हल्द्वानी, कोरोना लॉकडाउन में दिल्ली से घर लौटे 34 वर्षीय व्यक्ति महिपाल पुत्र भगवान सिंह की संदिग्ध हालात में हल्द्वानी के बेस अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि उसके तीन बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।
राजस्व पुलिस और ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि आर्थिक तंगी और पत्नी से कलह के चलते महिपाल ने तीन बच्चों को जहर देने के बाद खुद भी जहर खा लिया होगा। घर के बाहर बंधे दो बैलों के मरा मिलने से आशंका जताई जा रही है कि उन्हें भी जहर दिया गया होगा, पत्नी नौकरी के लिए दिल्ली जाने के बाद से महिपाल तनाव में था। ग्रामीणों के मुताबिक लॉकडाउन में दिल्ली में रोजगार छिनने के बाद महिपाल अपने तीन बच्चों और पत्नी के साथ अपने गांव स्याल्दे विकासखंड की ग्राम पंचायत बजवाड़ (बुरांशपानी) लौटा था।
आर्थिक स्थिति और खराब हुई तो दंपती में झगड़े शुरू हो गए
गांव आकर आर्थिक स्थिति और खराब हुई तो दंपती में झगड़े शुरू हो गए। एक महीने पहले पत्नी मायके गई और वहां से नौकरी करने दिल्ली चली गई। इन दिनों महिला दिल्ली में ही नौकरी कर रही है। इधर, पत्नी के दिल्ली जाने से पति काफी तनाव में आ गया।
ग्रामीणों ने आशंका जताई कि बृहस्पतिवार रात करीब एक बजे पहले पति ने दोनों बैलों को जहर दिया होगा और बैलों की मौत होने पर उसने अपने तीनों बच्चों हर्ष पाल (14), यशपाल (12), हिमानी (10) को जहर देकर खुद भी जहर खा लिया, देर रात चारों की उल्टी करने की आवाज पर जागी उसकी भाभी की सूचना पर ग्रामीणों ने 108 की मदद से चारों को रामनगर अस्पताल भिजवाया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें हल्द्वानी के बेस अस्पताल रेफर कर दिया। यहां देर शाम उपचार के दौरान महिपाल की मौत हो गई, जबकि बच्चों स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
Recent Comments