Saturday, April 20, 2024
HomeTrending Nowऐसे तो न हारेगा कोरोना..! जब गांवों में संक्रमण फैलने के बाद...

ऐसे तो न हारेगा कोरोना..! जब गांवों में संक्रमण फैलने के बाद ‘सैंपलिंग’ से बच रहे ग्रामीण

क्षेत्रीय प्रशासन और ग्राम विकास अधिकारी व एएनएम सुनकोट नहीं कर रहे हैं सहयोग

(चन्दन सिंह बिष्ट)

भीमताल/ ओखलकांडा, कोरोना संक्रमण के मामले शहर से अधिक गांवों में आ रहे हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब तक ओखलकांडा के कई गांवों में कोरोना ने दस्तक दी है। अधिकतर गांवों में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित हैं। अब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम इनमें से आधे गांवों में भी सैंपलिंग के लिए पहुंच सकी है। तो कई गांवों में ग्रामीण सैंपलिंग से बच रहे हैं। इनमें से कई गांवों में कोरोना ने दस्तक दी है। भीमताल रामगढ़ धारी ओखलकांडा के दूरस्थ क्षेत्रों के गांवों में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित हैं। कोरोना की पहचान व रोकथाम के लिए इन गांवों में सैंपलिंग होना एकमात्र उपाय है।

लेकिन कई गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक सैंपलिंग को नहीं पहुंच सकी है। वहीं दूसरी तरफ जिन गांवों में टीम सैंपलिंग को पहुंच रही है वहां कोरोना के खौफ से लोग सैंपलिंग के लिए घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। ओखलकांडा के पजैना कांडा ढोलीगांव घैना कैडागांव कुकना सुनकोट कचलाकोट पडा़यल बजवालगांव पश्या पुटपुडी सर्दी जुखाम बुखार का प्रकोप है।स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गांव-गांव पहुंचकर सैंपलिंग में जुटी है।

लेकिन अधिकतर लोग सैंपलिंग से बच रहे हैं। लोगों को सैंपलिंग के लिए आगे आकर कोरोना की इस लड़ाई को मजबूती देनी चाहिए। जिसमें डॉक्टर ओखलकांडा फार्मेसिस्ट ढोलीगांव त्रिभुवन सिंह जिमिवाल रवि बिष्ट जनप्रतिनिधि प्रधान व सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश बोरा क्षेत्र पंचायत सदस्य पंकज बोरा व प्रधान सेमलकन्या मौजूद रहे ।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments