औरैया, जेएनएन। तीसरी बार भी बेटी क्या हुई, घर में माहौल इस कदर बिगड़ गया कि प्रतिदिन कलह शुरू हो गई। पति के रोजाना झगड़े और ताने से क्षुब्ध मां ने कलेजे पर पत्थर रख 21 दिन की नवजात समेत तीन बेटियों को गला दबाकर मार डाला। खुद भी जान दे दी। एक ही कुंडे में साड़ी के चार अलग-अलग टुकड़ों से तीनों बच्चियां मां के पास ही लटकी थीं। दिबियापुर के सेहुद गांव में इस हृदयविदारक घटना से गुरुवार दोपहर सनसनी फैल गई। मायके वालों की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा कर पति को गिरफ्तार कर लिया।
पति पर आत्महत्या के लिए उकसाने का दर्ज होगा मुकदमा
पोस्टमार्टम के बाद रात करीब 11 बजे एसपी सुनीति ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चियों की हत्या और महिला की खुदकुशी की बात सामने आई है। पति पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा तरमीम होगा। समाज में जहां भ्रूण हत्या के खिलाफ लड़ाई का आह्वान हो रहा है, बेटी बचाओ के संकल्प लिए जा रहे हैं, उसी समाज में एक मां के सामने अपनी संतानों के साथ जान देने की वजह एक और बेटी पैदा होना बन गई।
मायके पक्ष के लोगों ने जमकर काटा हंगामा
जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर सेहुद गांव निवासी मजदूर कुलदीप सिंह की पत्नी को 21 दिन पहले तीसरी बेटी हुई थी। गुरुवार को घर पर पत्नी साधना नवजात, आठ व सात साल की बेटियों के साथ थीं। कुलदीप के मुताबिक मजदूरी करके वह गुरुवार दोपहर में लौटा तो दरवाजा बंद था। पड़ोस में रह रहे अपने भाई राहुल के घर की छत से झांका तो छत की धन्नी में लगे लोहे के एक कुंडे से साड़ी के चार टुकड़ों से साधना और तीनों बच्चियों के शव लटक रहे थे। एसपी सुनीति ने मौके पर पड़ताल शुरू की। करीब 25 किमी दूर अमानपुर गांव से विवाहिता के पिता सिपाहीलाल व भाई अवध बिहारी व बृजबिहारी भी आ गए। बृजबिहारी ने बताया कि कुलदीप बहन को पीटता था। उस पर घरेलू हिंसा का मुकदमा भी कराया था। तीन महीने पहले समझौता कर कुलदीप बहन को घर ले आया था। इस बीच ट्रैक्टर से मायके से और ग्रामीण आ गए और कुलदीप के घर तोडफ़ोड़ कर दी। वह गिरफ्तारी पर ही शव उठने देने की बात पर अड़े थे। विवाहिता के ससुर कैलाश बाबू, देवर राहुल व साल विमला ने बताया कि कुलदीप अलग रह रहा है। उससे बात भी नहीं होती। कुलदीप ने बताया कि बेटी की छठी में आईं सास 22 सितंबर को वापस गई थीं। उसके बाद से पत्नी बात नहीं कर रही थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उलझा दी मौत की कहानी
साधना और उसकी तीन बेटियों के शव का पोस्टमार्टम रात करीब 10.45 बजे खत्म हुआ। एसपी ने बताया कि बच्चियों की गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। साधना की मृत्यु फंदे पर लटकने से हुई। अभी तक यही जानकारी है कि कमरे की कुंडी अंदर से बंद थी। नए तथ्य सामने आए तो जांच कराई जाएगी। सवाल है कि आखिर गला दबाकर हत्या करने के बाद साधना ने बेटियों के शवों को फंदे पर क्यों लटकाया। यही गुत्थी पुलिस के लिए भी जांच का विषय बन गई है।
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