(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- ई टेंडरिंग बंद करने, बकाया पेमेंट का भुगतान किये जाने व अग्रिम करवाये गये कार्यो का शीघ्र अनुबंध करने की तीन सूत्रीय मांगो को लेकर विभिन्न विभागों में पंजीकृत ठेकेदार यूनियन रूद्रप्रयाग द्वारा लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग में अनिश्चित कालीन धरना शुरु कर दिया गया है।
आज ठेकेदार संघ के बैनर तले जनपद के ठेकेदार सरकार व विभागीय कार्य प्रणाली के खिलाफ सड़को पर उतर आये ठेकेदारों का कहना है कि एक ओर सरकार ने ई टेंडरिंग ब्यवस्था कर छोटे ठेकेदारों की रोजी रोटी छीन ली वहीं दूसरी ओर विभाग भी ठेकेदारों का शोषण करने पर तुले है। विभागीय अधिकारी ठेकेदारों से काम तो करवा देते है पर समय पर कार्यों का भुगतान नहीँ किया जाता ।
ठेकेदारों ने एक स्वर मे सरकार से ई टेंडरिंग प्रकिया को शीघ्र समाप्त करने की मॉग की है उनका कहना है कि विभागीय स्तर पर भी ठेकेदारों का शोषण किया जा रहा है अधिकारी गुपचुप तरीके से अपने चहेतों को काम बॉट देते है कई ठेकेदार विभागों में पंजीकृत होने के बाबजूद भी काम के लिये भटकते रहते है जो कि सरासर गलत है। ठेकेदार संघ ने सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि सरकार द्वारा बाहरी फर्मों को यहां पर आमत्रित कर छोटे ठेकेदारों का हक मारा जा रहा है जबकि स्थिति यह है कि बाहर से आये बड़े ठेकेदारो द्वारा भी भी छोटे ठेकेदारों से पेटी मे काम करवाया जा रहा है। ठेकेदारों की इस आंदोलन को जायज ठहराते हुये उत्तराखंड क्रान्ति दल, जनाधिकार मंच, ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर समर्थन किया है। धरना देने वालों में ठेकेदार यूनियन के शैलेंद्र गोस्वामी, चण्डी प्रसाद सेमवाल, नरेन्द्र मंमगाई, नागेन्द पाल्र सिहं विष्ट, रणजीत सिंह रावत, मानवेंन्द्र नेगी, अनिल पुरोहित, नागेंद्र बर्वाल, सचैन्द्र सिहं रावत, धन सिहं राणा , रवीन्द्र बुटोला, गोपाल राणा, रूप सिहं बुटोला सहित जनाधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी, आदि मौजूद थे।
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