Friday, April 19, 2024
HomeTrending Nowछात्रों को ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करा रहा है गुरुकुल कांगड़ी का पुस्तकालय

छात्रों को ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करा रहा है गुरुकुल कांगड़ी का पुस्तकालय

हरिद्वार 15 अक्टूबर (कुल भूषण शर्मा) गुरूकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के  पुस्तकालय को 1902 में स्थापित किया गया था। वर्तमान में पुस्तकालय में ऐतिहासिक पुस्तको का संकलन है। वेद ,पुराणों और उपनिषद्  ग्रन्थों के अलावा वैज्ञानिक पुस्तकों का देश की अन्य विश्वविद्यालयो से अधिक संख्या में यहां पर पाठक पढ़ने आते हैं। स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने विश्वविद्यालय के स्थापित काल से ही पुस्तकालय को श्रेष्ठ बनाने के लिए प्राचीन एवं दुर्लभ पुस्तकों का संकलन किया है जो कि आज भी विश्वविद्यालय में स्थापित है पुस्तकालय को नई तकनीकि (इंटरनेट) से जोड़ दिया गया है। पाठक अब इंटरनेट की सहायता से घर बैठे ही गुरुकुल कांगड़ी विश्विद्यालय की पुस्तकों व ग्रथों को पढ़  सकते है।

गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रूपकिशोर शास्त्री ने  कहा कि   पुस्तकालय का उन्नयन किया जाएं। पुस्कालय इंचार्ज प्रो श्रवण कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय में संचालित सभी विषयों कि पुस्तकों  को विश्व स्तर पर आनलाईन करा दिया है। जिसमें   छः हजार    से ज्यादा जर्नल्स आॅनलाईन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि चारों वेदों के भाष्यों तथा अन्य ग्रथों को आॅनलाईन करने कि प्रकिया की जा रही है। इसके साथ ही पुस्तकालय के दुर्लभ ग्रथों को भी आॅनलाईन करने की प्रकिया से जोड़ दिया गया है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो दिनेश चन्द्र भट्ट ने कहा कि वर्तमान में केन्द्रीय पुस्तकालय में विभिन्न पुस्तकों की लगभग  डेढ लाख पुस्तकों से अधिक पुस्तकों का संग्रह है। केन्द्रीय पुस्तकालय में उपलब्ध अतिदुर्लभ पुस्तको का डिजिटिलाईजेशन  करने के साथ ही  पुस्तकालय में आने वाले पाठकों को कम्प्यूटर द्वारा ईश्यू रिर्टन एवं इन्टरनेट कि सुविधा प्रदान की जा रही है।

पुस्तकालय इंचार्ज प्रो श्रवण कुमार शर्मा ने कहा कि पुस्तकालय में सुविधा का लाभ छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जिसके माध्यम से विश्व के किसी कोने में बैठकर पाठक गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय में उपलब्ध ज्ञान-विज्ञान के ग्रथों के बारे में जानकारी प्राप्त कर ज्ञानार्जन कर सकता है।

स्ूचना वैज्ञानिक डा0 अनिल धीमान ने कहा कि हमारा उद्देश्य पुस्तकालय के क्षेत्र में छात्रों को अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध कराना है। वर्तमान में कोविड़ 19 के चलते पुस्तकालय के आॅनलाईन सर्च सुविधा के माध्यम से हम किसी पुस्तक को घर बैठे ही पढ सकते हैं।छात्र पुस्तकालय लाभ उठा रहे है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments