि कल्सटर बम के इस्तेमाल पर रोक लगी है। कल्सटर बम के बारे में कहा जाता है कि ये आसमान से ही फटता है और इसमें अलग-अलग स्टैटर्स होते हैं।

 

ऑपरेशन गंगा में शामिल होगी वायुसेना, यूक्रेन से फंसे भारतीय नागरिकों को निकालेंगे C-17 विमान

नई दिल्ली, यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के काम में तेजी के लिए सरकार ने ऑपरेशन गंगा में वायु सेना के परिवहन विमानों को शामिल करने का निर्देश दिया है। उच्च पदस्थ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वायुसेना के विमानों का इस्तेमाल यूक्रेन में मानवीय सहायता सामग्री ले जाने के लिए भी किया जाएगा। ये विमान भारत से राहत सामग्री लेकर जाएंगे और लौटते समय वहां से भारतीय छात्रों को वापस लेकर आएंगे। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह निर्णय लिया है कि छात्रों को वापस लाने के काम में तेजी लाने के लिए वायु सेना का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसके लिए वायु सेना के विमानों का ऑपरेशन गंगा में इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि वायु सेना इसके लिए अपने विशाल मालवाहक विमानों सी-17 का मंगलवार से ही इस्तेमाल करेगी। इन विमानों को ऑपरेशन करना में शामिल करने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इनमें एक साथ बड़ी संख्या में छात्रों को वापस लाया जा सकता है। इसे यह कार्य कम समय में पूरा हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय में अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन से लगते पड़ोसी देशों में भेजने का निर्णय लिया था। इसका उद्देश्य सड़क मार्ग से यूक्रेन से पड़ोसी देशों में पहुंचने वाले छात्रों को आसान और सुरक्षित तरीके से स्वदेश लाना है।

भगवान शिव के पांचवे ज्योतिर्लिंग केदारनाथ के कपाट 6 मई को खुलेंगे

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रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड़ में स्थापित भगवान शिव के पांचवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम के कपाट इस बार ग्रीष्मकालीन दर्शनों के लिये आगामी 06 मई को सुबह 06 बजकर 25 मिनट पर खोले जाएंगे। मंगलवार को महा शिवरात्रि के अवसर पर, बाबा केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में 12वें ज्योर्तिलिंग में शामिल भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की गई। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पौराणिक परंपराओं के अनुसार शिवरात्रि के पर्व पर केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि वैदिक पूजा अर्चना के साथ ही पारंपरिक रीति रिवाज के तहत घोषित की गई। हक हकूकधारी, वेदपाठी, मंदिर समिति के पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में पंचांग गणना के अनुसार तिथि की घोषणा की गई। अब 02 मई को बाबा केदारनाथ की डोली केदार धाम के लिए रवाना होगी। 02 मई सायं को डोली गुप्तकाशी, 03 मई को फाटा, 04 मई को गौरीकुंड में रात्रि विश्राम के बाद 05 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 06 मई को सुबह 06 बजकर 25 मिनट पर कपाट आम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। यह तिथियां केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, धर्माधिकारी ओमकारेश्वर शुक्ला, पुजारी व वेदपाठीगणों द्वारा पंचांग गणना के बाद निश्चित की गई। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य आशुतोष डिमरी, श्रीनिवास पोस्ती, भास्कर डिमरी, मंदिर समिति के अधिकारी गण गिरीश चंद्र देवली राजकुमार नौटियाल, आरसी तिवारी, राकेश सेमवाल, डा हरीश गौड़, केदारनाथ के विधायक मनोज रावत आदि मौजूद थे।

सचिवालय गेट के बाहर 75 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए समीक्षा अधिकारी गिरफ्तार

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देहरादून, उत्तराखंड़ सचिवालय में तैनात समीक्षा अफसर को विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सचिवालय में कामकाज पर रिश्वत लेने वर्तमान भ्रष्टाचार की तमाम चर्चाएं पहले से चलती रही है लेकिन आचार संहिता अवधि में हुई गिरफ्तारी कई बड़े सवाल भी खड़े कर रही है। सिंचाई विभाग में तैनात समीक्षा अधिकारी कमलेश थपलियाल को ₹75000 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। कमलेश ने सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त एक अभियंता के रुके भुगतान कराने की एवज में बतौर रिश्वत यह रकम देने को कहा था। कमलेश ने सेवानिवृत्त अभियंता को आज सचिवालय में पैसे लेकर आने को कहा था।

विजिलेंस की टीम सचिवालय में तैनात इस अधिकारी से पूछताछ कर रही है | विजिलेंस से मिली जानकारी के मुताबिक महेश चन्द्र अग्रवाल ने शिकायत दी थी कि वह 30 अप्रैल 2008 को सिंचाई विभाग से कनिष्ठ अभियंता के पद से रिटायर हुये और वर्ष 2013 में सिंचाई विभाग द्वारा ग्रेज्युटि में से कुछ धनराशि कटौती की गयी थी, जिस पर उन्होंने न्यायालय में केस दायर किया, उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में 22 फरवरी 2022 को उत्तराखण्ड़ शासन के सिंचाई विभाग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित ने फोन कर उन्हें बुलाया | हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी दाखिल न करने और देय भुगतान कराने के लिये उनसे एक लाख रिश्वत की मांग की गयी, परनतु सौदा 75 हजार में तय हुआ और अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित ने समीक्षा अधिकारी के पी थपलियाल को रिश्वत की रकम लेने सचिवालय गेट के बाहर भेजा, जहां विजिलेंस की टीम ने समीक्षा अधिकारी को रिश्वत की 75 हजार रकम लेते पकड़ लिया, निदेशक सर्तकता ने ट्रेप टीम को पारितोषिक देने की भी घोषणा की |

सडक किनारे खड़े ट्रक से स्कार्पियो की जबरदस्त भिड़ंत, दो की मौत

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देहरादून, राजधानी देहरादून में दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां कल एक मासूम छात्रा की दुर्घटना में मौत हो गयी थी तो वहीं आज सड़क किनारे एक ट्रक से स्कोर्पिया टकरा गयी जिससे उसमें सवार युवती की मौत हो गयी, जबकि ट्रक का टायर बदल रहा चालक भी मारा गया। अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है

घटना आज सुबह लगभग चार बजे घटित हुई। डोईवाला थाना क्षेत्र लालतप्पड़ के पास एक ट्रक सडक के किनारे खड़ा था। देहरादून हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर बालकवारी चौक के पास स्तिथ काली मंदिर के समीप प्रातः 4 बजे खराब खड़े ट्रक में स्कार्पियो की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में स्कार्पियो में सवार टिहरी निवासी 21 वर्षीय युवती खुशी और ट्रक ड्राइवर जसपुर निवासी मोहम्मद यासीन की मौके पर ही मौत हो गई है। जबकि स्कार्पियो में सवार अन्य दो लड़के और एक लड़की को अस्पताल पहुंचाया गया है। इसमें चकराता निवासी दूसरी लड़की की हालत गंभीर बनी हुई है।

बताया जा रहा है कि स्कोर्पिया चालक नशे में स्थिति में था और उनके वाहन में भी बीयर की बोतलें मिली हैं। वाहन काफी तेज गति में था जिससे स्कोर्पिया बूुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी। स्कोर्पियो में फंसे घायलों को भी जेसीबी की मदद से निकालना पड़ा। दुर्घटना वाले क्षेत्र में भी काफी अंधेरा था लेकिन ट्रक चालक ने बावजद इसके इंडीकेटर नहीं जला रखे थे, जिस कारण स्कोर्पिया ट्रक से जा भिडी। उसी दौरान ट्रक का चालक पहिया बदल रहा था जो टक्कर से मारा गया। स्कार्पियो में सवार एक युवक हरियाणा एवं दूसरा बिजनौर का बताया जा रहा है |

जून में दस्तक दे सकती कोरोना की चौथी लहर, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी

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नई दिल्ली, कोरोना वायरस के मामले धीरे धीरे कम हो रहे हैं। जिसके साथ ही तीसरी लहर लगभग खात्मे की ओर है। लेकिन ऐसा नहीं कि कोरोना का खतरा टल गया हो। इस बारे में IIT कानपुर के वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी दी है कि कोरोना की चौथी लहर, जून के मध्य या आखिर तक आ सकती है। ये चेतावनी IIT कानपुर के वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद दी है। शोध में एक सांख्यिकीय मॉडल का इस्तेमाल किया गया और उसके नतीजों से पता चलता है कि अगली लहर लगभग चार महीने तक रहेगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक जो डेटा निकलकर सामने आया है, वो इस तरफ इशारा करता है कि भारत में कोविड-19 की चौथी लहर, शुरुआती डेटा की उपलब्ध तारीख से 936 दिनों के बाद आएगी. और यह तारीख थी 30 जनवरी, 2020। भारत में कोविड की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू हो सकती है और अगस्त के मध्य या अंत तक चरम पर पहुंच सकती है। हालांकि, भारत में इस लहर की गंभीरता वायरस के वैरिएंट की प्रकृति और कोविड वैक्सीनेशन की स्थिति पर निर्भर करेगी।

 

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने आयोजित की गोष्‍ठी और प्रदर्शनी, दून के पांच स्कूलों के छात्रों ने लिया भागNational Science Day: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर देहरादून में आयोजित की  गोष्‍ठी और प्रदर्शन

देहरादून, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग के मानचित्र प्रकाशन निदेशालय और मानचित्र अभिलेख एवं प्रसार केंद्र की ओर से विभाग के हाथीबड़कला स्थित परिसर में एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण विषय पर गोष्ठी व प्रदर्शनी आयोजित की गई।जिसमें दून के पांच स्कूलों के 500 से अधिक छात्रों ने विशेषज्ञों द्वारा जीआईएस, नमामि गंगे एवं स्वामित्व योजनाओं के बारे में जानकारी ली। क्विज और वाद- विवाद प्रतियोगिता में छात्रों ने उत्साह दिखाया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया गया।
हाथीबड़कला स्थित विभाग के कार्यालय परिसर में सोमवार को मानचित्र प्रकाशन निदेशालय के निदेशक कर्नल अरविंद जदली ने कहा कि एक समय था जब किसी भी स्थान के सर्वे में काफी दिन लगते थे साथ ही अधिक संख्या में लोग की जरूरत होती थी। कार्य भी लंबे समय के बाद पूरा होता था, लेकिन आज जीआईएस के माध्यम से इसे आसान बना दिया है। उन्होंने कहा कि छात्रों को भी इस दिशा में रुचि दिखानी चाहिए। जिससे उन्हें बदलते हुए कार्यों के बारे में जानकारी मिल सके। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने आधुनिक डिजिटल प्रिंटिंग मशीन, ड्रोन उपकरण, स्वामित्व योजना के तहत डिजिटाइजेशन सम्बंधी कार्यों के बारे में जाना। विभाग की ओर से परिसर में दमकल केंद्र ने मॉक ड्रिल के ज़रिए छात्रों को आपदा के समय बचाव के प्रति जागरूक किया।

राज्य में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की असीम संभावनाएं : दास

यंत्र अनुसंधान एवं विकास संस्थान (आइआरडीई) के निदेशक डा. बीके दास ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में विज्ञान प्रौद्योगिकी विकास की असीम संभावनाएं हैं। यहां प्राकृतिक संसाधन के रूप में जल, जंगल और जमीन हैं। जिस राज्य में प्राकृतिक संसाधनों की अधिकता और जैव विविधता पाई जाती है, वहां अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलता है।
दून के झाझरा स्थिति यूकास्ट के विज्ञान धाम में आयोजित विज्ञान महोत्सव में डा. बीके दास बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुए। महोत्सव में आगामी 25 वर्षों के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की संभावनाएं विषय के अंतर्गत विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किए गए। इस दौरान दास ने विभिन्न मिसाइल और सेटेलाइट कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के कण-कण में विज्ञान छिपा है, आवश्यकता है इसे समझने की। उन्होंने छात्रों से कहा कि इसी प्रकृति से ही आपको सारे जवाब मिलेंगे। समारोह में विशिष्ट अतिथि वाडिया इंस्टीट्यूट आफ हिमालयन जियोलाजी के पूर्व निदेशक डा. बीआर अरोड़ा ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने भूकंप के प्रकार, भूकंप के कारण और भूविज्ञान की शब्दावली से अवगत कराया। कार्यक्रम में यूकास्ट के निदेशक डा.डीपी उनियाल, डा. बीपी पुरोहित, डा. आशुतोष मिश्रा, इंजीनियर जितेंद्र, अमित पोखरियाल, डा. अपर्णा शर्मा, यूकास्ट का समस्त स्टाफ, बायोटेक काउंसिल का स्टाफ और ग्राफिक एरा विवि विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लिया।

 

चारधाम यात्रा : जनपदों में स्थापित होंगे कंट्रोल रूम, आयुक्त गढ़वाल मंडल ने संबंधित विभागों के अधिकारियों की ली बैठकUttarakhand Char Dham Yatra 2022 control room will be establish in all  district

ऋषिकेश, इस साल होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार ने पुलिस प्रशासन सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में चार धाम यात्रा संचालन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सोमवार को हुई बैठक में कहा गया कि 15 अप्रैल से पहले ही यात्रा पर जाने वाली परिवहन कंपनियों की बसों की संख्या और संयुक्त रोटेशन का गठन सुनिश्चित कर लिया जाएगा। 21 मार्च तक उन्होंने सभी विभागों को तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिए।

नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में आयुक्त ने सभी विभागों की सिलसिलेवार तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की असुविधा से संबंधित लिखित या फिर सोशल साइट पर मिलने वाली शिकायतों का तत्काल निस्तारण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग संयुक्त रोटेशन की स्थापना और बसों की संख्या का निर्धारण करेगा। रोटेशन समिति प्रतिदिन बसों और यात्रियों की संख्या संबंधित सूचना परिवहन विभाग और यात्रा प्रशासन को देगा। बसों की कमी होने पर 20 दिन पूर्व ही परिवहन विभाग को सूचित करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम भी यात्रा सीजन में यात्रियों की संख्या वृद्धि को देखते हुए बसों का संचालन धाम के अनुसार करेगा। निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर अस्थाई चिकित्सा केंद्र समय पर बन जाने चाहिये। इनमें चिकित्सकों की तैनाती और उपयोगी दवाएं भी उपलब्ध होनी चाहिए। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में कार्डियोलाजिस्ट विशेषज्ञ की तैनाती होगी। यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य निरीक्षकों को भी तैनात किया जाएगा।

आयुक्त ने कहा कि जिलाधिकारियों के स्तर पर अपने यहां एयर एंबुलेंस की व्यवस्था शासन से करवाई जाएगी। यात्रा बस टर्मिनल ऋषिकेश में यात्री चिकित्सा केंद्र स्थापित होगा। 15 अप्रैल तक यात्रा मार्गों के सभी कस्बों और गांव के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था स्थानीय निकाय की ओर से पूरी कर ली जाएगी। जरूरत के अनुसार यात्रा मार्ग पर शौचालय और कूड़ा दान की व्यवस्था होगी। चार धाम यात्रा क्षेत्र में पॉलिथीन और प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से वर्जित रहेगा। इस पर दंडात्मक कार्रवाई भी होगी। आयुक्त गढ़वाल सुशील कुमार ने यात्रा मार्ग से जुड़े सभी तहसील क्षेत्र में उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वह मुख्य मार्गों से अतिक्रमण हटाकर यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने का काम करें। इसमें पुलिस प्रशासन पूरा सहयोग करेगा।
बैठक में अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, डीआइजी परिक्षेत्र करण सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे, एसएसपी हरिद्वार वाईएस रावत, जिलाधिकारी चमोली विजय शंकर जोगदंडे, एसपी चमोली श्वेता चौबे, एसपी उत्तरकाशी प्रदीप राय, अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी मनीषा जोशी, आरटीओ प्रशासन दिनेश पठौई, आरटीओ यातायात सुनील शर्मा, अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. उमाशंकर कंडवाल, सीएमओ टिहरी संजय जैन, नगर आयुक्त ऋषिकेश गिरीश चंद्र गुणवंत, सीएमओ पौड़ी डा. प्रवीण कुमार, आरएफसी गढ़वाल बीएल राणा, मुख्य अभियंता ऊर्जा निगम रजनीश अग्रवाल, सीइओ बदरी केदार मंदिर समिति बीडी सिंह, एजीएम पर्यटन जीएमवीएन एसपीएस रावत, अपर जिलाधिकारी देहरादून रामजी शरण शर्मा, अपर जिलाधिकारी उत्तरकाशी टीपी सिंह, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश अपूर्वा पांडे, एआरटीओ ऋषिकेश अरविंद कुमार पांडे, एआरएम रोडवेज ऋषिकेश पीके भारती, तहसीलदार अमृता शर्मा, सीओ ऋषिकेश डीसी ढौंडियाल आदि अधिकारी मौजूद रहे |

LPG सिलेंडर के नए रेट 1 मार्च को होंगे जारी, रूस-यूक्रेन युद्व क्या लगाएगा दाम में आग?

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रूस-यूक्रेन की जंग के बीच कल यानी 1 मार्च को एलपीजी सिलेंडर के नए रेट जारी होंगे। 6 अक्टूबर 2021 के बाद से घरेलू एलपीजी सिलेंडर न तो सस्ता हुआ है और न ही महंगा। अलबत्ता इस दौरान कच्चे तेल की कीमतें 102 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई हैं।

हालांकि इस दौरान कामर्शियल सिलेंडर की कीमतों में अच्छा-खासा बदलाव देखने को मिला।

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर नॉन-सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमतों में कई महीने से राहत है। कच्चे तेल के दाम 102 डॉलर प्रति बैरल पार होने के बावजूद छह अक्टूर 2021 से घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चुनाव बाद यानी 7 मार्च के बाद कभी भी गैस के दाम 100 से 200 रुपये प्रति सिलेंडर से अधिक बढ़ सकते हैं।

हालांकि अक्टूबर 2021 से एक फरवरी 2022 के बीच कामर्शियल सिलेंडर के दाम 170 रुपये बढ़े हैं। दिल्ली में 1 अक्टूबर को कामर्शिय सिलेंडर का दाम 1736 रुपये था। नवंबर में यह 2000 का हुआ और दिसंबर में 2101 रुपये का हो गया। इसके बाद जनवरी में यह फिर सस्ता हुआ और फरवरी 2022 को और सस्ता होकर 1907 रुपये पर आ गया।

महीना दिल्ली कोलकाता मुंबई चेन्नई
1 फरवरी 2022 899.5 926 899.5 915.5
1 जनवरी 2022 899.5 926 899.5 915.5
1 जनवरी 2021 899.5 926 899.5 915.5
1 दिसंबर 2021 899.5 926 899.5 915.5
1 दिसंबर 2021 899.5 926 899.5 915.5
1 नवंबर 2021 899.5 926 899.5 915.5
अक्टूबर 6, 2021 899.5 926 899.5 915.5
अक्टूबर 1, 2021 884.5 911 884.5 900.5
सितंबर 1, 2021 884.5 911 884.5 900.5
अगस्त, 18, 2021 859.5 886 859.5 875
अगस्त, 1, 2021 834.5 861 834.5 850
जुलाई 1, 2021 834.5 861 834.5 850
जून 1, 2021 809 835.5 809 825
मई 1, 2021 809 835.5 809 825
अप्रैल 1, 2021 809 835.5 809 825
मार्च 1 , 2021 819 845.5 819 835
फरवरी 25 , 2021 794 820.5 794 810
फरवरी 15 , 2021 769 795.5 769 785
फरवरी 4 , 2021 719 745.5 719 735

स्रोत: IOC

634 रुपये में भी ला सकते हैं एलपीजी सिलेंडर

अगर घरेलू एलपीजी सिलेंडर की बात करें तो अभी दिल्ली- मुंबई में करीब 900 रुपये, कोलकाता में 926 रुपये और चेन्नई में 916 रुपये में मिल रहा है। इसमें 14.2 किलो गैस होती है। अगर आपका परिवार छोटा है और आप दिल्ली में रहते हैं तो आप 634 रुपये में भी एलपीजी सिलेंडर ला सकते हैं। हालांकि इसमें गैस केवल 10 किलो ही होगी।

सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री, जलाभिषेक के बाद की आरती

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हरिद्वार, प्रदेश के मुखिया पुष्‍कर सिंह धामी ने हरिद्वार में दिव्य प्रेम सेवा मिशन की ओर से सेवा साधना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर होने पर हुए आयोजन के समापन कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्‍यमंत्री धामी सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजन कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। इस दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने शिवलिंग पर जलाभिषेक के अलावा आरती में भी हिस्सा लिया। बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वह खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें पूर्णाहुति कार्यक्रम में आने का अवसर मिला। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। कहा कि भगवान भोले शंकर सभी को सुखी और निरोगी रखें।

यूक्रेन में फंसे छात्रों को सकुशल लाने के लिए प्रयास जारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों को सकुशल लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी है। लगातार नोडल अधिकारी विदेश मंत्रालय, दूतावास और सुरक्षा सलाहकार के साथ ही अभिभावकों से संपर्क साधे हुए हैं। कहा कि भगवान भोले शंकर और मां सुरेश्वरी देवी से यही प्रार्थना है कि सभी बच्चे सही सलामत वतन वापसी करें।

 

उत्तराखंड़ विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। कहा कि पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। इसमें कोई संशय नहीं है।

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी आमंत्रण

मिशन के प्रमुख आशीष गौतम भैया ने कहा कि सेवा साधना के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। जिस अवसर पर सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजन का संकल्प लिया गया था। कहा कि मिशन के 25 प्रकल्प मानवता की सेवा और समाज की सेवा में सेवारत हैं। प्रकल्प और इससे जुड़े स्वयंसेवक और अधिक दायित्व बोध का निर्वाह कर सकें हमारा यही लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि सोमवार को सामाजिक कार्यक्रम तो हो गया है, लेकिन कर्मकांड की पूर्णता 26 से 28 मार्च को होनी है। जिसमें महामहिम राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी आमंत्रण दिया गया है।

मार्च माह में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखिये छुट्टियों की पूरी लिस्ट

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नई दिल्‍ली, इस मार्च माह में बैंक 13 दिन बंद रहने वाले हैं। इन छुट्टियों में दूसरे व चौथे शनिवार और रविवार की छुट्टियां भी शामिल हैं। मार्च महीने में महाशिवरात्रि, होलिका दहन, होली जैसे अवसर हैं, जिन पर बैंकों में छुट्टियां रहेंगी। लेकिन बैंक ग्राहक यह याद रखें कि मार्च माह में देश में हर जगह बैंक 13 दिन बंद नहीं रहने वाले हैं। लिहाजा ग्राहकों को यह जानना जरूरी है कि बैंक किस दिन बंद और किस दिन खुले रहेंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मार्च महीने में बैंकों में छुट्टियों की तारीखों की घोषणा कर दी है। इसकी शुरुआत कल 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व के साथ हो जाएगी। RBI के अनुसार, मार्च 2022 में त्योहारों और अन्य विशेष अवसरों पर अलग-अलग जोन में कुल 7 दिन बैंक बंद रहेंगे। इसके अलावा रविवार और हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को भी बैंक बंद रहेंगे।

यहां देखें छुट्टियों की पूरी लिस्‍ट :

1 मार्च : महाशिवरात्रि के मौके पर कानपुर, जयपुर, लखनऊ, रांची, श्रीनगर, तिरुवनंतपुरम सहित देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों में बैंक बंद रहेंगे।
3 मार्च : लोसार के मौके पर गंगटोक में बैंकों की छुट्टी रहेगी।
4 मार्च : चपचार कुट के मौके पर आइजोल में बैंक बंद रहेंगे।
6 मार्च : रविवार की छुट्टी।
12 मार्च : महीने का दूसरा शनिवार होने से छुट्टी।
13 मार्च : रविवार की छुट्टी।
17 मार्च : होलिका दहन के कारण लखनऊ, कानपुर, देहरादून और रांची जोन में छुट्टी रहेगी।
18 मार्च : होली/डोल जात्रा के मौके पर कोलकाता, बंगलुरु, भुवनेश्वर, कोच्चि, चेन्नई, इंफाल और तिरुवनंतपुरम के अलावा अन्य सभी जोन में छुट्टी रहेगी।
19 मार्च : होली/याओसांग के मौके पर भुवनेश्वर, इंफाल और पटना में छुट्टी रहेगी।
20 मार्च : रविवार की छुट्टी।
22 मार्च : बिहार दिवस के मौके पर पटना जोन में छुट्टी।
26 मार्च : महीने का चौथा शनिवार होने से अवकाश रहेगा।
27 मार्च : रविवार की छुट्टी रहेगी।

झालीमठ में भूस्‍खलन, गांव को खतरा, प्रशासन ने 11 परिवारों को कराया शिफ्ट

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रुद्रप्रयाग, जनपद के झालीमठ में भारी भूस्‍खलन होने के सारी गांव को खतरा पैदा हो गया है, प्रशासन ने 11 परिवारों को सुरक्षित स्‍थानों पर शिफ्ट कर दिया है। मौके पर प्रशासन और पुलिस की टीम मौजूद है।
जानकारी के मुताबिक सारी गांव की झालीमठ को सोमवार को सुबह अचानक भूस्खलन शुरू हो गया, जिससे गांव के 18 परिवारों को खतरा पैदा हो गया है। सूचना पर आपदा प्रबंधन की टीम ने मौके पर पहुंची, ग्यारह परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया गया।
जिले के तल्लानागपुर क्षेत्र के सारी गांव में सोमवार की सुबह अचानक भूस्खलन शुरू हो गया। इस घटना में एक गोशाला व एक शौचालय भूस्खलन की चपेट में आ गया। चमोली जिले के गौचर कस्बे के ठीक सामने अगस्त्यमुनि ब्लॉक के सारी गांव में हुई घटना से ग्रामीणो में दहशत पैदा हो गई। भूस्खलन से हरिलाल और वीरेंद्र दोनों पुत्र रजी लाल अनुसूचित वस्ती ग्राम सारी की गोशाला व शौचालय पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

वहीं पास के घरों में भी दहशत फैल गई। भूस्खलन लगातार बढ़ता जा रहा है। कई घरों में दरारें पड़ गई हैं। यहां जमीन धीरे-धीरे खिसक रही है। आपदा प्रबंधन की टीम ने ग्रामीणों की मदद से 11 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। भूस्खलन की जद में आने वाले मकानों को खाली किया जा रहा है, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि खतरे की आशंका को देखते हुए सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। प्रभावित लोगों को स्कूल, पंचायत भवन और रिश्तेदारों के यहां सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है |
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कर रही है। उन्होंने बताया कि 11 मकानों पर लगातार खतरा बना है, यहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। इस क्षेत्र में कुल 18 परिवार हैं, जिसमें 117 लोग हैं। जबकि 24 जानवर हैं। सभी को सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने का प्रयास चल रहा है। इधर, प्रभावित लोगों के सामने आशियाने का संकट पैदा हो गया है। घटना के बाद मौके पर तहसीलदार मंजू राजपूत समेत प्रशासन की टीम मौजूद है।

 

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